कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि भारत युवाओं को रोजगार नहीं दे पाएगा। मीडिया ने मेरा मजाक उड़ाया जब मैंने देश को चेतावनी दी कि कोरोना वायरस के कारण भारी नुकसान होगा।
इंडस्ट्री की फिलहाल वेतन में कटौती के जरिए लागत घटाने की कोशिश
एयरलाइन के सीईओ डग पार्कर और अध्यक्ष रॉबर्ट इसोम ने कर्मचारियों को भेजे नोटिस में कहा कि उन्हें छंटनी से बचे जाने की उम्मीद है, क्योंकि महामारी का प्रकोप कम पड़ने से एक अक्टूबर तक हवाई यात्रा की मांग में तेजी आने का अनुमान है।
क्वांटास ने गुरुवार को अपनी लागत में अरबों डॉलर की कटौती करने और नई पूंजी जुटाने की घोषणा की।
बैंक लॉकडाउन के दौरान 98 प्रतिशत शाखाओं के संचालन के साथ-साथ 91 प्रतिशत वैकल्पिक चैनल संचालन क्षमता हासिल करने में सक्षम था।
कंपनी ने मोरक्को और रोमानिया में विस्तार योजनाओं को टाल दिया है
बोइंग ने पहले ही अपने 10 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है।
कंपनी के मुताबिक इसके बाद कोरोना संकट की वजह से कोई और कटौती नहीं होगी
उबर की लागत कटौती की उपायों से 100 करोड़ डॉलर बचत की योजना
कंपनी के मुताबिक कोरोना संकट से क्लाउड किचन कारोबार को सबसे ज्यादा नुकसान
समिति ने सिफारिश की है कि ले-ऑफ, छंटनी या कंपनी बंद करने से जुडे विशेष प्रावधन उन उद्योग प्रतिष्ठानों पर लागू होने चाहिए जिनमें काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या 300 है।
कोरोना वायरस महामारी के कारण केवल दूसरी तिमाही में ही 19.5 करोड़ पूर्णकालिक नौकरियां खत्म हो सकती हैं।
कोरोनावायरस की वजह से ब्रिटिश एयरवेज ने कई देशों में उड़ाने बंद की
बैंक के अमेरिका और यूरोप के कारोबार का प्रदर्शन निराशाजनक है।
तेलंगाना राज्य पथ परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) के मजदूर संघों ने कहा है कि वे 48 हजार प्रदर्शनकारी कर्मचारियों को बर्खास्त करने के राज्य सरकार के फैसले को चुनौती देंगे।
ऑटो सेक्टर में मंदी का असर सिर्फ महिंद्रा एंड महिंद्रा पर ही नहीं, अन्य बड़ी कार निर्माता कंपनियों पर भी पड़ा है। कंपनी ने कहा कि वाहनों का पर्याप्त भंडार होने की वजह से प्रबंधन को ऐसा नहीं लगता कि इससे बाजार में उसके वाहनों की उपलब्धता पर असर पड़ेगा।
आर्थिक मंदी का असर अब धीरे-धीरे साफतौर से दिखने लगा है। सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था से सबसे ज्यादा प्रभावित ऑटो इंडस्ड्री हो रही है। कई बड़ी कंपनियों ने अपने प्लांट में या तो उत्पादन बंद कर दिया है या फिर लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है।
देश के ऑटो कंपोनेंट उद्योग में हालांकि सुस्ती के इस दौर में भी अब तक बड़े पैमान पर छंटनी नहीं हुई है, लेकिन अगर यही स्थिति बनी रही तो उद्योग को मजबूरन भारी छंटनी करनी पड़ेगी। उद्योग संगठन की माने तो आने वाले दिनों में 10 लाख लोग बेरोजगारी के शिकार बन सकते हैं।
अधिकतर छंटनी ग्राहक देखभाल विभाग से की गई है।
उद्योग संगठन फेडरेशन ऑफ आटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने दावा किया है कि पिछले तीन माह के दौरान खुदरा विक्रेताओं ने बिक्री में भारी गिरावट की वजह से करीब दो लाख कर्मचारियों की छंटनी की है।
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