सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों के लिए पिछले 48 घंटे से हालात लगातार बदल रहे हैं लेकिन उम्मीद की किरण इसलिए भी जगमग है क्योंकि सुंरग के अंदर फंसे मजदूर सही सलामत हैं, उनसे बात हो रही है। गुरुवार को उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मजदूरों का हौसला बढ़ा रहे गब्बर सिंह से बात की और भरोसा दिलाया कि पूरा देश उनके साथ ह
उत्तरकाशी के सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन आज भी जारी रहा। शाम में ड्रिलिंग मशीन में खराबी आ गई जिसके चलते अब कल श्रमिकों को सुरंग से बाहर निकालने की कोशिश की जाएगी।
सबको उम्मीद है कि आज 41 मजदूर अपने परिजनों को देख पाएंगे। सुरंग के बाहर ही बैठे परिवार वालों की भावनाओं को भी उत्तरकाशी की सर्दी डिगा नहीं पा रही है। एक्सपर्ट के मुताबिक अगर सब ठीक रहा तो आज मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा।
उत्तराखंड के सिल्कयारा टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए राहत और बचाव का काम तेज कर दिया है। अगले कुछ घंटों में अहम खबर मिलने की उम्मीद है।
उत्तरकाशी सुरंग हादसे में फंसे 41 मजदूरों को सुरंग से बाहर निकालने का काम तेजी से चल रहा है। अगले दो दिनों में मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा। उन्हें खाना-दवाएं भेजी गई हैं। जानिए अबतक का अपडेट-
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टनल में फंसे 40 मजदूरों को निकालने का काम आज सातवें दिन भी जारी है जहां ड्रिलिंग में चट्टान परेशानी बन रही है। इस बीच टनल के अंदर 2 मजदूरों की तबीयत खराब हो गई है जिसके बाद से टेंशन और ज्यादा बढ़ रही है।
उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में पिछले 5 दिन से भी ज्यादा समय से फंसे मजदूरों के जल्द रेस्क्यू की उम्मीदें बढ़ गई हैं क्योंकि नई ऑगर मशीन ने शुक्रवार सुबह तक 21 मीटर मलबा भेद दिया था।
सिलक्यारा सुरंग के एक हिस्से के ढहने से उसमें फंसे मजदूरों को निकालने का काम तेजी से किया जा रहा है, हालांकि एक ताजा भूस्खलन की वजह से इसमें थोड़ी अड़चन जरूर आई है।
नेपाल में एक घायल ने होश में आने पर बताया कि बचावकर्मियों को मुझ तक पहुंचने में लगभग आधे से एक घंटे का समय लग गया।’’ अस्पताल में भर्ती एक अन्य व्यक्ति टीका राम राणा ने कहा, ‘‘मैं सो रहा था कि रात को करीब 10-11 बजे सब हिलने लगा और मकान धंस गया। कई मकान ढह गए और कई लोग मलबे में दब गए।
सिक्किम में बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। करीब एक सप्ताह बाद भी 76 लोगों का पता नहीं चल रहा है। वहीं विभिन्न इलाकों में फंसे पर्यटकों को निकालने का काम जारी है।
लखनऊ के एक अपार्टमेंट में मल्टीलेवल कार पार्किंग का काम चल रहा था। अचानक जमीन धंसने से कई मजदूर मलबे में समा गए। इस घटना में 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। बता दें कि यूपी पुलिस, एसडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीम रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई है।
चिली में आए 6.2 तीव्रता के भयानक भूकंप से लोग दहशत में आ गए। उत्तरी चिली में लोग रोजाना की तरह अपने दैनिक कार्यों में जुटे थे। सुबह करीब आठ बजकर 48 मिनट पर अचानक धरती कांपने लगी। इससे सभी डर कर अपनी जान बचाने को घरों से बाहर निकल कर भागे। हालांकि कुछ ही मिनट में झटके थम गए। इसके बाद भी लोगों में दहशत कायम रही।
नेपाल में दर्दनाक बस दुर्घटना हुई है। सड़क पर जा रही यात्री बस अचानक अपना संतुलन खो बैठी और वह नदी में जा गिरी। इस दुर्घटना में 8 यात्रियों की मौत हो गई। घायलों को इलाज के लिए भेजा गया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
पाकिस्तान में एक यात्री बस के डीजल ले जा रहे वैन से टकरा जाने के कारण दोनों वाहनों में आग लग गई। इसमें कम से कम 16 यात्रियों की मौत होने की खबर है। 15 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलकों को नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है।
चीन बाढ़ से बर्बादी की राह पर है। पूरे देश में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लापता हैं। कई लाख लोगों को बाढ़ वाले क्षेत्रों से रेस्क्यू करके सुरक्षित ठिकानों पर ले जाया गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि चीन में कहीं बाढ़ तो कहीं भीषण गर्मी और लू का भयंकर प्रकोप है।
मध्य प्रदेश के सीहोर में एक बोरवेल में गिरी ढाई साल की बच्ची सृष्टि को बोरवेल से निकाल लिया गया। लेकिन दुख की बात यह रही कि बच्ची का जान नहीं बचाई जा सकी।
मध्य प्रदेश के सीहोर में बोरवेल में गिरी ढाई साल की बच्ची सृष्टि को बचाने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन 51 घंटों के बाद गुरुवार को समाप्त हो गया।
कहा गया है कि "जाको राखे साइयां...मार सके न कोय।" यह कहावत एक बार फिर कोलंबिया में सच साबित हुई है। अधिकारियों के अनुसार करीब दो हफ्ते पहले कोलंबिया में एक विमान हादसे का शिकार हो गया था। इस दर्दनाक हादसे में पायलट के अतिरिक्त दो यात्री भी मारे गए थे। जबकि अन्य लोग लापता थे।
भीषण और रिकॉर्डतोड़ बारिश से पिछले 36 घंटे में बारिश ने इटली में तबाही मचा दी है। इटली की सड़कें, गलियां और लोगों के घर तक जलमग्न हो गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार इटली में सामान्यतयः एक वर्ष में करीब 1000 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जाती है, जबकि 500 मिलीमीटर बारिश पिछले 36 घंटों के दौरान ही रिकॉर्ड की जा चुकी है।
नेपाल में हिमस्खलन की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामले में नेपाल के मुगु जिले में हिमस्खलन की एक और घटना में तीन लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। एक स्थानीय अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। यह घटना ऐसे वक्त में हुई जब जुमला जिले के कुल 15 लोग कैटरपिलर फंगस यार्सागुम्बा की तलाश में मुगु गए थे।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़