Chhattisgarh News:
Anti Conversion Bill: कांग्रेस के विरोध और सदन से वॉकआउट के बीच, बुधवार को कर्नाटक विधानसभा ने कुछ मामूली संशोधन के साथ “धर्मांतरण रोधी विधेयक” पारित कर दिया। पिछले सप्ताह इस विधेयक को विधान परिषद ने पारित किया था।
मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में एक घुमंतू समुदाय के सदस्यों की हिंदू धर्म में कथित ‘‘घर वापसी’’ हुई। इन लोगों ने कहा कि वे हिन्दू रीति-रिवाजों का पहले से पालन करते हुए देवी-देवताओं को पूजते आ रहे हैं।
दोनों आरोपित कुछ साल पहले खुद भी हिन्दू थे। पुलिस के मुताबिक, दोनों युवक जनवरी से चिलबिलवा गांव निवासी सीमा के घर रह रहे थे। ये गांव के लोगों को मिशनरी स्कूलों में दाखिला दिलाकर निशुल्क अच्छी शिक्षा, रोजगार देने, रुपये देने का लालच देकर हिंदू धर्म से ईसाई धर्म में परिवर्तन कराने का दबाव बना रहे थे।
सिद्धरमैया ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने इस विधेयक को ‘जनविरोधी, अमानवीय, संविधान विरोधी, गरीब विरोधी और कठोर’ बताते हुए पुरजोर विरोध किया।
कांग्रेस के नेता और पूर्व CM सिद्धरामैया ने इस पर आपत्ति दर्ज की और कहा कि सरकार की नीयत साफ नहीं है इसीलिए गलत तरीके से इसे पेश किया गया।
कर्नाटक के गृह मंत्री अरग ज्ञानेंद्र ने बेलगावी में कहा, जो धर्मांतरण निरोधक कानून हम लाने जा रहे हैं उसका लक्ष्य किसी खास समुदाय को निशाना बनाना नहीं है।
अधिकारी ने कहा कि आरोपियों ने कमजोर आर्थिक स्थिति और आदिवासी समुदाय के सदस्यों की निरक्षरता का फायदा उठाकर उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने का प्रलोभन दिया। उन्होंने कहा कि सभी नौ आरोपी स्थानीय निवासी हैं।
हुबली-धारवाड़ के पुलिस आयुक्त लाभू राम ने बताया कि सोमू अवराधी को गिरफ्तार कर लिया गया है और जांच जारी है। कानून और व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है।
अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने बताया कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने जबरन धर्मांतरण का मुकाबला करने के लिए एक अभियान 'घर घर अंदर धर्मशाला' शुरू किया है। अभियान के तहत सिख प्रचारक अपने धर्म पर साहित्य बांटने के लिए गांवों का दौरा करेंगे।
इस मामले में अबतक मौलाना कलीम सिद्दीकी समेत 11 लोगों को यूपी एटीएस गिरफ्तार कर चुकी है। यूपी एटीएस के मुताबिक कलीम सिद्दीकी गैर मुस्लिम को बहका कर धर्मांतरण कराता है।
पुलिस के अनुसार, हिंदू जागरण वेदिक के सदस्यों ने कुक्कंदूर गांव के एक चर्च में यह आरोप लगाया कि चर्च के अधिकारियों ने वहां 35 से अधिक हिंदुओं को धर्मांतरण के लिए इकट्ठा किया है।
अमेरिका के एक प्रभावशाली सांसद ने दावा किया है कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदुओं और ईसाइयों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में एक युवक द्वारा एक नाबालिग की अंतरंग तस्वीरें लेकर वायरस करने की धमकी देने का मामला सामने आया है।
6 साल पहले गायब हुए संतोष नाम के एक लड़के ने अपने भाइयों को अचानक फोन किया और बताया कि वह अब अब्दुल्ला बन गया है।
उत्तर प्रदेश में जो मामले सामने आए हैं, उनमें ज्यादातर या तो नाबालिग थे या फिर वे दिव्यांग युवा थे। अपने परिवार पर आश्रित युवाओं का धर्म परिवर्तन करना न सिर्फ कानून बल्कि मानवता के खिलाफ भी अपराध है।
सूत्रों के अनुसार मोहम्मद उमर गौतम आतंकी संगठनों से मिलकर धर्मांतरण का खेल खेल रहा था और इसके लिए उसने देशभर में 60 से ज्यादा दावाह सेंटर देश में खोले गए थे। आरोप है कि उमर गौतम के दावाह केंद्र धर्म परिवर्तन और आतंकियों को तैयार करने के अड्डे बन गए थे।
लगभग 8 महीने तक जहन्नुम की सारी यातनाएं के बाद फरवरी 2016 में यह बच्ची किसी तरह वहां से आजाद हुई।
धर्म परिवर्तन कर इस्लाम या ईसाई धर्म अपनाने वाले दलित वर्ग के लोग अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों पर चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।
पुलिस के मुताबिक, दोनों ने दिल्ली के एक मंदिर में 14 अक्टूबर को आर्य समाज की रस्मों से शादी कर ली थी। वे मंगलवार को उसी मंदिर द्वारा जारी किए गए विवाह प्रमाण पत्र के साथ अयाना पुलिस स्टेशन पहुंचे।
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