यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका और पश्चिमी देशों के खुले समर्थन ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को वैश्विक स्तर पर अपना समर्थन मजबूत करने को मजबूर किया है। तेजी से बदलते वैश्विक हालात के बीच पुतिन ने शी जिनपिंग का साथ मांगा है।
अमेरिका ने चीन के जासूसी गुब्बारे को जबसे फोड़ा है, तब से दोनों देशों के बीच रिश्तों का अंदरूनी गुब्बारा भी फूट गया है। ताइवान पर तनाव के बीच दोनों देश रिश्ते को सामान्य करने की कोशिश में जुटे थे।
रूस-यूक्रेन युद्ध के आरंभ होने के बाद से ही तीसरे विश्वयुद्ध की आशंकाओं ने पूरी दुनिया को घेर रखा है। यूक्रेन पर रूस की ओर से परमाणु हमला किए जाने को लेकर अमेरिका समेत पूरा यूरोप चिंतित है।
अमेरिका, जर्मनी और ब्रिटेन के बाद अब पोलैंड और बेल्जियम भी सीधे यूक्रेन युद्ध में कूद गए हैं। इससे जंग लगातार भीषण से भीषणतम की ओर बढ़ती जा रही है। जबकि इस महीने रूस लगभग यूक्रेन पर हावी हो चुका था। रूसी आक्रमण के आगे यूक्रेनी सेनाएं पस्त हो रही थीं।
5 Cannons found in Hooghly River Used in First World War: प्रथम विश्वयुद्ध को समाप्त हुए करीब 104 वर्षों का समय हो चुका है। मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि इस विश्वयुद्ध में इस्तेमाल की गई 5 तोपें भारत के कोलकाता स्थित हुगली नदी से बरामद की गई हैं।
Russia-Ukraine War: पश्चिमी देशों के नेताओं को डर है कि व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन बर्बाद करने के लिए फिर से कोई बड़ी योजना बना रहे हैं। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन और अमेरिकी जासूसों के मुताबिक इस बात की 'विश्वसनीय खुफिया' सूचना है
Global Leader India: इन दिनों पूरी दुनिया में तीसरे विश्व युद्ध की आहट महसूस होने लगी है। रूस-यूक्रेन युद्ध, आर्मीनिया-अजर बैजान युद्ध, चीन-ताइवान का तनाव, अमेरिका-चीन के बीच तनाव, भारत-चीन में तनाव, रूस-अमेरिका का तनाव, भारत पाकिस्तान का तनाव, ईरान-ईराक का तनाव, उत्तर कोरिया-अमेरिका का तनाव इत्यादि तमाम उदाहरण हैं।
Nuclear Power: रूस और यूक्रेन के बीच छह महीने से चल रहे भीषण युद्ध के दौरान जिस तरह से हालात बदल रहे हैं, इससे पूरी दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की ओर जाती दिख रही है। ऐसे में कई देशों पर परमाणु हमले की आशंका भी बढ़ती जा रही है। रूस से लेकर उत्तर कोरिया तक अलग-अलग देशों पर परमाणु हमला करने की धमकी भी दे रहे हैं।
RUSSIA-UKRAINE WAR: रूस-यूक्रेन युद्ध पिछले छह महीने से चलते आ रहा है। इस युद्ध का अब तक निर्णय नहीं हो पाया की आगे क्या होगा। इतने समय बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है।
जर्मनी की सरकार के अधिकारी डाइटमार नीटान ने एक बयान में कहा एक सितंबर जर्मनी के लिए शर्म का दिन है।
Russia-Ukrain war: रूस और यूक्रेन युद्ध का फिलहाल कोई अंत होता नहीं दिखाई दे रहा है। गोलियों, तोपों, मिसाइलों से आगे निकलकर अब यह युद्ध जहर के स्तर तक उतर आया है। यह बात हम नहीं कह रहे , बल्कि रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन ने यूक्रेन पर लगाया है।
Yasukuni Temple Japan: चीन और दक्षिण कोरिया इस मंदिर में होने वाली आधिकारिक यात्राओं को लेकर अकसर नाराज रहते हैं। इन दोनों देशों का आज भी यही मानना है कि युद्ध के दौरान और उसके बाद जापानी सेना ने कई देशों को परेशान किया था, लेकिन चीन और दक्षिण कोरिया को सबसे ज्यादा परेशान किया गया।
Subhash Chandra Bose: पूरी दुनिया दूसरे विश्वयुद्ध की आग में जल रही थी। उस समय भारत में भी स्वतंत्रता के लिए अहिंसक और सशस्त्र आंदोलन गति पकड़ रहा था। महात्मा गांधी अहिंसक आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे, जबकि सशस्त्र आंदोलन की बागडोर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के हाथों में थी।
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि 9 मई को अपनी 'विक्ट्री डे' के मौके पर रूस यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर सकता है। रूसी सेना का 'Z'सिंबल काफी चर्चा में है। 2014 में पहली बार रूसी सेना के वाहनों पर 'Z'सिंबल देखा गया था। तब रूस ने यूक्रेन के 'क्रीमिया' इलाके को अपने कब्जे में ले लिया था।
काला सागर में तैनात अपने समुद्री बेड़े के एक प्रमुख युद्ध पोत ‘मोस्कवा’ के बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होने के बाद बृहस्पतिवार को डूब जाने से रूस को करारा झटका लगा है। युद्ध पोत डूबने के बाद रूस के एक सरकारी टीवी चैनल ने घोषणा करदी कि रूस के नौसेना पोत मोस्कवा डूबने के बाद तीसरा विश्वयुद्ध शुरू हो चुका है।
रूस और यूक्रेन की लड़ाई पर बहुत बड़ी ख़बर है। और बहुत तनाव वाली ख़बर है।यूरोपियन मीडिया ने दावा किया है कि अब से थोड़ी देर पहले रूसी बॉम्बर एयरक्राफ्ट पोलैंड के एयरस्पेस में दाखिल हुआ है। जो बायडेन कुछ घंटों बाद पोलैंड पहुंचने वाले हैं। उससे पहले रूस अगर NATO के सदस्य देश पर हमला करता है तो सिचुएशन बिगड़ जाएगी। फिर ये बात वर्ल्ड वॉर तक जा सकती है।
जर्मनी में एक पेंशनभोगी को दूसरे विश्व युद्ध के एक टैंक सहित बड़ी संख्या में अवैध हथियार रखने के लिए दोषी ठहराया गया है।
कोरोना वायरस के कहर के बीच अब दुनिया पर विश्वयुद्ध का खतरा भी तेजी से मंडराने लगा है।
सोशल मीडिया पर उड़ रही विश्व युद्ध 3 के बारे में अफवाह सच है? | देखिए इंडिया टीवी की खास रिपोर्ट
ब्राजील में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान सैनिक रहे 99 वर्षीय एर्मांडो पिवेटा को कोरोना वायरस के संक्रमण से उबरने के बाद मंगलवार को छुट्टी दी गई।
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