शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा की जाती है। अपनी मंद हंसी से ब्रह्माण्ड को उत्पन्न करने के कारण इन्हें कुष्मांडा के नाम से जाना जाता है।
मां ब्रह्मचारिणी के दाहिने हाथ में अक्ष माला और बाएं हाथ में कमंडल है। मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से व्यक्ति को तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार, संयम की प्राप्ति होती है।
नवरात्र के दिनों में काफी नियमों का पालन किया जाता है। जिससे कि मातारानी की कृपा आपके ऊपर हमेशा बनी रहे। जानिए नवरात्र के दिनों में कौन-कौन से कार्य नहीं करना चाहिए।
शारदीय नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की उपासना की जाएगी। मां शैलपुत्री की उपासना करने से व्यक्ति को धन-धान्य, ऐश्वर्य, सौभाग्य तथा आरोग्य की प्राप्ति होती है।
हिंदू पंचांग के अनुसार 17 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र शुरू हो रहे हैं। अगर आप भी घर में कलश स्थापना कर रहे हैं तो जान लें पूजन के समय किन-किन चीजों की पड़ेगी जरुरत।
17 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र की शुरू हो रहे हैं। इस दिन से लेकर पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग नौ शक्ति स्वरूपों की पूजा की जायेगी। जानिए कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि।
अश्विन माह में पड़ने वाले नवरात्र को शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इस बार नवरात्र 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं।
MahaLaxmi Vrat 2020: माता महालक्ष्मी व्रत 26 अगस्त से शुरू हुए थे और 10 सितंबर को शाम के समय देवी मां के पूजन के साथ महालक्ष्मी व्रत सम्पूर्ण होगा। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए महालक्ष्मी व्रत की पूरी समापन विधि ।
जिस प्रकार स्त्रियां अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र के लिये करवाचौथ का व्रत रहती हैं, ठीक उसी तरह पुरूषों को अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र के लिये यह व्रत रहना चाहिए। अशून्य शयन द्वितीया व्रत की विधि।
आचार्य इंदु प्रकाश जानिए महालक्ष्मी व्रत के इन सोलह दिनों के दौरान आपकी राशि अनुसार विशेष तरीके से पूजा करने के बारे में। जिससे आपको हर काम में सफलता प्राप्त हो। इसके साथ ही धनलाभ भी होगा।
अगर आप इस बार पहली बार हरतालिका तीज का व्रत रख रही हैं तो इसके कुछ नियम जानने बहुत ही जरूरी है। जिससे कि आपको पूजा का पूर्ण फल मिले।
माता संतोषी के 16 शुक्रवार करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं। इसके साथ ही व्रत का समापन सुहागन महिलाओं को घर में बुलाकर भोजन और प्रसाद खिलाया जाता है। इसके साथ ही अपनी इच्छानुसार उपहार देने चाहिए।
आज के दिन श्री दुर्गाष्टमी और बगलामुखी जयंती के संयोग में किये जाने वाले राशिवार उपायों की जिसको आप घर बैठे ही करके अपने कैसे अपने व्यापार में बढ़ोत्तरी कर सकते है,, अपने सुख-सौभाग्य में वृद्धि कर सकते हैं और अपनी सभी इच्छाओं की पूर्ति कर सकते हैं। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
चैत्र नवरात्रि का पर्व हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर नवमी तिथि तक चलता है।
आज दुर्गाष्टमी व्रत है। आज मां दुर्गा की आराधना की जाती है और व्रत किया जाता है। साथ ही आज अन्नपूर्णाष्टमी भी है। जानें आचार्य इंदु प्रकाश से राशिनुसार कौन सा मंत्र का जाप करना होगा शुभ।
बसंत पंचमी के दिन कौन-से खास उपाय करके आप अपने जीवन की गति को सुगम बना सकते हैं, विशेषकर कि विद्या और कला के क्षेत्र में, साथ ही कैसे अपने नवीन कार्यों में सफलता पा सकते हैं। जानें इन उपायों के बारे में आचार्य इंदु प्रकाश से।
हिंदू धर्म में ज्ञान की देवी माने जाने वाली मां सरस्तवती का जन्मदिन बसंत पचंमी के रुप में मनाया जाता है। बसंत पंचमी के खास अवसर में आप भी अपने दोस्तों, करीबियों को भेजें शुभकामनाओं के संदेश।
माघ शुक्ल पक्ष की उदया पंचमी तिथि बसंत पंचमी से वसंतोत्सव की शुरुआत होती है। जानें इस बार किस दिन मनाई जाएगी बसंत पंचमी। साथ ही जानें पूजा विधि, शुभ महूर्त, महत्व।
आज के दिन जो भी व्यक्ति मां दुर्गा की उपासना करता है, देवी मां की कृपा से उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है और जीवन में चल रही समस्याओं का समाधान होता है |
शास्त्रों के मुताबिक अगर आप महालक्ष्मी की तस्वीर की पूजा-अर्चना कर रहे हैं तो इसे सफल बनाने के लिए महालक्ष्मी की तस्वीर काफी मायने रखती है।
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