बाड़मेर में आए धूल के बवंडर से दिन में ही रात जैसा माहौल हो गया था। तेज आंधी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। दिन में मिट्टी के कारण दृश्यता काफी कम हो गई। इससे गाड़ी चलाने वालों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
दिल्ली में पिछले चार दिन से अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। रविवार तक अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने बताया कि 7 अप्रैल से इसका असर कम होगा जिसके बाद एक बार फिर मौसम शुष्क रहेगा। मौसम के मिजाज को देखते हुए किसानों को सलाह दी जाती है कि जो फसलें कट कर तैयार हो चुकी हैं या खलिहान में अब भी पड़ी है, उसका सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें।
मौसम विभाग के अधिकारी ने अनुमान जताया है कि बृहस्पतिवार को आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने बताया कि बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान व अनुसंधान प्रणाली (सफर) के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बुधवार को 341 पर था जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को दोपहर बाद आंधी तूफान आने की आशंका है, जिसकी वजह से तापमान में गिरावट आ सकती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि घायलों का समुचित उपचार कराया जाये तथा 24 घंटे के अंदर राहत सामग्री वितरित करा दी जाये। मुख्यमंत्री ने आंधी तूफान में मारे गये लोगों के प्रति गहरा दुख व्यक्त किया है और उनके परिजनों को जल्द से जल्द राहत सहायता पहुंचाने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, दिल्ली द्वारा शनिवार शाम जारी चेतावनी में कहा गया है कि हल्की बारिश और 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ दिल्ली और एनसीआर में धूलभरी आंधी आने की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक़ अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में दबाव के चलते मॉनसून भी तेज़ गति से उत्तर भारत के कई इलाक़ों की ओर बढ़ रहा है। यानी तूफान तो आएगा ही लेकिन साथ ही तेज़ बारिश भी होगी जिससे लोगों की मुसीबत डबल हो जाएगी।
सोमवार शाम कटिहार के पाकिस्तान टोला इलाक़े में उस वक़्त कोहराम मच गया जब बेहद तेज़ आंधी तूफान के चलते बरगद का एक पेड़ जड़ से उखड़कर ज़मीन पर आ गिरा। इस दौरान एक महिला इसकी चपेट में आ गई।
उत्तर भारत में पिछले 15 दिनों से मौसम के मिजाज में तेजी से बदलाव देखा गया है। मई के पहले हफ्ते में उत्तर प्रदेश और राजस्थान में आंधी-तूफान के चलते 120 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि बुधवार को जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों, कनार्टक के तटीय इलाकों, तमिलनाडु, पुडुच्चेरी और केरल जैसे राज्यों में आंधी-तूफान आने के आसार हैं।
गनीमत रही कि खराब मौसम को देखते हुए सतर्क होकर वाहन चला रहे उनके चालक ने पेड़ से टकराने से पहले ही ब्रेक लगाकर गाड़ी को नियंत्रित कर लिया...
मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किये जाने का अनुमान है।
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद मथुरा में भी बुधवार की शाम तेज आंधी और ओलों के साथ आई बारिश ने जमकर कहर बरपाया। खराब मौसम ने मांट तहसील इलाके में दो लोगों की जान ले ली। वहीं थाना बलदेव क्षेत्र के गांव ककरेटिया में स्कूल की दीवार गिरने से मलबे में दबकर एक शख्स जख्मी हो गया।
मौसम विभाग के अनुसार, हालांकि आंधी तूफान का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। 11 मई तक मौसम में बदलाव आने के संकेत मिल रहे हैं...
मौसम विभाग ने राज्य में कई जगहों पर अगले 24 घंटे में फिर से आंधी या गरज के साथ बौछार का पूर्वानुमान लगाया है...
जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश के साथ ओले गिर सकते हैं। राजस्थान में धूल भरी आंधी, दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा पश्चिमी यूपी और पश्चिम बंगाल में तेज आंधी और तूफान का खतरा मंडरा रहा है।
राजस्थान के पश्चिमी इलाके में भयानक तूफान उठा है। रेतीले तूफान ने बीकानेर, बाड़मेर और जैसलमेर को अपनी चपेट में ले लिया है। मंगलवार को जयपुर में राजस्थान रॉयल्स का किंग्स XI पंजाब से मैच होना है जिस पर अब संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
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