भारत ने अपने दोस्त ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन पर एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है। केंद्रीय गृहमंत्रालय ने यह घोषणा की है। वहीं इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रईसी के निधन पर गहरा शोक जाहिर किया था।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो जाने के बाद भारत को भी काफी गहरा दुख पहुंचा है। ईरान हमेशा से ही भारत का मजबूत रणनीतिक और ऊर्जा साझीदार रहा है। इसी साल इब्राहिम रईसी भारत आने वाले थे। उससे पहले उन्होंने भारत के साथ चाबहार पोर्ट का बड़ा समझौता करके अपनी दोस्ती को नया मुकाम दिया था।
भारतीय अमेरिकी डॉ.कंसुपाड़ा ने कहा कि मोदी ने भारत के लोगों को गर्व का अहसास कराया है। ''मैं उनसे (भारत के लोगों से) सुन रहा हूं कि मध्यम वर्ग के अधिकांश लोग भारत और मोदी से प्यार करते हैं। इसमें मुंबई में रहने वाले मेरे मित्र भी शामिल हैं।
पीएम मोदी ने स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको को गोली मारे जाने की कड़ी निंदा की है। इसके साथ ही उन्होंने फिको के जल्द स्वस्थ होने के लिए अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से अपना नामांकन मंगलवार को दाखिल किया। बनारसी साड़ी-पान, अस्सी घाट, मोक्षदायिनी गंगा और बाबा विश्वनाथ के साथ ही काशी की राजनीति भी दिलचस्प रही है। जानिए इस रिपोर्ट में-
भारत ने चीन और पाकिस्तान को जवाब देने के लिए ईरान के साथ चाबहार पोर्ट के संचालन को लेकर बड़ा समझौता किया है। समझौते के मुताबिक अब इसका संचालन लंबे समय तक भारत के पास रहेगा। यह व्यापार और रणनीतिक रूप से भारत के लिए अहम समझौता है।
अमेरिकी भारतीय जब हिंदुस्तान की आर्थिक वृद्धि देखते हैं, जब वे ग्रामीण भारत का विकास देखते हैं, जब वे देखते हैं कि पिछले 10 वर्षों में भारत की सुरक्षा में सुधार हुआ है और वर्तमान मोदी सरकार ने देश में आतंकवादी खतरों या आतंकवादी घटनाओं को समाप्त कर दिया है तो उनको अच्छा लगता है।
भारत की ओर से आतंकवादी घोषित किए गए खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में 3 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कनाडा फिर खुद से नियंत्रण खोने लगा है। ऐसे में भारत ने पीएम जस्टिन ट्रूडो को उन्हें उनकी सीमा याद दिलाई है। साथ ही कनाडा में आपराधिक और अलगाववादी तत्वों को पनाह देना बंद करने की चेतावनी दी है।
भारत में चल रहे लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए अमेरिका में हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। न्यूयॉर्क से लेकर शिकागो तक और न्यूजर्सी, वर्जीनिया, मैरीलैंड जैसे तमाम अमेरिकी शहर स्वाहा की धुन से गुंजायमान हो उठे। हवन से वातावरण शुद्ध हो गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया प्रोग्राम की संयुक्त राष्ट्र ने जमकर सराहना की है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भारत में तेजी से हुए बुनियादी ढांचे में निवेश से गरीबी दूर होने के मॉडल की भी प्रशंसा की है। बता दें कि डिजिटल इंडिया और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में भारत का दुनिया लोहा मान रही है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने विदेश मंत्री द्विमित्रो कुलेबा को भारत भेजा है। आज वह एस जयशंकर से मुलाकात कर रहे हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध में जेलेंस्की को भारत से उम्मीद है कि वह रूस से बातचीत कर शांति का कोई रास्ता निकाल लेगा।
खुद को दुनिया का सुपर पॉवर कहने वाला अमेरिका अक्सर दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करता है। कभी अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर, कभी लोकतंत्र के नाम पर, कभी धर्म और सहिष्णुता के नाम पर तो कभी किसी और बहाने। जबकि अमेरिका अपने गिरेबां में नहीं झांकता। भारत के आंतरिक मामले में वह क्यों हस्तक्षेप कर रहा?
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) की सफलताओं ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है। दुनिया के कई थिंक टैंक अब खुले तौर पर यह मानने को विवश हो गए हैं कि भारत दुनिया के तमाम देशों के लिए अंतरिक्ष का अगुवा बन चुका है। भारत की सफलताओं ने उसे अंतरिक्ष के शीर्ष में ला खड़ा किया है।
पीएम मोदी के भूटान दौरे ने भारत के साथ दोस्ती की नई गाथा तैयार कर दी है। इस दौरान भूटान ने पीएम मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा। साथ ही दोनों नेताओं के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता में रेलवे से लेकर ऊर्जा, कृषि और अंतरिक्ष के क्षेत्र कई अहम समझौते हुए।
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की फोन पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करने के बाद काफी खुश नजर आए। उन्होंने भारत के साथ यूक्रेन के द्विपक्षीय संबंधों को कृषि, फॉर्मास्यूटिकल, औद्योगिक और विमानन क्षेत्र में मजबूत करने की इच्छा जताई। यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता के समर्थन पर भारत का धन्यवाद किया।
देश में लोकसभा चुनाव संपन्न होने से पहले ही प्रधानमंत्री मोदी को चुनाव बाद विदेशों से निमंत्रण आना शुरू हो गया है। रूस और यूक्रेन के राष्ट्रपति ने भी चुनाव के बाद प्रधानमंत्री मोदी को अपने देश आने का न्यौता भेजा है। पीएम ने कुछ दिनों पहले कहा था कि उन्हें विदेशों से मिल रहे न्यौते से साफ है कि वह फिर चुनाव जीत रहे हैं।
भारत की कूटनीति का पूरी दुनिया में डंका बज रहा है। रूस में चुनाव के बाद एक बार फिर पुतिन के राष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद पीएम मोदी ने उनसे फोन पर बात की। इसके बाद प्रधानमंत्री ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से भी फोन पर वार्ता की। इस दौरान रूस-यूक्रेन संघर्ष समाप्त करने का रास्ता खोजने पर चर्चा हुई।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच फोन पर बातचीत हुई है. दोनों नेता आने वाले वर्षों में साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में ठोस प्रयास उठाने पर सहमत हुए।
इजरायल-हमास युद्ध के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को इजरायल भेजकर कई देशों को चक्कर में डाल दिया है। दरअसल पीएम मोदी ने पश्चिम एशिया में शांति के मकसद से डोभाल को इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से मिलने भेजा था।
भूटान के एक छोटे भूभाग पर हाल ही में चीनी सेना ने कब्जा कर लिया था। इस घटना के बाद पहली बार फूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग भारत आ रहे हैं। वह अपने 5 दिनों के दौरे के दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि भूटान के प्रधानमंत्री पीएम मोदी से अपना दर्द बयां कर सकते हैं।
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