राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता रविवार को ‘खराब’ श्रेणी में रही। तापमान में गिरावट आने तथा हवा की गति धीमी होने के बीच गुणवत्ता के और खराब होने की आशंका है।
दिल्ली में शनिवार को एक बार फिर वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गयी जबकि एक दिन पहले अनुकूल हवाओं की वजह से उसमें सुधार देखने को मिला था।
बादल छंटने, हवा की रफ्तार बढ़ने और पराली का धुआं घटने से दिल्ली में वायु प्रदूषण के स्तर में खासा सुधार देखने को मिला है। शुक्रवार की सुबह दिल्ली की वायु गुणवत्ता सुधरकर “मध्यम” श्रेणी में पहुंच गई और मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक इसमें और सुधार होने की उम्मीद है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता बृहस्पतिवार को “बेहद खराब” श्रेणी में दर्ज की गई और सरकारी एजेंसियों ने कहा कि हवा की गति बढ़ने के साथ इसमें सुधार की उम्मीद है।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता बुधवार सुबह ‘‘बहुत खराब’’ से ‘‘गंभीर’’ की श्रेणी में आ गई। राष्ट्रीय राजधानी का एक्यूआई 15 नवंबर तक ‘‘गंभीर’’ की श्रेणी में था लेकिन इसके बाद इसमें सुधार आया
प्रदूषण के स्तर के बढ़ने के कारण शनिवार की सुबह राष्ट्रीय राजधानी पर विषाक्त धुंध का एक मोटा आवरण नजर आया। इसके साथ हवा का स्तर 'बहुत खराब' की श्रेणी में रहा और अब यह रात तक 'गंभीर' हो जाएगा।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार सुबह वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई और दिवाली रात में इसके ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने की आशंका है। शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह नौ बजे 330 दर्ज किया गया।
पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) से हवा की गति बढ़ सकती है और दिवाली के बाद दिल्ली-NCR में वायु गुणवत्ता सुधर सकती है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने यह जानकारी दी है।
दिल्ली हवाईअड्डे के विस्तार की योजना को पूरा करने की अवधि जून 2023 तक बढ़ा दिया है। पहले इसकी समयसीमा सितंबर 2022 थी। इसी तरह कंपनी ने हैदराबाद हवाईअड्डे पर पूंजीगत व्यय योजना को मार्च 2022 से आगे खिसकाकर दिसंबर 2022 और गोवा हवाईअड्डे की योजना को मई 2022 से बढ़ाकर अगस्त 2022 कर दिया है
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि आप सरकार ने वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए ‘रेड लाइट आन, गाड़ी आफ’ अभियान को 30 नवम्बर तक बढ़ाने का फैसला किया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के पर्यावरण अनुसंधान केंद्र (आईएमडी) के प्रमुख वी के सोनी ने बताया कि दिल्ली में आने वाले दिनों में वायु की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार की संभावना नहीं है।
राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में हवा जहरीली होती जा रही है। यहां सांस लेना तक मुश्किल हो रहा है। दिल्ली के ही कई क्षेत्रों में हवा की क्वालिटी 'बहुत खराब' और 'गंभीर' श्रेणी तक में दर्ज की गई है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के वायु गुणवत्ता निगरानी संगठन वायु गुणवत्ता प्रणाली एवं मौसम पूर्वानुमान व शोध (सफर) ने बताया कि स्थिति में तब तक सुधार होने की संभावना नहीं है जब तक कि पराली जलाने की घटनाओं में भारी कमी नहीं आती है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रजेंटेशन में यह भी बताया गया है कि प्रदूषण के कारण भारत में लोगों की औसत उम्र में 1.7 साल की कमी हुई है। इसके साथ ही साथ एक बात यह भी सामने आई कि दुनिया के 30 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 21 शहर हैं ।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी चिंतित है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को केंद्र सरकार से सुनिश्चित करने के लिए कहा कि दिल्ली-NCR में प्रदूषण युक्त धुंध न हो।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु की गुणवत्ता में गिरावट जारी है। सर्दियों के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की समस्या गहराने लगी है। आस-पास के राज्यों में पराली जलाने से दिल्ली-एनसीआर की हवा लगातार प्रदूषित हो रही है। जहरीले धुंध की परत छाने के बीच वायु की गुणवत्ता शुक्रवार को 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई।
पराली जलाने के मामलों में वृद्धि और हवा की गति कम होने के कारण राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार सुबह प्रदूषण पिछले एक साल में सबसे खराब स्तर पर पहुंच गया। पराली जलने की हिस्सेदारी प्रदूषण में 42 फीसदी तक पहुंच गई।
दिल्ली हवाई अड्डे से अपनी उड़ान भरने वाले घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्री अब प्रस्थान से ठीक पहले खुद का COVID-19 टेस्ट करवा सकते हैं।
देश की राजधानी दिल्ली में सोमवार को प्रदूषण से कुछ राहत मिली है, दिल्ली में कई जगहों पर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) में सुधार देखा गया है और इंडेक्स घटकर 300 से नीचे आया है।
दिल्ली के ‘पीएम 2.5’ प्रदूषण में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी रविवार को बढ़कर 40 प्रतिशत हो गई। यह इस मौसम में सबसे ज्यादा है। यह शनिवार को 32 प्रतिशत, शुक्रवार को 19 फीसदी और बृहस्पतिवार को 36 प्रतिशत थी।
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