दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने शुक्रवार (19 फरवरी) को वार्षिक प्रेसवार्ता के दौरान 2020 नार्थ ईस्ट दिल्ली दंगों को लेकर अबतक की गई कार्यवाही के बारे में जानकारी देते हुए डेटा सामने रखा।
दिल्ली दंगों के एक दिन बाद अब पुलिस एक्शन में आ गई है। दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर दंगा करने वाले 200 लोगों को हिरासत में ले लिया है।
पूरक आरोपपत्र में कहा गया है कि जांच के दौरान गवाह रोशन पाठक से कथित तौर पर संशोधित नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शनों की तैयारी के लिए जनवरी 2020 में हुसैन द्वारा किए गए वित्तीय लेनदेन के बारे में पूछताछ की गई।
दिल्ली की मेट्रोपोलिटन अदालत ने प्रथम दृष्टया ये माना कि जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद, आम आदमी पार्टी से निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन और कुछ अन्य लोगों ने मिलकर पिछले साल उत्तर-पूर्व दिल्ली में दंगों की साजिश रची थी।
मलिक ने आरोप लगाया कि जेल अधिकारियों द्वारा आठ दिसंबर को उसे बुरी तरह पीटा गया और उसे चिकित्सीय परीक्षण के लिए अस्पताल भी नहीं ले जाया गया।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि जिस प्रकार संस्कृत महाकाव्य महाभारत षड्यंत्र की एक कहानी थी, उसी प्रकार उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे भी कथित षड्यंत्र थे, जिसके ‘धृतराष्ट्र’ की पहचान किया जाना अभी बाकी है।
दिल्ली की एक अदालत ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों से संबंधित मामले में शाह आलम नाम के एक आरोपी को जमानत दी है।
दिल्ली की एक अदालत ने शहर के उत्तर पूर्वी हिस्से में फरवरी में हुए सांप्रदायिक दंगों के मामले में जेएनयू के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद की न्यायिक हिरासत बुधवार को 14 दिन के लिए बढ़ा दी।
अदालत ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों से संबंधित हत्या के एक मामले में एक आरोपी को जमानत दे दी है। अदालत ने कहा कि किसी गवाह या पुलिस द्वारा आरोपी की पहचान नहीं की जा सकी और यहां तक कि सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में भी उसकी पहचान नहीं हो सकी।
दिल्ली की एक कोर्ट ने आज उमर खालिद के वकील द्वारा दायर याचिका को खारिज कर दिया।
दिल्ली की एक अदालत ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में फरवरी में हुई हिंसा में षड्यंत्र से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्र आसिफ इकबाल तनहा को दिसंबर में उनकी कंपार्टमेंटल परीक्षा के लिए तीन-दिवसीय कस्टडी पैरोल पर रिहा कर दिया।
देश की राजधानी में फरवरी में हुए दंगों के मामले में दिल्ली पुलिस को 20 लोगों की तलाश है। दिल्ली में हुए दंगों के इन 20 आरोपियों की तस्वीर पहली बार सामने आई है।
शाहीन बाग का धरना हो, जाफराबाद का प्रोटेस्ट हो, अलीगढ़ के छात्रों का विरोध हो, या भारत के कुछ अन्य शहरों में हो रहे प्रदर्शन हों, सभी एक ही तरह की कहानी कहते हैं।
दिल्ली पुलिस ने दिल्ली हिंसा की साजिश रचने के मामले में जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद और शरजील इमाम तथा फैजान खान के खिलाफ कड़कड़डुमा कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है।
दिल्ली की एक अदालत ने छात्र कार्यकर्ता गुलफिशा फातिमा को फरवरी में उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा से जुड़े एक मामले में शनिवार को जमानत दे दी।
दिल्ली हिंसा मामले में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र उमर खालिद और अन्य के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए दिल्ली सरकार और गृह मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है।
दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष जफरुल इस्लाम खान ने गुरुवार को कहा कि कश्मीरी आतंकवादियों से उनका कोई संपर्क या रिश्ता नहीं है। खान ने कहा कि उन्हें इस बात का अंदेशा है कि उन्हें आतंकवाद या दंगों के किसी मामले में ‘फंसाया’ जा सकता है।
दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को कहा कि इस साल फरवरी में उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे राष्ट्रीय राजधानी में ‘विभाजन के बाद सबसे भयानक सांप्रदायिक दंगे थे।’
दिल्ली की अदालत ने फरवरी में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों से संबंधित मामले में शुक्रवार को एक आरोपी को जमानत देते हुए कहा कि घटना को लेकर दो सप्ताह तक गवाहों की खामोशी से उनकी विश्वसनीयता पर ''गंभीर संदेह'' पैदा होता है।
दिल्ली की एक अदालत ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र उमर खालिद को 22 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
संपादक की पसंद