इजरायल-हमास युद्ध में गलती किसकी है। इस युद्ध के लिए हमास जिम्मेदार है या फिर इजरायल? इस मसले पर सऊदी अरब के प्रिंस ने बेबाक बात कही है। उन्होंने इसके लिए दोनों ही पक्षों को अलग-अलग वजहों के लिए जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही भारत का उदाहरण देकर उसकी तारीफ की है।
इजराइल और हमास की जंग के बीच सउदी प्रिंस सलमान और ईरानी राष्ट्रपति रायसी ने फोन पर बातचीत की है। दोनों देशों ने इस जंग पर चिंता जाहिर की है। जानिए दोनों के बीच और क्या बातचीत हुई है।
इजराइल और फलस्तीन के आतंकी संगठन हमास में जंग के बीच सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि ‘फलस्तीनियों के साथ खड़ा है सऊदी अरब।’ उनके इस बयान से मिडिल ईस्ट में खलबली मच गई है।
पाकिस्तान का कंगाली में आटा गीला हो चुका है। अब देश के लोगों की भूख मिटाने के लिए उसे भीख का ही सहारा रह गया है। पाकिस्तान ने फिर अपने दोस्त चीन और सऊदी अरब से नजरें इनायत करने की गुहार लगाई है। आइएमएफ बेलआउट के लिए पाक ने 11 अरब डॉलर मांगा है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि इजराइल और सऊदी अरब मिलकर दोस्ती की ऐतिहासिक दहलीज पर पहुंचने वाले हैं। बेंजामिन ने कहा कि दोनों देशों की दोस्ती पश्चिम एशिया में नए समीकरण बनाएगी।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम में तेजी पर नाराजगी जताई है। साथ ही धमकी भी दे डाली है कि यदि ईरान ने परमाणु हथियार बनाए तो हम भी पीछे नहीं रहेंगे।
जी20 सम्मेलन में सऊदी अरब, भारत, अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच एक मेगा कॉरिडोर बनाने का फैसला हुआ है। इस ऐतिहासिक परियोजना के तहत यूरोप और भारत को मध्य-पूर्व के जरिए कनेक्ट किया जाएगा।
सऊदी अरब के प्रिंस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। जी-20 शिखर सम्मेलन समाप्त होने के बाद भी प्रिंस मो. बिन सलमान एक दिन अतिरिक्त भारत में ही रहेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा होगी।
पाकिस्तान अब इस कोशिश में है कि सऊदी अरब के प्रिंस सलमान भारत से वापसी के समय पाकिस्तान भी रुकें। पाकिस्तान के पीएम दफ्तर के सूत्र ने इस संभावना से इनकार नहीं किया है।
इजरायली यात्रियों को लेकर जा रहा सेशल्स का विमान तकनीकी खराबी की वजह से इजरायल के दुश्मन देश सऊदी अरब में उतारना पड़ा। इस दौरान इजरायली यात्री काफी डर गए थे। लेकिन जानिए इजरायली विमान जब अरब के जेद्दाह एयरपोर्ट पर आपत स्थिति में उतरा तो क्या हुआ?
सऊदी अरब अपनी सीमा में प्रवेश करने वाले नागरिकों को गोलियों और विस्फोटकों से उड़ा रहा है। अब तक सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं। यूएन के अनुसार, प्रति वर्ष दो लाख से ज्यादा लोग अवैध रूप से सीमा पार करने की कोशिश करते हैं।
अजीत डोभाल ने सुझाव दिया कि यूक्रेन के लिए जो भी मसौदा बने, उसमें रूस का होना जरूरी है। डोभाल का यह बयान साफ इशारा करता है कि भारत के लिए दोस्त रूस आज भी अहम है।
बदलती दुनिया में जब इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, सऊदी अरब अब अपने देश को पूरी तरह से बदलना चाहता है। जानिए इसके लिए वह क्या क्या उपाय कर रहा है? किस तरह वह दुनिया के घटनाक्रमों में अपनी सक्रियता बढ़ा रहा है? जानिए आखिर इन सबके क्या हैं मायने?
सऊदी अरब की मांग अंतरराष्ट्रीय शांति को जोखिम में डाल सकती है। साथ ही खाड़ी क्षेत्र में परमाणु रेस के लिए जिम्मेदार हो सकती है।
हार्ट वाली इमोजी भेजना अब अपराध की कैटैगरी में आ सकता है। इसके लिए आपको जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। जुर्माने का भी प्रावधान है। जानिए किन दो देशों में 'हार्ट' वाली इमोजी भेजना बैन है।
साउदी अरब ने उत्पादन में कटौती आगे बढ़ाने का फैसला लिया है। अब दुनिया भर में महंगाई को लेकर अनुमान गड़बड़ाने का डर सताने लगा है।
खाड़ी देशों पर अमेरिका का परंपरागत वर्चस्व है। इस दबदबे को चीन तोड़ने की कोशिश में है। यूएई और चीन पहली बार युद्धाभ्यास कर रहे हैं। यह इस बात को दर्शाता है कि समीकरण बदल रहे हैं। जिनपिंग जहां मिडिल ईस्ट में अपनी पैठ बढ़ा रहे हैं, वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन अपनी पकड़ बरकरार रखने के लिए कूटनीतिक कवायदें कर रहे हैं।
यहूदी देश इजरायल मुस्लिम देश सऊदी अरब से दोस्ती बढ़ाएगा। ईरान से बढ़ते खतरे के बीच इजरायल अरबों डॉलर के पैकेज से अपना रेल नेटवर्क बढ़ागा। सऊदी अरब से तेलअवीवी तक संभावित रेल नेटवर्क से भारत को भी फायदा होगा।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का हल निकालने के लिए सऊदी अरब में इस महीने की शुरुआत में ही बड़ी बैठक हो सकती है। इसमें सऊदी अरब सहित 30 देशों के भाग लेने की उम्मीद है।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के सऊदी अरब पहुंचने पर दोनों देशों ने निवेश, रक्षा उद्योग, ऊर्जा और संचार से जुड़े कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़