आर्मी ने स्पष्ट किया है कि इस वक्त पैंगोंग लेक के पास फेसऑफ की परिस्थिति नहीं है और न ही यहां सैनिकों का जमावड़ा है।
सेरिंग ग्यालपो ने कहा कि यूटी प्रशासन स्थानीय जनता की समस्याओं के प्रति अगंभीर रवैया अख्तियार किए हुए है। बाहर फंसे लद्दाख के लोगों की घरवापसी नहीं हो पा रही है।
अधिकारियों ने इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 4 हफ्तों में जिले में जंगली जानवरों के हमलों में 170 मवेशियों की जान जा चुकी है।
केंद्र शासित प्रदेश में संक्रमण के 11 मामले लेह में जबकि तीन करगिल जिले में दर्ज किए गए थे।
देश में कोरोना वायरस से शुरुआती दौर में प्रभावित लद्दाख में 15 दिनों के बाद पहला कोरोना वायरस का मामला सामने आया है। यहां एक महिला कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाई गई है।
केंद्रशासित राज्य लद्दाख में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने सूबे के सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद करने का निर्णय लिया है। आपको बता दें कि भारत में कोरोनावायरस संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है।
लद्धाख के SNM अस्पताल में भर्ती एक युवक की रविवार को मौत हुई है। हालांकि मौत की वजह स्पष्ट करने में अभी अस्पताल प्रशासन को 6 दिन लग जाएंगे। बताया जा रहा है कि जिस युवक की मौत हुई है, वो हाल ही में ईरान से लौटा है।
सेंगे सेरिंग ने भारत से आग्रह किया है कि वह गिलगित बाल्टिस्तान पर अपने संवैधानिक कब्जे को हासिल करे।
लद्दाख के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने बयान में कहा कि फ्यांग गांव के निवासी 52 वर्षीय व्यक्ति को खांसी, सांस लेने में तकलीफ और बुखार के बाद 27 जनवरी को यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
घाटी में ज्यादातर जगहों पर अधिकतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया । अगले कुछ दिनों तक क्षेत्र में सर्दी की स्थिति बरकरार रहने की संभावना है। हालांकि, कश्मीर में सर्दी का सबसे कठिन समय 40 दिनों का चिल्लई कलां 30 जनवरी को खत्म हो चुका है।
काजीगुंड में तापमान शून्य से 7.6 डिग्री सेल्सियस नीचे था। लद्दाख के लेह में तापमान शून्य से 18.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जबकि करगिल के द्रास में तापमान शून्य से 29.1 डिग्री सेल्सियस नीचे था।
गोसर ने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म किए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों- जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांटे जाने के फैसले का स्वागत किया।
दिल्ली में ठंड ने 118 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 1901 के बाद 2019 का दिसंबर का महीना सबसे सर्द महीना साबित हुआ और अब आज दिल्ली की ठंड ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। आज सुबह पारा 2.4 डिग्री तक लुढ़क गया है।
जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से कारगिल में बंद चल रही इंटरनेट सेवाएं फिर से शुरू कर दी गई हैं।
उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में बर्फीली हवाओं से राहत नहीं मिली और पारा नीचे गिरने से ठंड और बढ़ गई है। हाड़तोड़ ठंड के आगे लोग अब लाचार नजर आ रहे हैं। दिल्ली में भी ठंड का प्रकोप जारी है जहां 22 वर्षों में दूसरा सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के अधिकतर क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी के बाद पारा गिरने से कड़ाके की ठंड पड़ रही है वहीं जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार को भूस्खलन की कई घटनाओं के बाद यातायात प्रभावित है।
हाल में हिमपात के बाद जम्मू कश्मीर और लद्दाख भीषण सर्दी की चपेट में हैं। हिमपात की वजह से श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग रविवार को लगातार चौथे दिन भी बंद रहा।
उत्तर भारत में ठंड का कहर जारी रहा है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में नये सिरे से बारिश और बर्फबारी हो रही है जबकि श्रीनगर हवाईअड्डे पर विमानों का परिचालन अत्यधिक कोहरे की वजह से दृश्यता घटने के कारण लगातार तीसरे दिन बंद रहा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में रविवार को लद्दाख क्षेत्र के लिए स्पेशल विंटर ग्रेड डीजल का शुभारंभ किया गया।
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