इजरायल पर ईरान के हमले ने तीसरे विश्व युद्ध का खतरा और बढ़ा दिया है। अब इसमें मध्य-पूर्व के अलावा यूरोप और एशिया के कई देशों की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष एंट्री की आशंका है। ईरान के साथ ही सीरिया, लेबनान और इराक के ईरानी हमदर्दों ने भी इजरायल के सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला कर दिया है। ऐसे में इजरायल पलटवार जरूर करेगा।
सीरिया में ईरानी दूतावास पर इजरायल की एयरस्ट्राइक ने अब ईरान-इजरायल युद्ध की आशंका बढ़ा दी है। यह युद्ध तीसरे विश्व युद्ध के खतरे को भी बढ़ा सकता है। इन आशंकाओं के मद्देनजर अमेरिका हाई अलर्ट पर है। उधर ईरान की धमकी के बाद इजरायल भी हवाई हमलों को लेकर अलर्ट मोड में है।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने एक बार फिर विश्वयुद्ध की चेतावनी दी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो गठबंधन द्वारा यदि संघर्ष किया गया तो इसका अर्थ यही होगा कि तीसरे विश्व की कगार पर दुनिया खड़ी हो जाएगी।
सोशल मीडिया पर एक बुजुर्ग कपल का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वीडियो के साथ-साथ एक लव स्टोरी भी शेयर की गई है जिसे पढ़ने के बाद लोगों की आंखों में आंसू आ गए।
रूस-यूक्रेन युद्ध, इजरायल-हमास युद्ध, पाकिस्तान-ईरान संघर्ष और चीन-ताइवान का तनाव व पश्चिमी एशिया में बढ़ते संघर्ष के खतरों ने तीसरे विश्व युद्ध की आशंका को चरम पर पहुंचा दिया है। अब संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भी पहली बार तीसरे विश्व युद्ध की आशंका को लेकर आधिकारिक बयान दिया है। इससे पूरी दुनिया ही सकते में आ गई है।
पूरी दुनिया आज विश्व युद्ध अनाथ दिवस मना रही है। इसकी शुरुआत प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद हुई थी। एक फ्रांसीसी संगठन ने युद्ध में अनाथ और अपंग हो चुके बच्चों की जिंदगी को फिर से पटरी पर लाने के मकसद से इसकी शुरुआत की थी। तब से प्रतिवर्ष 6 जनवरी को विश्ययुद्ध अनाथ दिवस मनाने की परंपरा है।
इजरायल-हमास युद्ध के बीच लाल सागर में यमन के हमलों ने तीसरे विश्वयुद्ध की चिंगारी भड़का दी है। अमेरिका, फ्रांस और जापान जैसे देश अब आतंकी हमलों का जवाब देने के लिए अपने युद्धपोतों को जवाबी कार्रवाई के लिए एक्टिव कर चुके हैं। इससे लाल सागर में उथल-पुथल मच गई है। भारत हर हालात पर निगरानी रख रहा है।
जापानी सैनिकों द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध में मौज-मस्ती और शारीरिक भूख मिटाने के लिए 2 लाख से अधिक विदेशी युवतियों को सेक्स गुलाम यानि यौन गुलाम बनाया गया था। इसमें से ज्यादातर लड़कियां दक्षिण कोरिया की थीं। अब करीब 80 वर्ष बाद कोर्ट ने इस पर बड़ा फैसला देते हुए जापान सरकार को पीड़ितों को मुआवजे के लिए आदेशित किया है।
मिडिल ईस्ट में चल रहा वॉर दिनों दिन दुनिया को दो गुटों में बांटता दिख रहा है...अब तक फिलिस्तीन के हक की बात का हवाला देकर इजराइल विरोधी देश हमास के हमले को जस्टिफाई कर रहे थे...
इजरायल की सेना हमास आतंकियों का सफाया करने का खतरनाक अभियान चला चुकी है। उसके सैकड़ों टैंक गाजा के करीब हैं और ताबड़तोड़ आग के गोले बरसा रहे हैं। गाजा की गगनचुंबी इमारतें ताश के पत्तों की तरह बिखर रही हैं।
Muqabla: हमास हमास का नारा...आतंकी क्यों इतना प्यारा ?
