कांग्रेस पार्टी की 'भारत जोड़ो यात्रा' मध्य प्रदेश से राजस्थान में प्रवेश की। इस दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, कांग्रेस नेता कमलनाथ और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डांस किया।
राजस्थान के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को मुफ्त स्कूल यूनिफॉर्म और मिल्क पाउडर से तैयार दूध मिलेगा।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि अब समय नहीं है कि आपस में बयानबाजी कर पार्टी को कमजोर किया जाए। हम आपस में लड़ेंगे तो भाजपा से मुकाबला कैसे करेंगे।
मंगलवार को मीडिया के सामने केसी वेणुगोपाल ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट का हाथ पकड़कर कहा, ‘‘यह राजस्थान कांग्रेस है।’’ कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यहां पार्टी में सभी एकजुट हैं।
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के नेता विजय बैंसला ने धमकी दी थी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को राजस्थान में प्रवेश नहीं करने देंगे। बैंसला ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा "जब तक हमें लिखित समझौता नहीं मिल जाता, तब तक हम इसे समझौता नहीं मानेंगे।''
इस बैठक में अशोक गहलोत ने कहा कि उसके मायने ये भी थे कि हम लोगों के साथ हर कार्यकर्ता एसेट है। सब मिलकर यात्रा को भी कामयाब बनाएंगे। अगला चुनाव मुख्य मुद्दा है, वह हम जीतकर बताएंगे।
गुजरात में अशोक गहलोत मंच पर भाषण दे रहे थे और उसी दौरान एक बेकाबू सांड सभा में घुस गया जिससे अफरा-तफरी मच गई। वीडियो में देखा जा रहा है कि लोगों ने कुर्सियां सिर पर उठा ली और सांड को जैसे तैसे भगाया गया।
पायलट को गद्दार बताने संबंधी गहलोत के बयान पर राहुल ने यहां संवाददाताओं से कहा, "मैं इसमें नहीं जाना नहीं चाहता कि किसने क्या कहा। दोनों नेता (गहलोत और पायलट) कांग्रेस की संपत्ति हैं। मैं आपको इसकी गारंटी दे सकता हूं कि इसका (बयानबाजी का) भारत जोड़ो यात्रा पर कोई असर नहीं पड़ेगा।"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा है कि राजस्थान कांग्रेस में चल रहे राजनीतिक घमासान के बारे में आलाकमान विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी सर्वोपरि है। पार्टी के हित में कड़े निर्णय लेना पड़े, तो वह भी लिए जा सकते हैं। जयराम रमेश यह बात इंदौर में कही।
राजस्थान में भारत जोड़ा यात्रा जल्द ही प्रवेश करेगी। इस यात्रा के राजस्थान में प्रवेश करने से पहले कांग्रेस आलाकमान बड़ी टेंशन में है। टेंशन इस बात की है कि सूबे के सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच सामंजस्य का अभाव है।
गहलोत की बयानबाजी से कांग्रेस की भारी फजीहत के बीच जयराम रमेश ने राजस्थान के मुख्यमंत्री का नाम लिए बगैर कहा, कांग्रेस के नेता बिना किसी डर के अपने मन की बात कहते हैं क्योंकि पार्टी आलाकमान तानाशाही के आधार पर कोई निर्णय नहीं लेता। कांग्रेस और भाजपा में यही फर्क है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा कांग्रेस नेता सचिन पायलट को ‘गद्दार’ कहे जाने को ‘अप्रत्याशित’ करार दिया। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को दोनों नेताओं की जरूरत है।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अगले हफ्ते राजस्थान में पहुंचने वाली है, उससे पहले अशोक गहलोत और सचिन पायलट की लड़ाई एक बार फिर तेज हो गई है।
राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक चल कर भारत जोड़ो का मंत्र दे रहे हैं लेकिन राजस्थान कांग्रेस में बढ़ती खाई को पाट नहीं पा रहे हैं। 6 दिसंबर को राहुल की यात्रा राजस्थान में प्रवेश करने वाली है...लेकिन राजस्थान में कांग्रेस के दो दिग्गजों की आपसी लड़ाई थमती नहीं दिख रही।
सचिन पायलट से नोंक-झोंक के बीच अशोक गहलोत ने एक बार फिर से उन पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है- राज्य में सरकार गिराने के लिए भाजपा ने पायलट खेमे के प्रत्येक विधायक को 10 करोड़ रुपये भेजे थे। उनके इस आरोप को भाजपा ने सरासर गलत बताया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान से एक बार फिर राजस्थान की सियासत में भूचाल आ सकता है। गहलोत ने एक बार फिर सचिन पायलट को गद्दार कहा। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट को सीएम नहीं बना सकते क्योंकि उन्होंने पार्टी के साथ गद्दारी की है।
गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया है कि चुनाव परिणाम चौंकानेवाले हो सकते हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधा और यह सवाल उठाया कि क्या पार्टी की भाजपा से मिलीभगत है?
गहलोत गुट के विधायकों द्वारा 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बहिष्कार के कारण हुए राजनीतिक हंगामे के बाद गहलोत और पायलट पहली बार एक साथ दिखे। घटना के करीब दो महीने बाद दोनों एक ही जगह पर थे।
श्रद्धा मर्डर केस में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। लेकिन इसे लेकर अब राजनीति भी होने लगी है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि श्रद्धा हत्याकांड एक हादसा है, लेकिन इसे लेकर राजनीति की जा रही है। उन्होंने कहा कि एक कौम को टारगेट बनाया जा रहा है।
राहुल गांधी के चुनाव प्रचार में न शामिल होने और भारत जोड़ो यात्रा के बारे में बोलते हुए गहलोत ने कहा कि इस पहल का मुख्य केंद्र बिंदु महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को उजागर करना और यह सुनिश्चित करना है कि देश में कोई हिंसा न हो और लोग एक-दूसरे के साथ प्यार, शांति और सद्भाव से रहें।
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