कोरोना से रिकवरी के बाद भी लोगों को कई हफ्तों तक रोज सिर में दर्द हो रहा है। डॉक्टर्स इसे पोस्ट कोविड सिंड्रोम कहते हैं। सिरदर्द के साथ-साथ करीब 34 फीसदी मरीजों में अलग-अलग तरह के न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर भी हो रहे हैं।
ब्लैक फंगस एक ऐसा फंगल इंफेक्शन है, जो शरीर में बहुत तेजी से फैलता है। इससे नाक, आंख, दिमाग, फेफड़े या फिर त्वचा पर असर भी हो सकता है।आयुर्वेदिक उपचार और योगासन के जरिए इसे काफी हद तक ठीक किया जा सकता है।
पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम यानी PCOD महिलाओं में होने वाली एक हार्मोनल समस्या है। इस बीमारी में मोटापा, कमरदर्द और कई तरह की सेहत संबंधी परेशानियां होती हैं।
अक्सर लोगों को तनाव या चिंता हो जाता है। इसके पीछे कई अलग-अलग कारण हो सकता हैं।
केन्द्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा योग को लेकर विश्वस्तर पर उत्पन्न की गई जागरूकता ने कई देशों को वैश्विक महामारी कोविड-19 से निपटने में मदद की।
महंत नरेंद्र गिरि ने कहा, "आनंद गिरी ने अपने पूरे परिवार को नासिक, उज्जैन, प्रयागराज और हरिद्वार कुंभ में बुलाया, जबकि हमारे अखाड़े की परंपरा के मुताबिक पारिवारिक संबंध नहीं बनाए जा सकते।"
एंजायटी डिसऑर्डर में पैनिक अटैक आते हैं। दिल की धड़कन बढ़ जाती है। पसीना आता है। सांस लेने में तकलीफ होती है। चक्कर तक आते हैं और सीने में दर्द जैसे लक्षण भी महसूस होते हैं।
कोरोना से रिकवर होने के बाद सिर में बहुत ज्यादा दर्द, आंखों में रेडनेस, आंखों से पानी आना, आंखों के मूवमेंट का बंद हो जाना.. जैसी परेशानियां देखी जा रही हैं।
साइंटिस्ट की मानें तो भारत में सितंबर तक कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो सकती है, जो बच्चों को टारगेट बना सकती है। रिसर्च के मुताबिक, वायरस का ये वैरिएंट 1 हजार गुना ज्यादा खतरनाक और तेजी से फैलने वाला होगा।
स्वामी रामदेव के मुताबिक, भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम विलोम, भ्रामरी, उद्गीथ .. इन्हें रोजाना करना चाहिए।
आंखों का लाल होना, पानी आना, तेज दर्द या जलन या यूं कहें कंजेक्टिवाइटिस.. कोरोना के लक्षण हो सकते हैं।
इस बार 60 से 65 फीसदी मरीजों को सांस लेने में काफी दिक्कत आ रही है। उनका ऑक्सीजन लेवल तेजी से घटता है। 2 से 3 दिन के अंदर ये 80 से नीचे पहुंच जाता है और ऐसे में तुरंत ऑक्सीजन की जरूरत होती है।
शिल्पा ने यह भी बताया कि इसके लिए योग कितना जरूरी है और यह हमारी मांसपेशियों को किस तरह से मजबूत करता है।
ब्लड प्रेशर के इंबैलेंस और उससे होने वाली परेशानी को कैसे दूर करें, इसके उपाय स्वामी रामदेव ने बताए हैं।
भारत में लगभग 1 करोड़ 20 लाख ग्लूकोमा के मरीज हैं। जिनमें 10 लाख मरीजों का विजन पूरी तरह से खत्म हो चुका है। इतना ही नहीं, बढ़े हुए स्क्रीन टाइम की वजह से भी आंखें कमजोर हो रही हैं।
भारत में करीब 10 करोड़ लोग डिप्रेशन और एंजाइटी के शिकार हैं। जिसमें से करीब 55 फीसदी लोगों को ये पता भी नहीं होता कि वो किसी तरह के डिप्रेशन की गिरफ्त में हैं।
एक महीने में कोरोना के नए मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। जानिए स्वामी रामदेव से खुद को कोरोना से बचाने के लिए कौन-कौन से योगासन करे।
गुड कोलेस्ट्रॉल हो या फिर बैड, शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बैलेंस बहुत जरूरी है। ये क्यों जरूरी है और इसे कैसे बैलेंस किया जाए, इसकी जानकारी स्वामी रामदेव ने दी है।
फाइब्रोमायल्जिया नाम भले ही आपके लिए नया हो, लेकिन ये बीमारी बिल्कुल भी नई नहीं है। इसमें सुबह उठते ही शरीर में भयंकर दर्द या अकड़न की शिकायत होती है।
महिलाएं अक्सर इस दौरान वो अपनी सेहत को नज़र अंदाज कर देती हैं। नतीजा, उनमें खून, कैल्शियम, विटामिन की कमी आ जाती है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़