भारत और रूस ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ और मॉस्को पर लगाए गए बैन की काट ढूंढ़ ली है। इससे निपटने के लिए पीएम मोदी और पुतिन ने 5 साल की एक योजना पर सहमति जताई है।
ट्रंप की इस चेतावनी के बाद कनाडा अब राजनयिक स्तर पर जवाबी कदम सोच रहा है, लेकिन आसियान शिखर के दौरान अनौपचारिक बातचीत की संभावना बनी हुई है। वैश्विक बाजारों में इस खबर से कनाडाई डॉलर में गिरावट दर्ज की गई।
डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर बड़ा टैरिफ लगा दिया, जिसे लेकर चीन ने अमेरिका को धमकी दी है, जिसके बाद ट्रंप ने कहा है कि जल्द जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। उन्होंने रूस को लेकर बड़ी बात कही है। जानें पीएम मोदी के लिए ट्रंप ने क्या कहा?
भारत ने यह साबित कर दिया है कि यह 21वीं सदी का हिंदुस्तान है, जो अमेरिका जैसे देशों के आगे भी घुटने नहीं टेकता, बल्कि पूरी दुनिया को अपने कदमों में झुकाने का दम रखता है।
रूस ने यूक्रेन पर अबतक का सबसे बड़ा हमला किया है। इसे लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि मैं रूस पर कई तरह के प्रतिबंध और टैरिफ लगाने की सोच रहा हूं। जानें और क्या कहा ट्रंप ने...
भारत पर राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ का मामला अब अमेरिका की शीर्ष अदालत तक पहुंच गया है। ट्रंप को यह सफाई पेश करने के लिए मजबूर होना पड़ा है कि उन्होंने भारत जैसे देश पर इतना अधिक टैरिफ क्यों लगाया?
ट्रंप सरकार ने अदालत में यह भी दलील दी है कि विभिन्न देशों पर लगाए गए शुल्कों को यदि अवैध ठहराया गया, तो वसूले गए करों को वापस लौटाना पड़ सकता है, जिससे अमेरिकी राजकोष पर बड़ा वित्तीय बोझ पड़ेगा।
पीएम मोदी के चीन दौरे ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका दिया है। इसके बाद ट्रंप ने भारत पर अभी और अधिक टैरिफ लगाने की धमकी दी है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोई बड़ा ऐलान करने वाले हैं। सबके मन में यही सवाल है कि क्या ट्रंप इस्तीफा दे देंगे या फिर कोई और ऐलान कर सकते हैं। पूरी दुनिया की निगाहें उनके फैसले पर टिकी हैं।
रूस से नजदीकी का हवाला देते हुए ट्रंप ने भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया। इस बीच रूस ने भारत को तेल पर भारी छूट दे दी है। पुतिन ने जो गिफ्ट भारत को दिया है, यह सुनकर अमेरिका को मिर्ची लगती तय है।
अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग ने भारतीय आयातों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी। इसके साथ ही अब भारतीय आयातों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को फिर से 90 दिनों के लिए टैरिफ से छूट दी है। इतना ही नहीं, ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को खास दोस्त बता दिया है। जानिए ट्रंप चीन पर इतनी मेहरबानी क्यों दिखा रहे हैं?
पीएम मोदी की चीन की यात्रा की चर्चाओं के बीच ग्लोबल टाइम्स ने दोनों देशों को वैश्विक स्तर पर एकजुट होने की सिफारिश की है। ग्लोबल टाइम्स ने भारत और चीन को एक दूसरे को भाई के तौर पर पेश करते हुए लिखा है कि हिंदू कहावत के अनुसार...भाई की नाव पार कराओ...
नाटो की सलाहकार क्रिस्टल कौल ने अमेरिका द्वारा भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने जाने पर निराशा जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह ट्रंप का पावर प्ले इस्टाइल है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि ये भारत पर काम करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कैबिनेट बैठक में अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ को लेकर चर्चा करेंगे। साथ ही इस दौरान वह कई बड़े फैसले भी ले सकते हैं।
निर्यातकों के अनुसार, भारत में ब्याज दरें आठ से 12% या उससे भी अधिक होती हैं। प्रतिस्पर्धी देशों में, ब्याज दर बहुत कम है। चीन में केंद्रीय बैंक की दर 3.1% , मलेशिया में तीन प्रतिशत, थाईलैंड में दो प्रतिशत और वियतनाम में 4.5% है।
ट्रंप की टैरिफ नीतियों से अमेरिका को क्या फायदा हुआ है, ये तो पता नहीं लेकिन नुकसान होना जरूर शुरू हो गया है। आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में नौकरियों में वृद्धि कम हो रही है और महंगाई बढ़ रही है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद देश में सियासी भूचाल मच गया है। विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर सवाल पूछ रहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है और ये टैरिफ एक अगस्त से ही लागू हो जाएगा। इसे लेकर तमाम विपक्षी दलों ने तंज कसा है, जानिए किसने क्या कहा है?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत का टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इसके पीछे की वजह उन्होंने खुद बताई है। जानिए ट्रंप ने अपने ट्रूथ सोशल पर क्या लिखा है?
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