Friday, May 03, 2024
Advertisement

1 साल से मरी हुई मां के साथ रह रही थीं बेटियां, रजाई के अंदर छिपाकर रखा था कंकाल; ऐसे खुला राज

दोनों बेटियों ने अपनी मां के शव को रजाई के अंदर छिपाकर रखा था। जब शव में कीड़े पड़े तो हाथ से निकालकर बाहर फेंक दिया। दुर्गंध उठी तो घर की छत पर जाकर खाना खाया। दोनों करीब एक साल तक महिला के शव के साथ रहीं।

Khushbu Rawal Edited By: Khushbu Rawal @khushburawal2
Updated on: November 30, 2023 10:31 IST
पुलिस ने तीन ताले...- India TV Hindi
Image Source : FILE PHOTO पुलिस ने तीन ताले तोड़कर महिला का कंकाल बाहर निकाला

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बुधवार शाम कोहराम मच गया जब एक घर से महिला का कंकाल बरामद हुआ। महिला का निधन 8 दिसंबर, 2022 को बीमारी की वजह से हुआ था, लेकिन उसकी दोनों बेटियों ने अंतिम संस्कार ही नहीं किया। परिवार और समाज से सारे रिश्ते तोड़कर दो सगी बहनें घर में ही कैद हो गई और मृतक मां के शव के कंकाल को एक साल से घर में छिपाए रखा। 27 साल की पल्लवी और 19 साल की वैष्णवी सालभर पहले मर चुकी मां के साथ रह रही थीं। पल्लवी और वैष्णवी की मां उषा तिवारी की मौत आठ दिसंबर 2022 को हो गई थी लेकिन पड़ोसियों और रिश्तेदारों को दोनों बहनों ने बता दिया था कि उनका अंतिम संस्कार हमने कर दिया है।

मामले की सूचना पर बुधवार को लंका थाने की पुलिस मौके पहुंची और घर के तीन दरवाजों पर बंद ताले को तोड़कर अंदर गई। कंकाल को बाहर कराया और दोनों बेटियों को भी घर से बाहर ले आई। साक्ष्य के तौर पर महिला के कपड़े, चप्पल, चादर, रजाई आदि कब्जे में लिया गया है।

जानिए पूरा मामला

घटना वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के मदरवां की है। लंका थाने के प्रभारी शिवकांत मिश्रा ने फोन पर बताया कि मदरवा, सामनेघाट निवासी 52 वर्षीय उषा त्रिपाठी की पिछले साल लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई। उनके पति ने 2 साल पहले घर छोड़ दिया था और अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद भी घर नहीं आए, जबकि उनकी दो बेटियां- पल्लवी त्रिपाठी और वैष्णवी ने अपनी मां की मृत्यु के बाद शव का अंतिम संस्कार नहीं किया और उसे कमरे में बंद रखा।

तीन ताले तोड़कर निकाला कंकाल

दोनों बेटियों ने अपनी मां के शव को रजाई के अंदर छिपाकर रखा था। शव में कीड़े पड़े तो हाथ से निकालकर बाहर फेंक दिया। दुर्गंध उठी तो घर की छत पर जाकर खाना खाया। दोनों करीब एक साल तक महिला के शव के साथ रहीं। मामले की सूचना पर बुधवार को लंका थाने की पुलिस मौके पहुंची और घर के तीन दरवाजों पर बंद ताले को तोड़कर अंदर गई। कंकाल को बाहर कराया और दोनों बेटियों को भी घर से बाहर ले आई। साक्ष्य के तौर पर महिला के कपड़े, चप्पल, चादर, रजाई आदि कब्जे में लिया गया है। लंका थाने की पुलिस के मुताबिक दोनों बेटियों की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।

बेटी बोली- पैसे नहीं थे, इसलिए नहीं किया अंतिम संस्कार

थाना प्रभारी के मुताबिक, दोनों बेटियों ने बताया कि मां की मौत आठ दिसंबर 2022 को बीमारी के चलते हो गई थी। मां उल्टी करती थीं। पैसे और साधन के अभाव में शव का अंतिम संस्कार नहीं करा सके। बड़ी बेटी पल्लवी की उम्र 27 साल है। छोटी बेटी वैष्णवी 18 साल की है। पल्लवी मास्टर की डिग्री ले चुकी है, जबकि वैष्णवी हाईस्कूल की छात्रा है। दोनों बेटियों की मनोदशा ठीक नहीं है। फिलहाल दोनों को मिर्जापुर निवासी मौसी और मौसा के संरक्षण में दिया गया है। मौसा धर्मेंद्र की तहरीर पर ऊषा के कंकाल का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

(रिपोर्ट- अश्वनी त्रिपाठी)

यह भी पढ़ें-

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें उत्तर प्रदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement