भारत बायोटेक ने सोमवार को कहा कि वह चार टीका उत्पादन इकाइयों की स्थापना कर रही है, जिनकी संयुक्त उत्पादन क्षमता 70 करोड़ खुराक प्रतिवर्ष होगी।
कोविशील्ड को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाया है जबकि दूसरी वैक्सीन कोवैक्सिन को भारत बायोटेक ने बनाया है। रविवार को इन दोनों वैक्सीन को मंजूरी दे दी गई।
सेंट्रल लाइसेंसिंग अथॉरिटी ने रविवार को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक को बिक्री और वितरण के लिए कोवैक्सीन बनाने की अनुमति दे दी। इससे पहले स्वदेशी कोरोनावायरस वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए नियामक स्वीकृति मिली थी।
कोरोना वैक्सीन के लिए को-विन ऐप को डाउनलोड करने के बाद पंजीकरण मॉड्यूल के जरिए लोग रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। जानिए क्या है पूरा प्रासेस।
Coronavirus Vaccine News: शुक्रवार को एक्सपर्ट कमेटी ने सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute) की कोविशील्ड को हरी झंडी दिखाई तो शनिवार को स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन को सिफारिश के लिए DCGI के पास भेज दिया गया। भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को भी शर्तों के साथ इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी गई है।
यह देखते हुए कि भारत ने जुलाई तक 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा है, क्या देश इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए पर्याप्त खुराक खरीद सकता है?
भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर रविवार को बड़ी खबर मिल सकती है। नए साल में डीसीजीआई अंतिम फैसला लेकर कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खुशखबरी दे सकता है।
नए साल 2021 में भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर लगातार दूसरे दिन बड़ी खबर आयी है। भारत को पहली स्वदेशी कोरोना वैक्सीन भारत बायोटेक की Covaxin को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजरी मिल गई है।
नेपाल ने अपनी 20 प्रतिशत आबादी के लिये कोविड-19 का टीका हासिल करने में भारत से मदद मांगी है। मीडिया में बुधवार को आई खबर में यह जानकारी देते हुए बताया गया कि हिमालयी राष्ट्र में इस महामारी से अब तक 1800 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है जबकि 2.6 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं।
कोविड—19 की देसी कोरोना वैक्सीन COVAXIN को लेकर अच्छी खबर आ रही है।
भारत बायोटेक के कोविड-19 टीके के तीसरे चरण के ट्रायल लिए यहां स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को पर्याप्त संख्या में स्वेछा से टीकाकरण कराने वाले लोग (वालंटीयर) नहीं मिल रहे हैं।
भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का पहले चरण का क्लीनिकल ट्रायल सितंबर महीने में ही समाप्त हो गया था, जिसके नतीजे अब सार्वजनिक किए गए हैं। इस देसी कोवैक्सीन (Covaxin) से देश को बड़ी उम्मीदें हैं।
कोरोना वायरस से संक्रमित हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को मंगलवार शाम गुड़गांव के मेदांता अस्पताल ले जाया गया। उनके परिवार के सदस्य ने यह जानकारी दी। विज को रविवार रात बेचैनी महसूस होने के बाद रोहतक के पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पीजीआईएमसए) में भर्ती कराया गया था।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने पर दवा कंपनी भारत बायोटेक ने शनिवार को कहा कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन- कोवैक्सिन सुरक्षित और प्रभावशाली है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को स्पष्ट किया कि कोवैक्सिन दो खुराकों वाला कोरोना वायरस टीका है और हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को सिर्फ पहली खुराक ही दी गयी थी।
क्रवार को Covaxin का तीसरा ट्रायल शुरू हो गया है और देशभर में कुल 25800 लोगों पर तीसरे चरण का ट्रायल हो रहा है।
कोरोना वायरस के खिलाफ स्वदेशी टीका कोवैक्सीन के इंसानों पर परीक्षण का तीसरा चरण जल्द ही यहां एक निजी अस्पताल में शुरू होगा।
Coronavirus Vaccine: भारत बायोटेक ने tweet कर कहा कि COVAXIN™️ के तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल शुरू करने के लिए DGCI ने अप्रूवल दे दिया गया है।
कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। देश में स्वदेशी रूप से विकसित की जा रही कोरोना की वैक्सीन कोवैक्सीन के दूसरे चरण के ट्रायल अगले महीने यानि सितंबर से शुरू होने जा रहे हैं।
दिल्ली की एक निजी प्रयोगशाला ने कोविड-19 के इलाज में भारत के स्वदेशी टीके कोवैक्सीन के मनुष्यों पर परीक्षण के लिए केंद्रीय प्रयोगशाला के तौर पर चयनित होने का दावा किया है।
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