2015 के चुनावों में बीजेपी के प्रत्याशी दिनकर राम को 74763 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के सुरेंद्र राम के खाते में कुल 54597 वोट पड़े थे, और इस तरह दिनकर 20 हजार से भी ज्यादा वोटों के अंतर से जीते थे।
2015 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो रीगा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के अमित कुमार ने बीजेपी के मोती लाल प्रसाद को लगभग 23 हजार मतों के अंतर से मात दी थी।
2015 के चुनावों की बात करें तो फैसल रहमान ने पवन कुमार जायसवाल पर बड़ी जीत दर्ज की थी। उन चुनावों में आरजेडी के टिकट पर फैसल ने बीजेपी उम्मीदवार पवन को 19 हजार से ज्यादा मतों से शिकस्त दी थी।
2015 के चुनावों में बीजेपी के लाल बाबू प्रसाद गुप्ता ने आरजेडी के लक्ष्मी नारायण प्रसाद यादव को लगभग साढ़े चार हजार मतों के अंतर से मात दी थी।
प्रधानमंत्री ने कहा, ''महागठबंधन के साथ देश के टुकड़े करने वाले बाराती बनकर जुटे हुए हैं। इनको मौका मिला तो बिहार फिर से जंगलराज के खतरनाक दौर में पहुंच जाएगा। इसके लिए बिहार को सावधान रहना है। जंगलराज के युवराज से सभी को अलर्ट रहना है।''
मनिहारी में इस बार समीकऱण काफी बदले हुए हैं, पिछले चुनाव में जहां कांग्रेस को जदयू के महागठबंधन में शामिल होने का फायदा मिला था, वहीं इस बार जदयू एनडीए का हिस्सा है और एलजेपी अकेले चुनाव लड़ रही है, ऐसे में यहां बेहद नजदीकी मुकाबला होने की उम्मीद है।
बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए उम्मीदवार मैदान में हैं। इन्हीं सीटों में गोपालपुर विधानसभा सीट भी आती है जहां पर सीधी टक्कर जदयू और आरजेडी के बीच में है।
बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए उम्मीदवार मैदान में हैं। इन्हीं सीटों में नालंदा विधानसभा सीट भी आती है जहां पर सीधी टक्कर जदयू और कांग्रेस के बीच में है।
बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए उम्मीदवार मैदान में हैं। इन्हीं सीटों में हिलसा विधानसभा सीट भी आती है जहां पर सीधी टक्कर जदयू और आरजेडी के बीच में है।
बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए उम्मीदवार मैदान में हैं। इन्हीं सीटों में इस्लामपुर विधानसभा सीट भी आती है जहां पर सीधी टक्कर जदयू और आरजेडी के बीच में है।
बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए उम्मीदवार मैदान में हैं। इन्हीं सीटों में राजगीर विधानसभा सीट भी आती है जहां पर सीधी टक्कर जदयू और कांग्रेस के बीच में है।
बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए उम्मीदवार मैदान में हैं। इन्हीं सीटों में अस्थावां विधानसभा सीट भी आती है जहां पर सीधी टक्कर जदयू और आरजेडी के बीच में है।
बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए उम्मीदवार मैदान में हैं। इन्हीं सीटों में भागलपुर विधानसभा सीट भी आती है जहां पर सीधी टक्कर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच में है।
बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए उम्मीदवार मैदान में हैं। इन्हीं सीटों में पीरपैंती विधानसभा सीट भी आती है जहां पर सीधी टक्कर भारतीय जनता पार्टी और आरजेडी के बीच में है।
विपक्ष पर हमला बोलते हुए नीतीश ने कहा कि 15 साल के शासन में बिहार में शिक्षा, इलाज, आवागमन का इंतजाम करने की बजाए जंगलराज कायम करने वालों का नौकरी और विकास की बात करना मजाक है।
2015 के विधानसभा चुनावों में जनता दल युनाइटेड के श्याम रजक ने अपने निकतम प्रतिद्वंदी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राजेश्वर मांझी को लगभग 46 हजार मतों के बड़े अंतर से हराया था।
2015 के विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार भाई वीरेंद्र ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के श्रीकांत निराला को लगभग 23 हजार मतों के अंतर से मात दी थी।
राष्ट्रीय जनता दल ने 4 विधायक सहित 14 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के निर्देश पर इन नेताओं के ऊपर कार्रवाई की गई है।इन नेताओं को राजद से 6 साल के लिये निष्काषित किया गया है।
2015 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की आशा देवी ने राष्ट्रीय जनता दल के राज किशोर यादव को 5 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से हराया था।
2015 के विधानसभा चुनावों में आरजेडी के रामानंद यादव ने लोक जनशक्ति पार्टी से चुनाव लड़ रहे सत्येंद्र कुमार सिंह को 30,402 मतों के विशाल अंतर से मात दी थी।
संपादक की पसंद