ये मंदिर जयपुर की विचित्रा कुमारी ने बनवाया था। इस मंदिर में भगवान श्री लक्ष्मी नारायण के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा 1738 ई में हुआ था। मंदिर के सामने मंदिर का गर्भगृह है। जिसे गरुड़ गर्भगृह के नाम से भी जाना जाता है।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में 126 साल पुराने एक शिव मंदिर को मरम्मत कार्य के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है।
देश भर में मां शाकम्भरी के तीन पीठ हैं जिसमें राजस्थान के सीकर जिले में उदयपुर वाटी के पास स्थित सकराय माता शक्तिपीठ सबसे प्रमुख माना जाता है। इस स्थान को मां शाकम्भरी का जन्मस्थान माना जाता है।
आज तीर्थ में करिए प्राचीन सीताराम मंदिर क दर्शन। ये मंदिर राजस्थान के जोधपुर में स्थित है। ये मंदिर सैकड़ों साल पुराना बताया जाता है। खास बात ये है कि पहले इस मंदिर को कुंजबिहारी मंदिर भी कहा जाता था। यहां पहले कुंजबिहारी जी और हनुमान जी विराजित थे।
आज राजस्थान के बीकानेर में स्थित प्राचीन नागणेचा मंदिर के दर्शन करिए। आचार्य इंदु प्रकाश से इस मंदिर की मान्यताओं के बारे में भी जानिए।
राजस्थान में स्थापित है पहली शताब्दी का एक पवित्र मंदिर मां त्रिपुरा सुंदरी मंदिर। राजस्थान में बांसवाड़ा से लगभग 16 किलोमीटर दूर तलवाड़ा गांव में ये मंदिर स्थापित है.। इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि इस मंदिर में स्थापित देवी की मूर्ति मां पार्वती मां लक्ष्मी औऱ मां सरस्वती तीनों देवियों का एकीकृत रूप हैं।
देवी शाकम्भरी का ये सिद्धपीठ जयपुर से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर सांभर नामक स्थान पर स्थापित है। यहां स्थिति मन्दिर करीब 2500 साल पुराना बताया जाता है।
आज हम आपको कराने जा रहे हैं एक ऐसे गणेश मंदिर के दर्शन जिसके बारे में मान्यता है कि यहां गणेश जी की सबसे बड़ी प्रतिमा स्थापित है। ये गणेश मंदिर है महाकाल की नगरी उज्जैन में स्थित है। विश्वप्रशिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के पास बने इस मंदिर में स्थापित गणपतिजी की प्रतिमा विश्वभर में स्थापित विशाल मूर्तियों में से एक मानी जाती है। खास बात ये है कि विघ्नहर्ता के ये मूर्ति सीमेंट की नहीं बल्कि ईंट, चूना, बालू गुड़ और मेथी दानों की बनी है।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक हिंदू मंदिर की सुरक्षा के लिए मंगलवार को पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। इससे कुछ दिन पहले अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के एक नेता ने असामाजिक तत्वों द्वारा जमीन हड़पने के भय से मंदिर की सुरक्षा की मांग की थी।
यह मंदिर महाकाल की नगरी उज्जैन में स्थित है माना जाता है कि इस मंदिर में चल रही अखंड ज्योति के र्दर्शन करने और आटे का दिया जलाने से साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाती है कहा जाता है कि जब हनुमान जी लंका में प्रवेश कर रहे थे, उसी समय लंकिनी नाम की राक्षसी ने उनका रास्ता रोका तब हनुमानजी ने उसे अपने मुश्ठिका प्रहार से धूल चटा दी थी इस मंदिर में हनुमान जी के उसी स्वरूप के दर्शन होते है।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के एक नेता ने रविवार को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के ऐबटाबाद जिले में स्थित एक मंदिर के लिए सुरक्षा की मांग की। उन्होंने इस पूजा स्थल की जमीन पर कब्जा करने की मंशा रखने वाले कुछ शरारती तत्वों द्वारा मंदिर पर हमले की आशंका जाहिर की है।
ये मंदिर मध्यप्रदेश के इंदौर में स्थित है। सन 1735 में इस मंदिर का निर्माण रानी अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था। कहते हैं कि सबसे पहले एक ब्राह्मण को इस स्थान पर जमीन के नीचे गणपति भगवान की मूर्ति होने का स्वप्न आया था। जानिए पूरी कहानी।
यह मंदिर महाराष्ट्र के मुंबई के शिवाजी पार्क इलाके में स्थित है। पार्क के पास स्थित होने के कारण इसका नाम उद्यान गणेश पड़ा। मंदिरल की वास्तु कला देखते ही बनती है।
भगवान गणेश को समर्पित बोहरा गणेश मंदिर राजस्थान के उदयपुर में स्थापित है।
ये मंदिर है बिहार की राजधानी पटना में। पटना रेलवे स्टेशन के ठीक सामने बना वीर महावीर का ये मंदिर अति सिद्ध बताया जाता है। हर वर्ष लाखों यात्री इस मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं।
आज के तीर्थ में गुजरात के पावागढ़ शक्तिपीठ के दर्शन करिए। आचार्य इंदु प्रकाश ने इसकी मान्यताओं के बारे में भी जानकारी दी है।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में एक मंदिर के मरम्मत कार्य का विरोध कर रहे लोगों ने मंदिर में तोड़-फोड़ की और आग लगा दी।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के करक जिले में एक हिंदू मंदिर में कथित तौर पर स्थानीय मुस्लिम मौलवियों के नेतृत्व में सौ से अधिक लोगों की भीड़ ने तोड़फोड़ की और और उसके बाद मंदिर को आग के हवाले कर दिया गया।
दमकल विभाग के अधिकारी ने कहा, "मंदिर में शॉट सर्किट की वजह से तड़के करीब सवा चार बजे आग लग गई।"
तमिलनाडु और तेलंगाना के दो श्रद्धालुओं ने वैकुंठ एकादशी के मौके पर तिरुमला की पवित्र पहाड़ियों पर स्थित भगवान वेंकटेश्वर के मंदिर को कुल 2.62 करोड़ रुपये का दान किया है।
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