, ‘‘ स्थानीय प्रशासन 14 अप्रैल से हर दिन कर्फ्यू में चार घंटे की ढील दे रहा है। प्रशासन ने एक सर्वेक्षण किया था और राज्य सरकार को एक रिपोर्ट भेजी थी। राज्य सरकार ने प्रभावितों को राहत के लिए एक करोड़ रुपए आवंटित किए हैं।’
मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में रामनवमी पर हुई हिंसा के बाद स्थिति सामान्य होने लगी है। इसे देखते हुए शहर में शुक्रवार सुबह और शाम को दो-दो घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील दी गई। अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र से किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।
खरगोन में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद मध्यप्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और 'दिग्गी राजा' के नाम से मशहूर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने विवादास्पद ट्वीट किया तो उनके खिलाफ एक के बाद एक कई मामले दर्ज हो गए।
मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में हाल ही में रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद हुई हिंसा और सांप्रदायिक तनाव के बाद मध्य प्रदेश की मस्जिदों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। एक मुस्लिम धर्मगुरु ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
करौली अब कांग्रेस, बीजेपी और अन्य राजनीतिक दलों के लिए सियासी जंग का मैदान बन गया है।
रामनवमी पर जुलूस पर हुए पथराव के बाद हुई हिंसा के बाद लगाए गए कर्फ्यू में अब महिलाओं के लिए दो घंटे की छूट दी गई है। यह छूट सुबह 10 बजे से 12 बजे तक मिलेगी।
एसपी सिद्धार्थ ने ये भी बताया कि जब वो तलवार से हमला करने वाले को पकड़ने गए, तब उन्हें गोली मारी गई। खरगोन के संजय नगर में पथराव के दौरान ये हमला हुआ।
दिग्विजय ने पत्र में लिखा है, कानून की अलग-अलग व्याख्या नहीं हो सकती, अपराध सामान्य नागरिक करे या मुख्यमंत्री मुकद्दमा दर्ज होना चाहिए।
मध्य प्रदेश के एक इलाके के आदिवासियों के लिए भी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भगवान से कम नहीं है क्योंकि उन्हें लगता है कि इंदिरा गांधी ने उनके लिए अपने शासनकाल जो किया वह सिर्फ भगवान ही कर सकता है। यही कारण है कि इंदिरा गांधी की प्रतिमा स्थापित कर मंदिर बनाया गया है और उसमें पूजा भी की जाती है।
चुनाव चौक । खरगौन , मध्य प्रदेश | 28 अक्टूबर, 2018
मप्र के खरगोन जिले के शहर सनावद में शराब की दुकानों को हटाने के लिए जबरदस्त अभियान चला दिया गया है और प्रशासन से इन दुकानों को हटाने के लिए पूरा दबाव भी बनाया गया है।
मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के एक ATM से एक ग्राहक को 500 रुपए के दो नोट एक तरफ से बिना छपे यानी कोरे प्राप्त हुए हैं। शिकायत करने पर बैंक ने ऐसे नोट बदल दिए।
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