कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए स्वदेश में निर्मित कोवैक्सीन के टीके के बच्चों में परीक्षण के लिए, यहां के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में सोमवार से दो वर्ष के बच्चे से 18 साल तक के किशोर की जांच शुरू हो गई।
Coronavirus Vaccine-induced Antibody Titre (COVAT) द्वारा दोनों में से किसी एक टीके की दोनों खुराक ले चुके हेल्थ वर्कर्स (HCW) पर किए गए प्रारंभिक अध्ययन के अनुसार, कोविशील्ड वैक्सीन ने कोवैक्सीन की तुलना में अधिक एंटीबॉडी का उत्पादन किया।
फिलहाल देश में दो टीकों, कोविशील्ड और कोवैक्सीन को मंजूरी मिली हुई है। कोविड-19 से बचाव के लिए लोगों को दोनों टीकों की दो खुराक लेने की जरूरत है।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली में सही समय पर टीका खरीदने के आदेश न दिए जाने के कारण 18-44 वर्ष के युवाओं द्वारा पहले डोज के रूप में लिए गए 1.5 लाख से अधिक को-वैक्सीन के टीके व्यर्थ होने के कगार पर है।
कोविड-19 के टीकों की कथित बर्बादी के बारे में ‘गलत’ आंकड़े को लेकर झारखंड सरकार की लिखित आपत्ति के बाद केन्द्र सरकार ने इन आंकड़ों को शीघ्र दुरुस्त करने की बात कही और शीघ्र ही इसके लिए कोविन ऐप पर आंकड़ों को ठीक करने का अधिकार राज्यों को भी देने का आश्वासन दिया।
देश में कोविड वैक्सीन की कमी के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि सितंबर तक इसकी उत्पादन क्षमता लगभग 10 करोड़ खुराक प्रति माह तक पहुंच जाएगी।
भारत बायोटेक ने कहा कि टीके का उत्पादन बढ़ाने एक कदम दर कदम आगे बढ़ने वाली प्रक्रिया है। इसमें कई तरह के नियामकीय और गुणवत्ता परक विनिर्माण व्यवहार की मानक परिचालन प्रक्रियायें शामिल हैं।
केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि अगर कोई व्यक्ति कोविड टीके की पहली खुराक किसी एक कंपनी की और दूसरी खुराक अन्य कंपनी के टीके की लगवाता है तो किसी भी महत्वपूर्ण प्रतिकूल प्रभाव की संभावना नहीं है लेकिन दृढ़ राय पर पहुंचने के लिए अधिक जांच और समझ की ज
हैदराबाद स्थित भारत बायोटक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) ने सरकार से कहा है कि उसने कोवैक्सिन टीके को आपात उपयोग सूची (ईयूएल) में शामिल कराने के लिए डब्ल्यूएचओ को 90 प्रतिशत दस्तावेज जमा कर दिये हैं।
भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) ने सरकार को सूचित किया है कि उसने कोवैक्सीन से जुड़े 90 प्रतिशत दस्तावेज पहले ही डब्ल्यूएचओ में जमा करा दिए हैं ताकि टीके को आपात इस्तेमाल के लिये सूचीबद्ध (ईयूएल) कराया जा सके।
मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार को 18-44 साल आयवुर्ग के 6,63,353 लोगों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगायी गयी और इस तरह इस टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत से अब तक 36 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में इस उम्र वर्ग में 92,73,550 लाभार्थियों को टीके लगाये जा चुके हैं।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) द्वारा ‘भारत बायोटेक’ को कोविड-19 रोधी टीके ‘कोवैक्सीन’ के दो से 18 वर्ष के बच्चों पर परीक्षण के लिए दी गई अनुमति रद्द करने के लिए दायर याचिका पर बुधवार को केन्द्र को नोटिस जारी किया।
अदालत ने हालांकि कोविड-19 रोधी टीके ‘कोवैक्सीन’ के दो से 18 वर्ष के बच्चों पर ‘क्लीनिकल ट्रायल’ के लिए 12 मई को दी गई अनुमति पर कोई भी अंतरिम आदेश पारित करने से इनकार कर दिया।
डॉ. वीके पॉल ने बताया कि '2 से 18 साल के बच्चों पर कोवैक्सीन (COVAXIN) के क्लीनिकल ट्रायल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की अनुमति मिल गई है।
भारत में कोविशील्ड टीका लगाए जाने के बाद रक्तस्राव और खून के थक्के जमने (ब्लीडिंग और ब्लड क्लॉटिंग) के 26 संभावित प्रतिकूल प्रभाव के मामले सामने आए हैं।
कोवैक्सीन टीके का निर्माण करनेवाली कंपनी भारत बायोटेक की सहयोगी फर्म बायोवेट अगस्त के अंत तक पुणे के मंजरी स्थित प्लांट से टीके का उत्पादन शुरू कर देगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने पड़ताल के बाद विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों पर 2 से 18 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के लिए कोवैक्सीन (Covaxin) के दूसरे व तीसरे चरण के परीक्षण को मंजूरी दे दी है।
DCGI की मंजूरी के बाद देशभर में Covaxin ट्रायल 525 स्वस्थ बच्चों पर किया जाएगा। ट्रायल के लिए बच्चों को वैक्सीन की 2 डोज दी जाएगी, पहली डोज के बाद दूसरी डोज 28वें दिन दी जाएगी।
महाराष्ट्र के जालना जिले में एक बुजुर्ग को दो अलग-अलग वैक्सीन लगा दी गईं। बुजुर्ग को पहली डोज कोवैक्सीन की दी गई जबकि दूसरी डोज कोविशील्ड लगाई गई।
भारत बायोटेक ने बुधवार को कहा कि कोविड टीकों की आपूर्ति के संबंध में कंपनी की नीयत को लेकर कुछ राज्यों द्वारा शिकायत किया जाना काफी निराशाजनक है।
संपादक की पसंद