सावन के पूरे माह में भगवान शिव जी की विधि विधान से पूजा की जाती है। इस माह में भक्त के ऊपर भगवान शिव की कृपा बरसती है।
हिंदू धर्म में सावन का महीना बहुत पवित्र माना गया है। इस माह में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से कष्ट दूर होते हैं।
Sawan 2022:आज हम आपको एक पौराणिक कथा बताएंगे कि आखिर शिवजी को तुलसी क्यों नहीं चढ़ाई जाती है।
वेटिकन सिटी का आकार भगवान शिव का आदि-अनादी स्वरुप शिवलिंग की तरह है। इस बात की पुष्टि भारतीय इतिहासकार पीएन ओक ने की। पीएन ओक ने वेटिकन सिटी और शिवलिंग के बीच के संबधों के बारे में जो दावा किया है वह काफी रोचक है।
पुलिस की कार्रवाई से आहत संत ने कहा है कि जहां अन्य समुदायों के लोगों को अंदर जाने की अनुमति है, उसे इसलिए रोका गया, क्योंकि उन्होंने भगवा कपड़े पहन रखे थे। उन्होंने कहा, "अगर उन्हें मेरा अपमान करना था, तो मुझे क्यों आमंत्रित किया गया।"
शिवलिंग को घर में रखते समय इन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। जानिए इन नियमों को।
भगवान शिव लिए सोमवार का दिन खास महत्व रखता है। ऐसे में सोमवार को कौन सी पूजा करने से शिव जी प्रसन्न रहेंगे?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करने वाराणसी आ रहे हैं। इस मौके पर जानिए काशी विश्वनाथ धाम की पौराणिक कथा।
देश में दशहरे की धूम मची है। एक तरफ दशहरे पर महिषासुर मर्दिनी देवी दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा तो दूसरी तरफ असत्य पर सत्य की जीत के रूप में जगह जगह रावण दहन होगा।
घर में देवी-देवताओं की तस्वीर लगाना शुभ माना जाता है। घर में भगवान शिव की कैसी और किस दिशा में तस्वीर लगाएं।
सावन महीने की शिवरात्रि 6 अगस्त को है। इस दिन पूजा करने से भोलेनाथ जल्द प्रसन्न हो जाते हैं।
श्रावण मास के दूसरे सोमवार के दिन भगवान शिव की कृपा से विशेष फलों की प्राप्ति के लिये आज कौन-से विशेष उपाय करने चाहिए जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
आज भगवान शिव के एक ऐसे अद्भुत मंदिर के दर्शन करिए जो दिन में दो बार पानी में डूब जाता है और थोड़ी ही देर बाद फिर से दर्शन देने लगता है।
सावन सोमवार को व्रत करने से पहले पूजा सामग्री की लिस्ट एक बार फिर चेक कर लें कहीं कोई सामान अधूरा न रह जाए...
शास्त्रों में सावन को लेकर कई नियम बनाए गए है। जिन्हें मानना आवश्यक माना जाता है। ये नियम मनुष्य के आचरण के साथ-साथ खानपान को लेकर बताए गए है। जानिए सावन माह में किन कामों को करने की मनाही है।
मास शिवरात्रि व्रत भगवान शिव के लिये निमित्त है और यह हर माह के कृष्ण पक्ष में प्रदोष व्रत के बाद किया जाता है।
आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए पूर्णिमा के साथ बिल्व त्रिरात्रि में कैसे भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाकर करें अपनी हर मनोकामना पूर्ण।
घर के सदस्यों की खुशहाली और उनकी तरक्की सुनिश्चित करने के लिए शिवलिंग पर शुद्ध जल चढ़ाकर पूजा करें।
प्रत्येक प्रदोष व्रत के दिन भगवान शंकर की पूजा की जाती है, लेकिन शनि प्रदोष होने से आज के दिन शनिदेव की विशेष रूप से उपासना की जायेगी |
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