महाराष्ट्र में हिंदी भाषा को लेकर इन दिनों विवाद मचा हुआ है। इस बीच देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने बयान देते हुए कहा है कि हिंदी भाषा को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाना चाहिए।
हिंदी भाषा विवाद के बीच देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए उन्हें 'पलटूराम' बताया। उन्होंने कहा कि हम देश की किसी भी भाषा के खिलाफ नहीं हैं।
संजय राउत ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने तीन भाषा वाली राष्ट्रीय नीति बनाई थी। जब राज्य के सामने केंद्र की नीति आती है तो उस पर चर्चा बेहद जरूरी हो जाती है। इसी वजह से उद्धव को सीएम रहते चर्चा करानी पड़ी। अंत में उन्होंने कहा कि उद्धव तीन बार सीएम रह चुके हैं, क्या उन्हें इतना भी नहीं पता।
देशभर में हिंदी भाषा का मुद्दा गर्माया हुआ है। महाराष्ट्र में भी हिंदी भाषा को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है। एनसीपी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने हिंदी भाषा विवाद पर बड़ा बयान दिया है।
भाषा विरोध के बीच में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हिंदी भाषा किसी भी भारतीय भाषा की दुश्मन नहीं हो सकती है। पिछले कुछ दशकों में भाषा का इस्तेमाल भारत को बांटने के साधन के रूप में किया गया।
महाराष्ट्र में पहली कक्षा से हिंदी पढ़ाने के आदेश का उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने विरोध किया है। उन्होंने सुझाव दिया कि हिंदी की पढ़ाई पांचवीं से शुरू होनी चाहिए और प्राथमिक स्तर पर मराठी पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
महाराष्ट्र में हिंदी बनाम मराठी की जंग तेज हो गई है। मनसे का उग्र विरोध शुरू है और किताबें फाड़ी-जलायीं गई हैं। राज ठाकरे ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
महाराष्ट्र में हिंदी विवाद के बीच सरकार ने साफ कहा है कि मराठी और अंग्रेजी के बाद हिंदी अनिवार्य रूप से तीसरी भाषा नहीं होगी। हिंदी की जगह पर अगर कोई अन्य भारतीय भाषा पढ़ना चाहता है तो वह पढ़ सकता है।
महाराष्ट्र के स्कूलों में भाषा को लेकर चल रहे विवाद के बीच मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने राज्य के शिक्षा मंत्री दादा भूसे को पत्र लिखा है। चलिए बताते हैं कि अपने पत्र में राज ठाकरे ने क्या कहा है?
बेंगलुरु की एक एसबीआई शाखा में भाषा को लेकर उस वक्त विवाद खड़ा हो गया, जब बैंक मैनेजर ने कन्नड़ में बात करने से इंकार कर दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद बड़ा बवाल मच गया।
मुंबई में एक बार फिर भाषा विवाद का मामला सामने आया है, यहां एक कस्टमर ने एक पिज्जा डिलीवरी बॉय को मराठी नहीं आने के कारण पिज्जा के पैसे देने से इनकार कर दिया।
महाराष्ट्र के स्कूलों में हिंदी भाषा की अनिवार्यता को फिलहाल रद्द कर दिया गया है। हिंदी को एच्छिक ऑप्शनल करने का फैसला किया गया है।
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उनकी पार्टी, सरकार को राज्य में हिंदी को थोपने नहीं देगी।
देशभर के अलग-अलग राज्यों में भाषा विवाद का मुद्दा गर्माया हुआ है। तमिलनाडु और महाराष्ट्र के बाद अब उत्तर प्रदेश में बसपा प्रमुख मायावती ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है। सरकार से मांग भी की है।
महाराष्ट्र में हिंदी भाषा को लेकर विवाद तेज होता दिख रहा है। इस मामले पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। इस बीच एमएनएस ने दादर में पोस्टर लगाए हैं, जिसमें लिखा है, 'हम हिंदू हैं, लेकिन हिंदी नहीं।'
स्कूलों में कक्षा 1 से कक्षा 5 तक हिंदी पढ़ाए जाने का राज ठाकरे ने विरोध किया है। राज ठाकर ने साफ शब्दों में कहा कि वह हिंदू हैं लेकिन हिंदी स्वीकार नहीं हैं। राज ठाकरे के घर पार्टी के नेता हिंदी भाषा विवाद पर चर्चा कर रहे हैं।
फडणवीस सरकार ने महाराष्ट्र में कक्षा 5वीं तक हिंदी पढ़ने को अनिवार्य करने का आदेश जारी किया है। राज्य सरकार के इस फैसले का महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने विरोध किया है।
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य भर के स्कूलों में हिंदी पढ़ाने के लिए आदेश जारी कर दिया है। 2025 एकेडमिक ईयर से ही अब छोटे बच्चों को पढ़ाया जाएगा।
सरकार ने लोकल लैंग्वेज को बढ़ावा देने के लिए कई सरकारी वेबसाइट्स का वेब अड्रेस हिन्दी या अन्य लोकल भाषा में बदल दिया है। यूजर्स अब हिन्दी वेब अड्रेस टाइप करके भी कई सरकारी वेबसाइट को ओपन कर सकते हैं। इसके अंग्रेजी पर से निर्भरता खत्म हो जाएगी।
शुक्ल छत्तीसगढ़ राज्य के ऐसे पहले लेखक हैं, जिन्हें इस सम्मान से नवाजा जाएगा। शुक्ल ने उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार दिए जाने की घोषणा पर खुशी जताई और कहा कि उन्हें कभी नहीं लगा कि यह पुरस्कार मिलेगा।
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