मंगलवार को हुए इस हादसे में तेल टैंकर में सवार दो लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए। हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि कार विकास मालू चला रहे थे या नहीं।
रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में भारत ने कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार भारत में सड़कों का नेटवर्क अब अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है। चीन, जापान, जर्मनी, इटली और फ्रांस, आस्ट्रेलिया जैसे देशों को भारत ने बहुत पीछे छोड़ दिया है। यह सब पीएम मोदी के 9 वर्षों के कार्यकाल में हुआ।
इस ऑफर के तहत यात्रियों को 15 मई, 2023 से लेकर 25 अक्टूबर, 2023 तक हर सोमवार, मंगलवार और बुधवार को 5555 रूपये की यह सुपर डील मिलेगी
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर हुई टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार पलट गई और डिवाइडर पर लगे पौधों पर जा गिरी।
प्रधानमंत्री मोदी आज जिस जगह पर आए थे वह मीणा और गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र है। आम जनता और कांग्रेस के नेता पीएम का स्वागत तो कर रहे थे लेकिन ईआरसीपी (Eastern Rajasthan Canal Project) को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग भी उठा रहे थे।
विकास की रफ्तार और रफ्तार से विकास के जिस मॉडल की प्रधानमंत्री मोदी चर्चा करते है। आज दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे के पहले फेज का लोकार्पण करके उसकी झलक दिखा दी। आज एक्सप्रेस-वे के जिस फेज को खोला गया है उससे दिल्ली से जयपुर जाने में अब आधा वक्त लगेगा।
6 राज्यों से गुजरने वाला ये दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे मार्च 2024 तक पूरी तरह तैयार हो जाएगा। अभी तक दिल्ली से जयपुर तक के सफर में लगभग 5 घंटे लगते थे अब यह समय घटकर लगभग साढ़े 3 घंटे का हो जाएगा।
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस-होगा, जिसकी कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर है। इसके बन जाने से दिल्ली और मुम्बई के बीच की यात्रा दूरी में 12 प्रतिशत की कमी आएगी और सड़क की लंबाई 1,424 किलोमीटर से कम होकर 1,242 किलोमीटर रह जाएगी।
दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड 246 किलोमीटर लंबा है, जिसे 12,150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। इस खंड के चालू हो जाने से दिल्ली से जयपुर का यात्रा समय पांच घंटे से कम होकर लगभग साढ़े तीन घंटे रह जाएगा।
पीएम मोदी 12 फरवरी को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड का उद्घाटन करेंगे। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे बनाने में 12 लाख टन स्टील का इस्तेमाल किया जा रहा है जो 50 हावड़ा ब्रिज के बराबर है। जानिए और क्या है खास?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए मनगढ़ का दौरा किया, फिर गुर्जरों को ध्यान में रखते हुए भीलवाड़ा के मलसेरी डूंगरी का दौरा किया और इस बार उनकी दौसा यात्रा मीणा समुदाय को ध्यान में रखते हुए है।
गडकरी ने कहा कि एक परिवहन मंत्री के रूप में, उन्होंने देश में पेट्रोल और डीजल के उपयोग को खत्म करने का संकल्प लिया है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के मार्च 2023 तक पूरा होने की संभावना है और इसे भारतमाला परियोजना के पहले चरण के तहत बनाया जा रहा है।
नितिन गडकरी ने गुरुवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण किया। इस दौरान हरियाणा इलाके में निरीक्षण के दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद रहे।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से सालाना 32 करोड़ लीटर से अधिक ईंधन की बचत होगी और यह 85 करोड़ किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी, जो 4 करोड़ पौधों के लगाने के बराबर होगी।
देश के सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होने जा रहे Delhi-Mumbai Expressway का काम तेज गति से आगे बढ़ रहा है और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उम्मीद जताई है कि निश्चित अवधि पर इसका काम पुरा हो जाएगा। मंगलवार को परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण की कुछ तस्वीरें शेयर की।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे परियोजना की अनुमानित लागत एक लाख करोड़ रुपए है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का भूमिपूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले कुछ दिन में कर सकते हैं और इसके ढाई साल में पूरा हो जाने की उम्मीद है।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को बताया है कि 1 लाख करोड़ रुपए की लागत से दिल्ली से मुंबई के बीच एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है और यह रोड़ 3 साल में बनकर तैयार हो जाएगा।
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