मराठा आरक्षण की मांग को लेकर हो रहे आंदोलन के बीच वीआईपी सुरक्षा ट्रीटमेंट मिलने पर सांसद श्रीकांत शिंदे ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने पत्र लिखकर ठाणे के पुलिस आयुक्त पर अपना गुस्सा निकाला।
महाराष्ट्र में इन दिनों मराठा समाज की तरफ से आरक्षण की मांग को लेकर उग्र प्रदर्शन किया जा रहा है। राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे अनशन पर बैठे मनोज जरांगे पाटिल को लगातार अश्वासन देकर मनाने की कोशिश में हैं।
Aaj Ki Baat: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन की आग अब बढ़ती जा रही है....बीड़....धाराशिव...संभाजीनगर...पुणे...मुंबई ....के बाद अब नागपुर...नासिक...में भी प्रदर्शन शुरू हो गए हैं दूसरी तरफ सरकार की कोशिश जारी हैं. आज all party मीटिंग हुई सभी पार्टियां इस मुद्दे पर एक राय हैं कि मराठाओं को आरक्ष
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर हो रहे आंदोलन के चलते आज सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। इस बैठक में सभी दलों के नेता शामिल हुए। साथ ही सभी ने मराठा आरक्षण को लेकर एकजुटता दिखाई है।
मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र में तनाव के हालात बने हुए हैं। राठा समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए हैं और उग्र आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच शिवसेना उद्धव गुट ने राष्ट्रपति मुर्मू से मिलने का समय मांगा है।
मराठा आरक्षण की मांग काफी तेज होने के साथ ही हिंसक भी हो गई है। 2 दिन पहले कुछ उपद्रवियों ने बीड में हिंसा का रास्ता अपनाते हुए अलग-अलग जगहों पर पथराव किया। अब इसका का एक फुटेज भी सामने आया है।
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर मराठा समुदाय के लोग नेताओं को निशाना बना रहे हैं। इस वजह से सीएम और बाकी मंत्रियों की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है। ताजा मामला ये है कि महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और अजित पवार गुट के नेता हसन मुश्रीफ की गाड़ी में तोड़फोड़ की गई है।
डॉ. जितेंद्र आव्हाड मराडा समाज के समर्थन में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे, जहां आंदोलनकारियों ने उन्हें मंच से नीचे उतार दिया। साथ ही उनसे कहा कि ये मंच सिर्फ आम कार्यकर्ताओं के लिए है।
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे अनशन पर बैठे हैं। आरक्षण की मांग को लेकर महाराष्ट्र के कई हिस्से में हिंसक घटनाएं हुईं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
राज्य में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर घमासान मचा हुआ है। समाजिक कार्यकर्ता मनोज जरांगे आरक्षण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे हुए हैं। उनके इस अनशन को 7 दिन बीत चुके हैं।
मराठा आरक्षण की मांग कर रहे आंदोलनकारियों द्वारा कई जगहों पर तोड़फोड़ और आगजनी के कारण कई जिलों में कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है। दूसरी ओर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मनोज जरांगे पाटिल ने महाराष्ट्र सरकार को आरक्षण के मुद्दे पर अल्टीमेटम दिया है।
राज ठाकरे ने मनोज जरांगे से अपील करते हुए कहा है कि वह अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल खत्म करें। राज ने महाराष्ट्र विधानमंडल का एक विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की है। गौरतलब है कि मराठा आरक्षण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है।
जम्मू कश्मीर के बारामूला में आतंकियों के हौसले बुलंद हैं। आतंकियों ने वेलू क्रालपोरा में एक हेड कांस्टेबल को उनके घर के पास ही गोली मार दी। इस आतंकी हमले में हेड कांस्टेबल शहीद हो गए हैं। मौके पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
मराठा आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मनोज जरांगे पाटिल ने महाराष्ट्र सरकार को बड़ी चेतावनी दी है। पाटिल ने कहा है कि सरकार आज रात को फैसला लेकर कल विशेष अधिवेशन बुलाए और मराठा आरक्षण पर फैसला करें।
मराठा आरक्षण का मुद्दा बहुत पुराना और बहुत जटिल है। 42 साल पुराना ये मसला 42 घंटों में सुलझ जाएगा इसकी उम्मीद करना ठीक नहीं है। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर सबसे पहले 1981 में अन्नासाहेब पाटिल ने आंदोलन किया था, उसके बाद हर पार्टी ने मौके के हिसाब से इस पर सियासत की।
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन की आग धाराशिव तक पहुंच गई। प्रदर्शनकारियों ने यहां भी आगजनी और तोड़फोड़ की जिसके बाद यहां भी प्रशासन को कर्फ्यू लगाना पड़ा। जिलाधिकारी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर हो रहे आंदोलन के बीच सरकार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है। इस बैठक में तीन अहम फैसले लिए गए।
मराठा आरक्षण की मांग कर रहे आंदोलनकारियों ने राज्य के कई जिलों में तोड़फोड़ और आगजनी की है। इस कारण कई जिलों में कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है।
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है। सोमवार को जहां इसे लेकर प्रदर्शन उग्र हो गया और प्रदर्शनकारियों ने एनसीपी नेता के घर में आग लगा दी। इस आरक्षण के समर्थन में शिंदे गुट के दो सांसदों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि यह आग सरकार ने ही लगाई है और उसे ही इसे बुझाना चाहिए।
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