पीलीभीतः यूपी के पीलीभीत में 24 घंटे बाद भी बाघ की लोकेशन नहीं मिल पाई है। गुरुवार शाम को बाघ की लोकेशन महेशपुर गांव में मिली थी। इसके बाद वन विभाग की टीमें निगरानी में लगी हुई हैं। लगातार ड्रोन कैमरे से लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश की जा रही है। गांव के आसपास पिंजरे लगाए गए हैं। वन वाचारों को निगरानी के लिए रखा गया है। गांवों के आसपास बाघ की चहल कदमी से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
बरेली और दुधवा से एक्सपर्ट बुलाए गए एक्सपर्ट
वन विभाग के अधिकारियों ने गांव पहुंच कर बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की योजना बनाई। बरेली और दुधवा से एक्सपर्ट अधिकारियों की टीमें बुलाई गई है। बाघ को तलाश करने के लिए दिल्ली से अधिक देर तक उड़ने की क्षमता रखने वाला ड्रोन भी मंगवाया गया है। जिससे बाघ को रेस्क्यू करने में काफी मदद मिलेगी। हालांकि बाघ की कोई लोकेशन ट्रेस नहीं हो सकी।
बाघ ने कई लोगों पर किया था हमला
पीसीसीएफ ललित कुमार के मुताबिक कई गांवों में निगरानी टीमें लगी हुई है। बाघ ने गुरूवार सुबह थाना न्यरिया क्षेत्र के ग्राम मडरिया निवासी 50 वर्षीय कृष्णा देवी को पशुओं के लिए चारा काटने के दौरान मौत के घाट उतार दिया। जबकि गांव के ही 17 वर्षीय निलेश पुत्र केशव पर भी खेत पर काम करने के दौरान हमला कर दिया। जिससे वह घायल हो गया। थाना क्षेत्र के ग्राम सैजना में खेत पर भिडी तोड़ने के दौरान 50 वर्षीय मीना देवी पत्नी काली चरन के ऊपर बाघ हमलावर हो गया। आसपास के ग्रामीणों ने चीख-पुकार मचा दी। बाघ मौके से खेत की ओर चला गया।
गुरुवार शाम को मिली थी आखिरी बार लोकेशन
गुरुवार शाम को महेशपुर गांव में बाघ की आखिरी लोकेशन मिली। इसके बाद पीसीसीएफ ललित कुमार,प्रभारी फील्ड डारेक्टर पीटीआर रमेश चंद्र, डीएफओ पीटीआर मनीष सिंह, डीएफओ भरत कुमार डीके, समेत अन्य अधिकारियों ने गांव पहुंचकर जानकारी जुटाई।
इससे पहले सोमवार सुबह न्यूरिया थाना अंतर्गत पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) के किनारे स्थित फुलहर गांव में एक 45 वर्षीय किसान को उसके घर से मुश्किल से 25 मीटर की दूरी पर एक बाघ ने मार डाला था। वह किसान अपने गन्ने की फसल देखने गया था। 14 मई के बाद से पीलीभीत ग्रामीण क्षेत्र में बाघ का यह छठा जानलेवा हमला है।
रिपोर्ट- कुलदीप कल्प, पीलीभीत