नवरात्र के पहले दिन माता दुर्गा के शैलपुत्री रूप की आराधना की जाती है। मार्केण्डय पुराण के अनुसार पर्वतराज, यानि शैलराज हिमालय की पुत्री होने के कारण इनका नाम शैलपुत्री पड़ा।
महाशक्ति की आराधना का पर्व नवरात्र के दौरान देवी दुर्गा के अलग-अलग नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है, जिन्हें नवदुर्गा की संज्ञा दी गई है। जानिए कलश स्थापना, शुभ महूर्त और पूजा विधि।
चैत्र नवरात्रि का पर्व हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर नवमी तिथि तक चलता है। जानिए कब से कब तक है नवरात्र।
मामला शनिवार रात साढ़े नौ बजे का है। आदर्शनगर थाना क्षेत्र में शॉपिंग करके आ रही सिमरन नाम की 25 साल की महिला के गले से एक युवक ने चैन स्नैचिंग की, इस महिला की गोद में एक छोटा बच्चा था, जिसकी उम्र दो से तीन साल के बीच है।
बोर्ड ने चल्ला श्रीनिवासुलु शेट्टी को रिजर्व लिस्ट में रखने की सिफारिश की है। दोनों ही एसबीआई के प्रबंध निदेशक हैं। मौजूदा चेयरमैन रजनीश कुमार का कार्यकाल 7 अक्टूबर को खत्म हो रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष शशांक मनोहर ने अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद पद छोड़ दिया है।
चैत्र नवरात्र के आखिरी दिन श्रीराम का जन्मदिन मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम की पूजा के साथ-साथ उनके भाई लक्ष्मण, मां सीता के साथ भगवान हनुमान की पूजा-अर्चना की जाती हैं।
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी यानी नवरात्र के आखिरी दिन भगवान श्री राम का जन्मोत्सव मनाया जाता है।
मार्केण्डेय पुराण के अनुसार अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्रकाम्य, ईशित्व और वशित्व, कुल आठ सिद्धियां हैं, जो कि मां सिद्धिदात्री की पूजा से आसानी से प्राप्त की जा सकती हैं |
आइए हम कुछ उपाय आपको बताते हैं जिसके चलते आपकी नवमी की पूजा भी हो जाएगी और कंजक न बिठाने का अफसोस भी आपके मन में नहीं रहेगा।
आज राम नवमी के दिन राम यंत्र स्थापित करना बड़ा ही लाभकारी है । इस राम यंत्र को राम नवमी के दिन अपने घर में, ऑफिस में या अन्य किसी भी स्थान पर स्थापित कर सकते हैं ।
रामतरितमानस की चौपाईयों में जीवन की हर समस्या से पार पा लेने की क्षमता है | अतः आज राम नवमी के दिन अपनी विशेष इच्छाओं की पूर्ति के लिये किस राशि वालों को रामचरितमानस की किस चौपाई का पाठ करना चाहिए।
.चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन महागौरी की पूजा की जाती हैं। इसके साथ ही कन्या पूजन का महत्व है।
नवरात्र का सातवां दिन है। नवरात्र के दौरान पड़ने वाली सप्तमी को महासप्तमी के नाम से भी जाना जाता है। आज के दिन मां दुर्गा के सातवें स्वरूप माँ कालरात्रि की पूजा करने का विधान है।
ऋषि कात्यायन के यहां जन्म लेने के कारण देवी मां को कात्यायनी के नाम से जाना जाता है | मां दुर्गा का ये स्वरूप अत्यन्त ही दिव्य है |
चैत्र नवरात्र के चौथे दिन दुर्गा के चौथे स्वरूप मां कुष्माण्डा की उपासना की जायेगी | कुष्मांडा यानी कुम्हड़ा | जानें पूजा विधि, भोग के बारे में।
लॉकडाउन के समय मां की सुबह-शाम आरती की जाती हैं। लेकिन भक्तों को प्रवेश की मनाही है। केवल पुजारी लोग ही मां की सेवा करेंगे।
मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की उपासना की जायेगी। देवी मां के माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र सुशोभित होने के कारण ही इन्हें चंद्रघंटा के नाम से जाना जाता है
चैत्र नवरात्रि के तीसरें दिन एक साथ कई शुभ योग लग रहे है। जिसका असर हर राशि के जातकों पर पड़ेगा। जानें आपकी राशि में क्या होगा प्रभाव।
नवरात्र के दिनों में मखाना बहुत ही महत्वपूर्ण फूड माना जाता है। इससे आप कई तरह की डिश बना सकते हैं। जानें ऐसी ही कुछ डिश के बारे में जिन्हें आप मखाना से बना सकते हैं।
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