मालेगांव केस में रिहा हुए सुधाकर चतुर्वेदी महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण पर भड़क उठे हैं। सुधाकर चतुर्वेदी ने पूर्व CM को 2 झापड़ मारने पर 2 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा कर दी है।
मालेगांव ब्लास्ट केस में विशेष अदालत ने 7 आरोपियों को बरी करते हुए कहा कि अभिनव भारत न तो प्रतिबंधित है और न ही आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है। अदालत ने अभियोजन पक्ष के सभी दावों को सबूतों के अभाव में खारिज कर दिया।
क्या कांग्रेस की सरकार मोहन भागवत को गिरफ्तार करना चाहती थी...क्या योगी आदित्यनाथ को 17 साल पहले ही कांग्रेस जेल में डाल देना चाहती थी...क्या हिंदुत्व की बात करने वाले सभी लोगों को कांग्रेस निपटा देने की प्लानिंग पर काम कर रही थी
महाराष्ट्र पुलिस के ATS के कर्मी दिलीप पाटीदार को मालेगांव विस्फोट मामले में पूछताछ के लिए 10 और 11 नवंबर 2008 की दरमियानी रात इंदौर से अपने साथ ले गए थे और अब तक पाटीदार का कोई अता-पता नहीं है।
पूर्व एटीएस अफसर महबूब मुजावर ने कहा कि उन्हें भागवत को अरेस्ट करने का ऑर्डर दिया गया था। किसी भी कीमत पर उठाकर लाने का दबाव बनाया गया था। अब इस दावे के बाद महाराष्ट्र में सियासी घमासान छिड़ गया है।
मालेगांव ब्लास्ट केस की जांच में शामिल एक पूर्व ATS अधिकारी ने दावा किया है कि इस केस में उन्हें RSS प्रमुख मोहन भागवत को पकड़ने के लिए कहा गया था।
After 17 years, the court acquitted all seven accused in the Malegaon blast case... Sadhvi Pragya... Lieutenant Colonel Shrikant Prasad Purohit... Retired Major Ramesh Upadhyay... Sameer Kulkarni... Sudhakar Chaturvedi... Ajay Rahirkar and Sudhakar Dwivedi were declared innocent.
17 साल के बाद मालेगांव ब्लास्ट केस में कोर्ट ने सभी सात आरोपियों को बरी कर दिया...साध्वी प्रज्ञा...लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत प्रसाद पुरोहित...रिटायर्ड मेजर रमेश उपाध्याय...समीर कुलकर्णी...सुधाकर चतुर्वेदी...अजय राहिरकर और सुधाकर द्विवेदी को निर्दोष करार दिया
17 साल बाद भगवा आतंकवाद की थ्योरी को कोर्ट ने खारिज कर दिया...साध्वी प्रज्ञा समेत मालेगांव ब्लास्ट के सभी 7 आरोपियों को बरी कर दिया...NIA कोर्ट ने कहा कि धमाका हुआ था.. लेकिन यह साबित नहीं हुआ कि बम मोटरसाइकिल में रखा था..यह भी साबित नहीं हुआ कि मोटरसाइकिल साध्वी प्रज्ञा के नाम थी.
क्या साध्वी प्रज्ञा पर झूठा केस लगाया गया ? क्या साध्वी प्रज्ञा को फंसाया गया ? हिंदुओं को आतंकवादी बताने का प्लान किसका था ? क्या कांग्रेस को अब हिंदू दंड देंगे ? हिंदू टेरर की फेक थ्योरी किसने फैलाई ? साध्वी को आतंकवादी बताने ने का ऑर्डर किसका ? साध्वी प्रज्ञा बरी क्या कांग्रेस अब माफी मांगेगी ? '
उन्होंने कहा कि हिंदुओं को कलंकित करने का प्रयास किया गया था। साध्वी प्रज्ञा और अन्य आरोपियों के बरी होने पर मैं राहत महसूस कर रही हूं।
मालेगांव में विस्फोट 29 सितंबर, 2008 को हुआ था। उत्तरी महाराष्ट्र के मुंबई से लगभग 200 किलोमीटर दूर मालेगांव में एक मस्जिद के पास मोटरसाइकिल पर बम रखा गया था। इस ब्लास्ट में 6 लोगों की जान चली गई थी।
मालेगांव में 29 सितंबर,2008 को हुए विस्फोट में 6 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। एक मस्जिद के बाहर मोटरसाइकिल में लगाए गये बम में विस्फोट किया गया था।
मुंबई में NIA की एक विशेष अदालत ने 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर को कोर्ट में नियमित रूप से पेश होने से मंगलवार को छूट दे दी।
महाराष्ट्र के पुणे जिले में 2008 को हुए मालेगांव विस्फोट मामले के आरोपी समीर कुलकर्णी को उनके आवास पर सुरक्षा के लिए बुधवार को सशस्त्र पुलिस गार्ड मुहैया कराया गया।
एनआईए ने नौ लोगों के खिलाफ आरोप वापस लेने का फैसला किया और सिंह, शर्मा, नवरिया और चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज किया। विशेष सनुवाई अदालत ने 2016 एनआईए के इस रुख को स्वीकार करते हुए नौ आरोपियों को आरोपमुक्त कर दिया।
भारतीय जनता पार्टी की नवनिर्वाचित सांसद एवं 2008 के मालेगांव बम विस्फोट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर शुक्रवार को मुबई की एक विशेष अदालत के समक्ष पेश हुईं।
भोपाल से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं प्रज्ञा सिंह ठाकुर को नतीजों से पहले एक बड़ी राहत मिली है।
मालेगांव ब्लास्ट मामले में साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित समेत चार आरोपियों पर से महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट (MCOCA) हटा लिया गया है।
UPA tried to frame Yogi, Mohan Bhagwat in Malegaon blast case!
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