नवरात्र के नौ दिन मां के हर स्वरूप के मुताबिक नौ तरह के भोग बनाएं और मां को प्रसन्न करें।
मां शैलपुत्री के दो हाथों में से दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का फूल सुशोभित है।
Chaitra Navratri 2022: इस बार चैत्र नवरात्रि का त्योहार 2 अप्रैल 2022 से शुरू हो रहा है और 11 अप्रैल को 2022 तक रहेगा।
व्रत करने से एक खास तरह का प्रोटीन बनता है जो लिवर के फैटी एसिड और मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करता है।
इसमें दही हमारे पाचन तंत्र के लिए बहुत लाभदायक होता है और ताजे फल हमारी सेहत का ख्याल रखते हैं।
सही तरीके से फास्टिंग की जाए तो आप ना सिर्फ अपना वजन घटाने में कामयाब होंगे, बल्कि आप एनर्जी से भरपूर भी महसूस करेंगे।
व्रत रखने के दौरान क्यों न कुछ ऐसी चीजें खाई जाए जिससे दिनभर एनर्जी से फुल बने रहें। तो आइए आज हम आपको साबूदाने की खिचड़ी की रेसिपी बताएंगे।
नवरात्र पर पहली बार घर में घटस्थापना करने जा रहे हैं तो इन चीजों को पहले ही एकत्र कर लें। ऐन मौके पर कुछ रह ना जाए।
चैत्र नवरात्र पर मां घोड़े पर सवार होकर धरती पर आगमन करेगीं। मां के हर वाहन का अपना महत्व और असर है।
इस साल चैत्र नवरात्रि का त्योहार 2 अप्रैल 2022 से शुरू हो रहा है और 11 अप्रैल को 2022 तक रहेगा।
इस बार चैत्र नवरात्रि का त्योहार 2 अप्रैल 2022 से शुरू हो रहा है और 11 अप्रैल को 2022 तक रहेगा।
अक्सर लोग नवरात्रि की तिथियों को लेकर असमंजस में रहते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं इस बार महाअष्टमी और राम नवमी कब मनाई जाएगी।
हरीश सुबह-शाम वाक के लिए निकलने वाली अकेली महिलाओं को टारगेट करता था। वह इतना शातिर था की जैसे ही वो चेन झपटता था वैसे ही खुद ही चिल्लाकर चोर-चोर...पकड़ो-पकड़ो बोलता हुआ फरार हो जाता था।
उत्तर प्रदेश के मथुरा में शनिवार को सुबह की सैर पर निकली एक महिला से चेन छीनकर भाग रहे लुटेरों को पकड़ने की कोशिश में एक राहगीर को उन्होंने गोली मारी दी।
पाकिस्तान में एक फोटो वायरल होने के बाद से विख्यात हो चुके एक युवा चाय विक्रेता ने अब लंदन में भी अपना एक कैफे खोलने की तैयारी कर ली है।
नवरात्र स्पेशल वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु फ्रकाश से जानिए हवन की दिशा के बारे में। शास्त्रों में नवरात्र के दौरान नवमी तिथि को हवन करने की बात कही गयी है और आज नवमी तिथि है।
चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि और दिन बुधवार है। नवमी तिथि रात 12 बजकर 33 मिनट तक रहेगी। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए बुधवार का पंचांग।
माँ सिद्धिदात्री भगवान विष्णु की अर्धांगिनी है | सिद्धिदात्री, नाम से ही स्पष्ट है सिद्धियों को देने वाली । कहते हैं इनकी पूजा से व्यक्ति को हर प्रकार की सिद्धि प्राप्त होती है |
भगवान श्री राम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को दोपहर के समय कर्क लग्न में हुआ था। उस समय चन्द्रमा पुनर्वसु नक्षत्र में था और सूर्य मेष राशि में | राम नवमी के दिन व्रत रखने की भी मान्यता है।
नवरात्रि में कन्या पूजन का बड़ा महत्व है। नौ कन्याओं को नौ देवियों के प्रतिविंब के रूप में पूजने के बाद ही भक्तों का नवरात्र व्रत पूरा होता है।
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