समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के कार्यक्रम में भगदड़ मच गई। आजमगढ़ में पूर्व सीएम अखिलेश यादव पहुंचे थे जहां सपा कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए और भगदड़ मच गई। सूत्रों ने बताया कि ये सुरक्षा व्यवस्था में चूक का मामला है।
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार में अब सीधा जनता पर वार हो रहा है। कहीं पर पुलिस दरोगा पीड़ितों को पीट रहे हैं, तो कहीं पुलिस अनुशासनहीन होकर विपक्षी दलों पर अलोकतांत्रिक तरीके से कार्रवाई कर रही है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ‘सेंगोल' को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी ने मान लिया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन हो जाएगा।
रेप की सूचना मिलते ही पुलिस महकमा तुरंत हरकत में आ गया और इसकी सूचना एसपी अशोक कुमार शुक्ला को दी गयी।
इससे पहले कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी का ऑफर ठुकरा दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी के फॉर्मूले को सिरे से खारिज कर दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग नफरत फैलाने, हिन्दू-मुस्लिम और समाज को लड़ाने की राजनीति कर रहे हैं। इनके पास जनता को बताने के लिए खुद का कोई काम नहीं है।
यूपी के माफियाओं को मिट्टी में मिला देने का वादा करने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ आज उसी प्रयागराज में पहुंच रहे हैं जहां 17 दिन पहले माफिया मिट्टी में मिल गया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि अतीक और अशरफ की हत्या को बड़ी साजिश के तहत कराया गया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, "सरकार के लोगों ने रेकी की थी और इसके बाद ही यह हत्या कराई गई।"
पीड़ित यूथ नेता की मानें तो विधायक जी उन्हें फोन पर मारकर हाथ-पैर तोड़ने की बात कह रहे हैं। सिकंदरपुर विधानसभा में अपनी पार्टी के घोषित उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करने से रोक रहे हैं।
अखिलेश ने कहा कि योगी इसलिये बोल रहे हैं क्योंकि अंग्रेजी में एक कहावत है कि ‘ओल्ड हैबिट्स डाई हार्ड’ यानी पुरानी आदतें जल्दी जाती नहीं हैं।
अखिलेश यादव ने कहा, सरकार कह रही है कि ट्रिपल इंजन चाहिए, ट्रिपल इंजन तो बहुत दिनों से चल रहा है, लेकिन बीजेपी स्मार्ट सिटी तो नहीं बना सकी।
इस मुलाकात के दौरान कई विषयों को लेकर बातचीत हुई। बैठक के बाद समाजवादी कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस हुई और इसमें नीतीश कुमार और अखिलेश यादव समेत कई बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया।
उन्होंने अपने मुहीम के बारे में कहा कि हम अपने लिए कुछ नहीं चाहते हैं। कितनी बार बोल चुके हैं। हमारी अपनी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है। हम पूरे देश के हित के बारे में सोच रहे हैं। अभी जो कुछ बी हो राह है। पूरे देश के इतिहास को बदलने के चक्कर में हैं।
बता दें कि इससे पहले अखिलेश ने गुरुवार को अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम मोहम्मद के एनकाउंटर पर भी सवाल उठाए थे।
यूपी STF ने गुरुवार को झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया। स्पेशल एडीजी (लॉ ऐंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में वांछित असद और गुलाम 5-5 लाख रुपये के इनामी बदमाश थे।
गौरतलब है कि पिछले निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी का एक भी मेयर नहीं बन पाया था। पिछले निकाय चुनाव में प्रदेश में सोलह नगर निगम में मेयर का चुनाव हुआ था, जिसमे बीजेपी ने 14 और दो बसपा ने जीते थे।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को रहस्त्र्पति ने पद्म विभूषण से सम्मानित किया है। यह अवार्ड लेने के लिए उनके बेटे अखिलेश यादव राष्ट्रपति भवन पहुंचे थे।
सन् 1993 में मान्यवर श्री कांशीराम जी ने सपा-बसपा गठबंधन मिशनरी भावना के तहत बनाई थी, किन्तु श्री मुलायम सिंह यादव के गठबंधन का सीएम बनने के बावजूद उनकी नीयत पाक-साफ न होकर बसपा को बदनाम करने व दलित उत्पीड़न को जारी रखने की रही।''
अखिलेश यादव के साथ सारस का दोस्त आरिफ भी मौजूद था। हालांकि, दोनों की सारस से मुलाकात नहीं हो पाई, लेकिन दोनों ने सीसीटीवी स्क्रीन पर सारस को देखा और वहां करीब एक घंटा बिताया।
वहीं इससे पहले सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर विपक्षी दलों के नेताओं की एक बैठक हुई थी। इस बैठक में कई दलों से नेता शामिल हुए। यहां सपा की तरफ रामगोपाल यादव शामिल हुए थे।
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