राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल पटेल के रविवार को कहा था कि गोवा चुनाव में उनकी पार्टी के कांग्रेस और अन्य समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन को तैयार है। इसके बाद सरदेसाई का यह बयान आया है।
पश्चिम बंगाल में सोमवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य के कई पुलिस थानों के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी के उन कार्यकर्ताओं के लिए न्याय की मांग की जिनके बारे में उन्होंने दावा किया कि उनकी हत्या सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस समर्थित उपद्रवियों द्वारा की गई।
बसपा प्रमुख ने कहा कि बसपा सांप्रदायिक पार्टी के साथ समझौता नहीं कर सकती है। हमारी विचारधारा सर्वजन धर्म की है और भाजपा की विपरीत विचारधारा है। मायावती ने कहा कि बसपा सांप्रदायिक, जातिवादी और पूंजीवादी विचारधारा रखने वालों के साथ कभी गठबंधन नहीं कर सकती है।
स्थानीय भाजपा नेता अनुपम मलिक ने हालांकि दावा किया कि आरोपी ने भगवा पार्टी के कार्यकर्ता को जान से मारने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा, “क्षेत्र में भाजपा का प्रभाव बढ़ रहा था और इस लहर को दबाने के लिये हमारे कार्यकर्ता को गोली मारी गई।”
देखिये RJD नेता तेज प्रताप यादव का आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के बारे में क्या कहना है।
देखिये भाजपा नेता मनोज तिवारी का आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के बारे में क्या कहना है।
जवाब में पवैया ने कहा कि सचिन पायलट जी के दिल में भाजपा और मुंह में कांग्रेस होगा तो उनके आने से जनता गुमराह नहीं होगी।
नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि व्हिप जारी करके पार्टी के विधायकों को उस दिन सदन में उपस्थित रहने को कहा गया था लेकिन चार विधायक शोकाभिव्यक्ति के बाद सदन स्थगित होने पर चले गए थे।
कल विधानसभा में भाजपा अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी।
महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गये प्रदेश के कुछ कांग्रेस नेता घर वापसी कर सकते हैं।
पार्टी के भीतर तकरार युवा नेताओं द्वारा वरिष्ठों पर सवाल उठाने और 2014 व 2019 की लगातार चुनावी हार पर आत्मचिंतन करने को कहने के बाद शुरू हुआ। युवा नेताओं ने लगातार दो चुनावों में हार के लिए संप्रग शासन को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश, कर्नाटक, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश और गोवा दलबदल की आंच से झुलसने वाले राज्य हैं जो हमारे सामने दलबदल मामले के सबसे ज्वलंत उदाहरण हैं।
राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया का कहना है कि अशोक गहलोत खेमा फ्लोर टेस्ट कराना नहीं चाहता है।
कांग्रेस नेता पी.सी. शर्मा ने राजस्थान में जारी सियासी संकट को लेकर कहा कि मध्य प्रदेश में राज्यपाल महोदय कहते हैं कि फ्लोर टेस्ट कराओ और राजस्थान में कैबिनेट मांग कर रहा है कि फ्लोर टेस्ट कराना है उसे अनुमति नहीं दी जा रही।
कांग्रेस ने राजस्थान के राज्यपाल पर राज्य विधानसभा का सत्र बुलाने संबंधी अशोक गहलोत सरकार की मांग पर ‘‘सतही और प्रेरित’’ सवाल उठाकर ‘‘लोकतंत्र को बाधित करने का सबसे खराब तरीका’’ अपनाने का रविवार को आरोप लगाया।
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने गत एक जुलाई को प्रियंका गांधी के बंगले का आवंटन रद्द करते हुए कहा था कि वह एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने के बाद आवासीय सुविधा पाने की हकदार नहीं हैं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम राष्ट्रपति से मिलने राष्ट्रपति भवन जाएंगे और अगर जरूरी हुआ तो प्रधानमंत्री आवास के बाहर भी विरोध प्रदर्शन करेंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के घर हुई कैबिनेट की बैठक में विधानसभा सत्र बुलाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
शिवसेना ने राजस्थान में राजनीतिक संकट का उल्लेख करते हुए सोमवार को कहा कि फोन टैप करना निजी स्वतंत्रता पर हमला है और लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को धन का इस्तेमाल करके गिराना ‘‘धोखा देने’’ के समान है।
कांग्रेस ने रविवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार गिराने की साजिश से जुड़ी ऑडियो क्लिप में उनकी आवाज होने के कारण उनके पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह गया है।
संपादक की पसंद