Thursday, May 16, 2024
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UK चुनाव: टेरीजा मे पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ा, ब्रेग्जिट पर अनिश्चितता

ब्रिटेन में मध्यावधि चुनाव में युनाइटेड किंगडम की प्रधानमंत्री टेरीजा मे की कंजर्वेटिव पार्टी बहुमत हासिल करने में नाकाम रही जिससे उन पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया है।

Bhasha Bhasha
Published on: June 09, 2017 15:13 IST
Jeremy Corbyn and Theresa May | AP Photo- India TV Hindi
Jeremy Corbyn and Theresa May | AP Photo

लंदन: देश में मध्यावधि चुनाव में युनाइटेड किंगडम की प्रधानमंत्री टेरीजा मे की कंजर्वेटिव पार्टी बहुमत हासिल करने में नाकाम रही जिससे उन पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया है। टेरीजा ने जटिल ब्रेग्जिट वार्ता में अपनी स्थिति मजबूत करने के प्रयास के तहत निर्धारित समय से 3 साल पहले चुनाव कराए थे। हालांकि कंजर्वेटिव पार्टी ब्रिटेन की 650 सदस्यीय संसद के लिए हुए चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है लेकिन जेरेमी कोर्बिन के नेतृत्व में विपक्षी लेबर पार्टी के शानदार प्रदर्शन के बाद टेरीजा के अपने पद पर बने रहने को अपमानजनक बताया जा रहा है। ब्रितानी मीडिया के अनुसार परिणाम टेरीजा के लिए अपमानजनक हैं।

ब्रेग्जिट वार्ता 19 जून को आरंभ होनी है, लेकिन दोनों बड़े राजनीतिक दलों के भाग्य के एक तरह से पलटने से इस वार्ता कार्यक्रम को लेकर अनिश्चितता पैदा हो गई है। कंजर्वेटिव पार्टी को 318 और लेबर पार्टी को 261 सीट मिली हैं। एक सीट का चुनाव परिणाम आना शेष है। अब यह निश्चित हो गया है कि कोई भी पार्टी बहुमत हासिल करने के लिए आवश्यक 326 सीटों का आंकड़ा नहीं छू पाएगी। टेरीजा ने दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड की अपनी मेडनहेड सीट पर भले ही 37,780 मतों से जीत हासिल कर ली लेकिन संसद में बहुमत खोने के बाद उन पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया है। चुनाव पूर्व सभी सर्वेक्षणों में टेरीजा को शानदार जीत के साथ बहुमत मिलने की संभावना जताई गई थी लेकिन कोर्बिन के नेतृत्व में लेबर पार्टी ने उम्मीद से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया।

इस चुनाव को ब्रेग्जिट चुनाव के तौर पर देखा जा रहा था और इस परिणाम को उन 48 प्रतिशत लोगों के लिए उम्मीद की किरण समझा जा रहा है जिन्होंने जून 2016 में हुए जनमत संग्रह में यूरोपीय संघ में बने रहने के लिए वोट दिया था। इससे पहले कोर्बिन ने टेरीजा से जाने के लिए कहा लेकिन प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को स्थिरता की आवश्यकता है और उनकी पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि इसे बरकरार रखा जाए। कंजर्वेटिव सांसद अन्ना सोब्री ने इन चुनाव परिणामों को भयानक और त्रासदी करार देते हुए प्रधानमंत्री टेरीजा के पद पर बने रहने पर सवाल खड़े किए। टेरीजा ने 37,780 मतों के साथ अपनी मेडनहेड सीट पर चुनाव जीतने के बाद कहा, ‘इस समय देश को स्थिरता की आवश्यकता है। कंजर्वेटिव पार्टी सबसे अधिक मत हासिल करने की राह पर है और स्थिरता मुहैया कराना हमारा कर्तव्य होगा।’

उन्होंने त्रिशंकु संसद संबंधी एग्जिट पोल की संभावनाओं को स्वीकार करने और बड़ी जीत हासिल करने की उनकी उम्मीदों के धराशाई होने की बात से सहमत होने का संकेत देते हुए कहा, ‘मेरा संकल्प वही है जो पहले था। परिणाम जो भी आए, कंजर्वेटिव पार्टी अब भी स्थिरता की पार्टी बनी रहेगी।’ कोर्बिन ने भी 40,086 से अधिक मत हासिल कर लंदन की इस्लिंग्टन नॉर्थ सीट से चनुाव जीत लिया। उन्होंने कहा, ‘राजनीति बदल गई है और लोग कह रहे हैं कि अब बहुत हो चुका, मुझे परिणाम पर गर्व है। प्रधानमंत्री ने चुनाव कराए क्योंकि वह जनादेश चाहती थीं और जनादेश यह है कि उन्होंने सीटें गंवा दी हैं।’ कोर्बिन ने पहले भी ट्विटर पर दावा किया था कि लेबर पार्टी ने ब्रितानी राजनीति का चेहरा बदल दिया है।

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