स्टेट बैंक की एटीएम मशीन पिछली 20 मई से खराब थी। हाल ही में 11 जून को जब मशीन ठीक करने कर्मचारी पहुंचे तो एटीएम के अंदर की हालत देखकर उनके होश उड़ गए।
अब ATM मशीन में रखा कैश भी सुरक्षित नहीं रह गया है, असम के तिनसुकिया से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां ATM मशीन में रखे कैश को चूहों ने कुतर डाला है। तिनसुकिया के हिजुगुरी गुर्गों मोटर्स के सामने स्थित स्टेट बैंक (SBI) के ATM में चूहों ने लगभग 12 लाख 38 हजार रुपये का नोट को कुतरे जाने का मामला दर्ज हुआ है।
अगर आपने अपने दोस्त या किसी रिश्तेदार को अपना एटीएम कार्ड और पासवर्ड पैसे निकालने के लिए दिया है तो यह आपको काफी महंगा पड़ सकता है। बैंक भुगतान करने से साफ मना कर सकता है। बैंकों का कहना है कि एटीएम कार्ड नॉन-ट्रांसफरेबल या अहस्तांतरणीय चीज है और खाताधारक के अलावा किसी भी व्यक्ति को इसका इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं है।
बैंकों के ATM से पैसे निकालने और चेकबुक जैसी सेवाओं पर किसी तरह का गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) नहीं लगता है, ग्राहकों के लिए इन सेवाओं को GST के दायरे से बाहर रखा गया है। हालांकि क्रेडिट कार्ड बिल के बकाया भुगतान पर लगा विलंब शुल्क तथा अनिवासी भारतीयों द्वारा बीमा की खरीद पर जीएसटी लगेगा।
आर्थिक मामलों के सचिव एससी गर्ग ने कहा कि बाजार में मुद्रा की स्थिति पूरी तरह सामान्य है और देशभर में एटीएम सुचारू रूप से काम कर रहे हैं।
चेक बुक जारी किया जाना तथा एटीएम से निकासी जैसी मुफ्त बैंकिंग सेवाएं जीएसटी के दायरे से बाहर रह सकती है। वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह कहा।
आप एटीएम शुल्क के रूप में कितना पैसा एसबीआई को चुकाते हैं, बैंक ने यह जानकारी देने से मना कर दिया है। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सूचना के अधिकार (RTI) के तहत वित्त वर्ष 2017-18 में अपने ग्राहकों से वसूले गए कुल एटीएम व्यवहार शुल्क की जानकारी देने से साफ इंकार कर दिया है।
सुभाष चंद्र गर्ग ने बताया कि मौजूदा समय में 2000 रुपए के 7 लाख रुपए से ज्यादा की कीमत के नोट सर्कुलेशन में हैं जो जरूरत से ज्यादा है, ऐसे में नए 2000 रुपए के नोट जारी नहीं हो रहे हैं
भारत में नोट बंदी वाकई में बे-असर हो गई है? आरबीआई के ताजा आंकड़े तो यही स्थिति बयां कर रहे हैं।
अपने खातों में मिनिमम बैलेंस रखने वाले ग्राहकों को बैंक एक सीमा तक फ्री ATM ट्रांजेक्शन की सुविधा देते हैं और साथ में चेकबुक और डेबिट कार्ड भी फ्री में देते हैं।
एसबीआई ने आज कहा है कि छोटे शहरों में लोग रिटेल आउटलेट्स पर लगी उसकी प्वाइंट ऑफ सेल्स (पीओएस) मशीनों से प्रतिदिन 2,000 रुपए प्राप्त कर सकते हैं और यह सुविधा पूरी तरह से नि:शुल्क रहेगी।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के चेयरमैन रजनीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि कुछ राज्यों में सामने आ रही नकदी की कमी की समस्या का कल तक समाधान कर लिया जायेगा। इन राज्यों में नकदी भेजी जा रही है।
एसबीआई ने बुधवार को कहा कि इसका संभावित कारण वित्त वर्ष 2017-18 में लोगों की आमदनी में बढ़ोतरी न होना है। इसके साथ ही पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में लोगों ने एटीएम से अधिक नकदी निकाली है, जिससे नकदी की किल्लत पैदा हुई है।
देश के विभिन्न इलाकों में नकदी की तंगी और एटीएम में नकदी उपलब्ध नहीं होने की खबरों के बीच देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक का कहना है कि पिछले 24 घंटों में उसकी एटीएम मशीनों में नकदी की स्थिति सुधरी है।
भारत के अलग अलग शहरों में कैश क्रंच का लाइव टेस्ट
एटीएम को 200 रुपए के नोट के अनुकूल बनाने में देरी देश के कुछ हिस्सों में नकदी संकट की एक वजह है। सूत्रों ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा 200 रुपए का नोट पेश किए जाने के बाद एटीएम को इसके अनुकूल बनाने का फैसला किया गया।
देश भर के कई शहरों में एटीएम में कैश की किल्लतों की वजह से हाहाकार मचा है | लोग अपने ही पैसों को एटीएम और बैंकों से निकाल पाने में असमर्थ है | बताया जा रहा है कि देश के अधिकतर एटीएम कैश की किल्लत से जूझ रहे हैं
रिजर्व बैंक ने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में नकदी संकट की एक वजह एटीएम को तेजी से भरने में लॉजिस्टिक की समस्या है...
कैश की कमी की तस्वीर देश के हर कोने से आई है। उत्तर से दक्षिण तक और पूर्व से पश्चिम तक एटीएम के बाहर लंबी-लंबी लाइनों की तस्वीरें आईं तो दावा किया गया कि एटीएम में पैसा नहीं हैं और बैंकों के पास भी कैश की कमी हो गई है लेकिन रिजर्व बैंक ने साफ कर दिया है कि न तो कैश की कमी है ना ही नोट छपने बंद हुए हैं।
देशभर में एटीएम से नोट गायब होने और दोबारा नोटबंदी की चर्चा के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार की शाम को यह स्पष्ट किया है कि देश में नकदी की कोई कमी नहीं है और न ही दोबारा नोटबंदी होने वाली है।
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