कुछ लोग रात में लाइट ऑन करके सोते हैं, तो वहीं कुछ लोगों को एकदम अंधेरे में ही नींद आती है। क्या आप सोने के सबसे सही तरीके के बारे में जानते हैं? क्या आप जानते हैं कि रात में लाइट ऑन करके सोने की आदत आपकी सेहत को बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है। आइए रात में लाइट जलाकर सोने के कुछ साइड इफेक्ट्स के बारे में जानकारी हासिल करते हैं।
डिस्टर्ब हो सकता है स्लीप साइकिल
क्या आप जानते हैं कि आपके बॉडी के अंदर एक नेचुरल क्लॉक होती है। इस क्लॉक की वजह से रोशनी में जगने का और अंधेरे में सोने का सिग्नल एक्टिवेट हो जाता है। अगर आप तेज रोशनी में सोने की कोशिश करेंगे तो आपका ब्रेन कंफ्यूज हो जाएगा और आपको सोने में दिक्कत महसूस होगी।
अलर्ट हो जाता है ब्रेन
जब कमरे की लाइट ऑन होती है, तब आंखें बंद करने के बाद भी आपका ब्रेन अलर्ट रहता है। वहीं, साउंड स्लीप के लिए ब्रेन का रिलैक्स होना बेहद जरूरी होता है। जो लोग कमरे की लाइट ऑन करके सोते हैं, उन्हें अक्सर गहरी और चैन की नींद सोने के लिए दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
कैसे सोना चाहिए?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक आपको कमरे की लाइट ऑफ करके यानी अंधेरे में सोने की कोशिश करनी चाहिए। अगर आपको अंधेरे से डर लगता है या फिर असहजता महसूस होती है, तो आप डिम लाइट यूज कर सकते हैं। लेकिन चैन की नींद के लिए आपको सोते समय तेज रोशनी के संपर्क में आने से बचना चाहिए वरना आपकी स्लीप साइकिल बुरी तरह से डैमेज हो सकती है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।


