Monday, December 08, 2025
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लोअर बॉडी को बनाना है मजबूत और टोंड तो इन वर्कआउट को डेली रूटीन में करें शामिल, कुछ ही दिनों में मिलेगी फिट बॉडी

Lower Body Workout At Home In Hindi: अगर आप लोअर बॉडी को मजबूत, टोंड और शेप में लाना चाहते हैं, तो कुछ खास एक्सरसाइज़ को रोज़ाना की रूटीन में शामिल करना बेहद ज़रूरी है।

Written By: Poonam Yadav @R154Poonam
Published : Dec 08, 2025 09:59 pm IST, Updated : Dec 08, 2025 09:59 pm IST
 लोअर बॉडी के लिए एक्सरसाइज- India TV Hindi
Image Source : FREEPIK लोअर बॉडी के लिए एक्सरसाइज

कई बार कुछ लोगों का अपर बॉडी तो फिट होता है लेकिन लोअर बॉडी का फैट लाख कोशिशों के बाद भी नहीं कम होता है जो दिखने में भद्दा लगता है। ऐसे में अगर आप भी अपनी लोअर बॉडी को मजबूत और टोंड करना चाहते हैं तो अपने वर्कआउट रूटीन में इन कुछ एक्सरसाइज़ को शामिल करें।  ये वर्कआउट न सिर्फ जांघों और हिप्स की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं, बल्कि बैलेंस और बॉडी पोस्टर में भी सुधार लाते हैं।

लोअर बॉडी को टोंड करने के लिए घर पर करें ये वर्कआउट:

  • स्क्वैट्स: लोअर बॉडी को टोंड करने के लिए स्क्वैट्स सबसे असरदार लोअर-बॉडी एक्सरसाइज़ है। ये क्वाड्रिसेप्स, हैमस्ट्रिंग, ग्लूट्स को मजबूत बनाते हैं। स्क्वैट्सकरना बेहद आसान है। पैरों को लगभग कंधे की चौड़ाई जितना अलग करके खड़े हो जाएं। जैसे कुर्सी पर बैठते ऐन उसी स्टाइल में आधा बैठें, जब तक आपकी जांघें ज़मीन के पैरलल न हो जाएं, फिर एड़ियों से ऊपर की ओर पुश करें। 

  • लंजेस: लंजेस लोअर बॉडी की ताकत (ग्लूट्स, क्वाड्स, हैमस्ट्रिंग) बनाने, बैलेंस, कोर स्टेबिलिटी, फ्लेक्सिबिलिटी को बेहतर बनाने के लिए बहुत अच्छे हैं। ये मसल्स को अलग-अलग तरह से काम करने में मदद करते हैं। यह, कैलोरी बर्न करके और मसल्स बनाकर वेट मैनेजमेंट में मदद करते हैं। ये कई तरह से इस्तेमाल होने वाली, बिना इक्विपमेंट वाली एक्सरसाइज़ हैं जो बेहतर पोस्चर और चोट से बचाने में मदद करती हैं। 

  • स्टेप-अप एक्सरसाइज़: स्टेप-अप एक्सरसाइज़ शरीर के निचले हिस्से की ताकत बढ़ाती हैं, बैलेंस सुधारती हैं और कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस को बढ़ाती हैं। ये क्वाड्रिसेप्स, हैमस्ट्रिंग और ग्लूट्स को टारगेट करती हैं, और इनका एकतरफ़ा होना मसल इम्बैलेंस को ठीक करने में मदद करता है। स्टेप-अप कई तरह से काम आने वाले, कम असर वाले होते हैं, और मुश्किल के हिसाब से एडजस्ट किए जा सकते हैं।

  • इनडोर या आउटडोर साइकिलिंग: यह साइकिलिंग पैरों को मज़बूत बनाता है। साइकिलिंग, चाहे स्टेशनरी बाइक पर हो या बाहर, जांघों को टोन करने और फैट कम करने के लिए कम असरदार है। यह एंड्योरेंस बनाता है, क्वाड्स और हैमस्ट्रिंग को मज़बूत करता है, और ओवरऑल फैट बर्न करने में मदद करता है, जिससे समय के साथ भारी जांघें पतली हो जाती हैं। हफ़्ते में 3-5 बार 20-40 मिनट साइकिलिंग करें। आगे चलकर, अपनी मसल्स को चैलेंज करते रहने के लिए रेजिस्टेंस को एडजस्ट करें और पक्का करें कि वे अच्छी तरह से टोन्ड हों।

Disclaimer: (इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।)

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