रूस-यूक्रेन युद्ध में परमाणु हमले के इस्तेमाल की आशंका बढ़ने के बाद अब अमेरिका ने भी परमाणु परीक्षण करने का खुला ऐलान कर दिया है। इससे पूरी दुनिया में दहशत फैल गई है। क्या माना जाए कि तीसरे विश्वयुद्ध की घड़ी अब बेहद नजदीक आने वाली है, आखिर अमेरिका को क्यों अचानक परमाणु परीक्षणों की जरूरत पड़ गई।
’ अमेरिका द्वारा छह अगस्त, 1945 को हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम ने शहर को पूरी तरह से तबाह कर दिया था और उसमें 1,40,000 लोग मारे गए थे। इसके तीन दिन बाद नागासाकी पर गिराए गए दूसरे बम में 70,000 लोग मारे गए थे। जापान ने 15 अगस्त, 1945 को आत्मसमर्पण कर दिया, जिससे द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हो गया।
रूस-यूक्रेन के बाद अब नाइजर और अफ्रीकी देशों के बीच भी युद्ध की चिंगारी भड़क उठी है। नाइजर के सेना जनरल ने अपने सैनिकों और देशवासियों को अफ्रीकी देशों के खिलाफ जंग के लिए तैयार रहने को कहा है। इससे तीसरे विश्वयुद्ध की आशंका बढ़ गई है। अफ्रीकी देशों ने नाइजर सैन्य शासन को अपदस्थ राष्ट्रपति को बहाल करने की चेतावनी दी थी।
दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापान ने अमेरिका के द्वारा परमाणु बम गिराए जाने के बाद सरेंडर कर दिया था, जिसके बाद मंचूरिया तथा ताईवान चीन को वापस सौंप दिए गए थे, जिसे जापान ने प्रथम विश्व युद्ध में उससे लिया था।
अमेरिका ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा से एक बड़ी मदद मांगकर सबको हैरान कर दिया है। यह मामला विश्व युद्ध से जुड़ा है। वर्ष 1939 से 1945 के दौरान हुए युद्ध में अमेरिका विजयी हुआ था। हालांकि इस दौरान उसे भारी नुकसान भी उठाना पड़ा था।
यह जहाज 1 जुलाई 1942 को पापुआ न्यू गिनी से चीन के हेनान जाते समय समुद्र में डूब गया था। इस जापानी जहाज पर हमले के समय अमेरिका की सबमरीन को यह अहसास नहीं था कि इससे युद्ध बंदियों को लेकर जाया जा रहा है।
प्रथम विश्व युद्ध से जुड़ी भारतीय सैनिकों की बहादुरी की यादों को ब्रिटेन हमेशा के लिए संजोये रखना चाहता है। आपको बता दें कि प्रथम विश्वयुद्ध में करीब 15 लाख भारतीय सैनिक ब्रिटिश सेना का हिस्सा बनकर युद्ध लड़ने के लिए फ्रांस भेजे गए थे। भारतीय सैनिकों ने गजब की बहादुरी दिखाई थी।
रूस यूक्रेन युद्ध का 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई अंत होता दिखाई नहीं दे रहा है। ऐसे में दुनिया पहले से ही तीसरे विश्व युद्ध की आशंका से घबरा रही है। मगर अब विश्व के 1 बड़े नेता ने यह भविष्यवाणी कर दी है कि दुनिया को वर्ष 2024 के पहले ही तीसरा विश्व युद्ध झेलना पड़ सकता है।
सीरिया के राष्ट्रपति बसर अल असद ने अमेरिका पर आरोप लगाया कि अमेरिका सीरिया में आतंकी कैंप चला रहा है। रूस सीरिया संबंधों के बारे में पूछे जाने पर बसर अल असद ने कहा कि पिछले कुछ साल में राष्ट्रपति पुतिन के साथ बैठकें हमेशा महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई हैं।
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