World Economic Forum की बैठक से भारत को 20 लाख करोड़ रुपये के निवेश का कमिटमेंट मिला है। सबसे ज्यादा निवेश कमिटमेंट महाराष्ट्र को मिला है।
वैष्णव के साथ चार केंद्रीय मंत्री- सी आर पाटिल, चिराग पासवान, जयंत चौधरी और के राम मोहन नायडू भी बैठक में शामिल होंगे। कई राज्यों के मंत्रियों के साथ ही करीब 100 मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO), शामिल होंगे।
बैठक में भाग लेने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों में विश्व व्यापार संगठन के नगोजी ओकोन्जो-इवेला, अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष की क्रिस्टलीना जॉर्जीवा, नाटो के मार्क रुट, डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के टेड्रोस एडनोम गेब्रेयसुस और यूएनडीपी (संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम) के अचीम स्टीनर शामिल होंगे।
सरकारी नेताओं और नागरिक समाज के सदस्यों के अलावा, भारत से रिलायंस, टाटा, अदाणी, बिड़ला, भारती, महिंद्रा, गोदरेज, जिंदल, बजाज और वेदांता जैसे व्यापारिक समूहों के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की सालाना बैठक में यूपी डेलिगेशन ने बडवाइजर और कार्ल्सबर्ग के सीईओ के साथ चर्चा की है। इसके अलावा आईनॉक्स एयर प्रोडक्ट्स ने महाराष्ट्र सरकार के साथ डील की है।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की मीटिंग में पेमेंट करने वाले सदस्यों और चयनित आमंत्रित होने वाले सहित लगभग 3,000 प्रतिभागी एक साथ आते हैं।
मीटिंग में जलवायु परिवर्तन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से खतरे, आर्थिक मुद्दे और दुनिया भर में मौजूद तमाम समस्याओं पर चर्चा की जा रही है। यूक्रेन युद्ध, इजराइल-हमास युद्ध जैसे चल रहे संघर्ष भी एजेंडे का हिस्सा होंगे।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2023 में अगले 5 वर्षों में जॉब को संभावनाओं को लेकर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है।
विश्व आर्थिक मंच (वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम) 2023 द्वारा श्री श्री रविशंकर को ‘एक खंडित दुनिया में सहयोग’ विषय के अंतर्गत व्यापार जगत के नेताओं और राष्ट्राध्यक्षों के साथ बातचीत करने के लिए आमंत्रित किया गया।
सोमवार को डब्ल्यूईएफ के मुख्य अर्थशास्त्री पूर्वानुमान सर्वेक्षण में कहा कि 2023 में वैश्विक मंदी आने की आशंका है। हालांकि, इस दौरान खाद्य, ऊर्जा और मुद्रास्फीति का दबाव चरम पर पहुंच सकता है।
न्यूजीलैंड के दाओस में आज से शुरू होने जा रहे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भारत समेत दुनिया के कई देश हिस्सा ले रहे हैं। यह सम्मेलन ऐसे वक्त में शुरू हुआ है, जब पाकिस्तान कंगाली की मार झेल रहा है। पाकिस्तान में रोटी, दाल के लिए लोगों के बीच जंग चल रही है। महंगाई की मार से त्रस्त जनता सड़क पर है।
10 में से 7 से ज्यादा लोगों को इस बात की आशंका है कि अगले 10 वर्षों में उनके क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन का गंभीर प्रभाव पड़ेगा।
‘दावोस एजेंडा’ शिखर सम्मेलन का आयोजन लगातार दूसरी बार डिजिटल तरीके से हो रहा है। 2022 की सालाना बैठक इस वर्ष के अंत में हो सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को दो प्रमुख कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी जहां दिल्ली के करियप्पा ग्राउंड में एनसीसी की रैली को संबोधित करेंगे वहीं विश्व आर्थिक मंच के दावोस संवाद को वर्चुवल माध्यम से संबोधित करेंगे।
उन्होंने उपभोक्ताओं तक पहुंचने वाली सूचनाओं की गुणवत्ता का निर्धारण करने में बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों से अधिक जिम्मेदारी लेने का आह्वान किया।
6 दिनों की वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम समिट 24 जनवरी से शुरू हो चुकी है। 28 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समिट को संबोधित करेंगे। वो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधन देंगे। इस बार दुनिया भर दिग्गज नेता समिट में हिस्सा ले रहे हैं।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने कहा है कि वार्षिक सम्मेलन की नई तारीख और स्थान के बारे में शीघ्र ही जानकारी दी जाएगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से पहले भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छी खबर आई है। भारत दुनिया की पांच बड़ी अर्थव्यवस्था में शामिल हो गया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया है कि पद संभालने के ठीक बाद उन्होंने शांति के प्रस्ताव के साथ भारत के अपने समकक्ष नरेंद्र मोदी से संपर्क किया तो उन्हें अवरोध का सामना करना पड़ा।
दुनियाभर में साइबर अपराध और डेटा चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच एक अध्ययन में दावा किया गया है कि इसकी एक बड़ी वजह पासवर्ड का चोरी हो जाना या कमजोर पासवर्ड होना है।
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