राजस्व लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होने पर मैन पावर देने वाली एजेंसियों पर अक्टूबर में 18.22 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है। सरकारी दुकानों में शराब बिक्री से कम राजस्व प्राप्ति की एक बड़ी वजह अवैध शराब बिक्री बताई गई है।
इस एटीएम में दो दिन पहले ही 10 लाख रुपये डाले गए थे। दो दिन में इस एटीएम से कितने पैसे निकाले गए और चोर अपने साथ कितनी रकम ले गए, अभी इसका आकलन किया जा रहा है।
झारखंड हाई कोर्ट ने कहा, ऐसा लगता है कि रिम्स निदेशक काम नहीं करना चाहते हैं। वे रांची की बजाय दिल्ली या विदेश में ज्यादा समय बिताना चाहते हैं। ऐसे में उन्हें रिजाइन कर देना चाहिए।
राज्य में प्रतिदिन 25 से 26 सौ मेगावाट बिजली की मांग है, लेकिन इसकी तुलना में लगभग पांच सौ मेगावाट बिजली कम मिल रही है। कम बिजली मिलने की सबसे बड़ी वजह है केंद्रीय उपक्रमों का झारखंड के ऊपर बड़ी रकम का बकाया होना।
CISF shot Dead 4 Coal thieves @ Coal Scam:देश में पहली बार सामने आए कोयला घोटाले (Coal Scam) की कहानी तो आपने पहले भी सुनी रही होगी। इस कोयला घोटाले में दिल्ली की पटियाला कोर्ट में विशेष सीबीआइ अदालत में चली सुनवाई के बाद आरोपियों को कई वर्षों की सजा सुनाई गई। मगर कोई भी आरोपी फांसी के फंदे तक नहीं पहुंच सका था।
120 IEDs Recovered from Budha Pahar Jharkhand:क्या आप जानते हैं कि झारखंड के इस पहाड़ को बूढ़ा पहाड़ क्यों कहते हैं, आखिर बूढ़ा पहाड़ नक्सलियों का सबसे बढ़ा गढ़ क्यों है, जहां नक्सली चिंतामुक्त होकर शासन-प्रशासन के लिए चुनौती पेश करते हैं। झारखंड पुलिस ने अब इसी पहाड़ से नक्सिलयों की ओर से लगाए गए 120 आइईडी बरामद किया।
सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए बेहतरीन मौका है। झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) ने कई पदों हेतु भर्ती निकाली है। इच्छुक उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
हेमंत सोरेन ने सवाल उठाया कि जांच एजेंसियों की छापेमारी और कार्रवाई सिर्फ गैर भाजपा शासित राज्यों में ही क्यों हो रही है? क्या भाजपा शासित राज्य दूध के धुले हैं?
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन से आज प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने करीब 9 घंटे तक अपने दफ्तर बुलाकार पूछताछ की। इस दौरान उनसे इस अवधि में 100 सवाल पूछे गए। इस दौरान कई सवालों का उन्होंने जवाब नहीं दिया। गुरुवार को ईडी दफ्तर जाने से पहले उन्होंने अपने पर लगे आरोपों को निराधार बताया।
वन विभाग ने एक बयान में बताया कि गिरफ्तार किए गए लोग बिहार, ओडिशा और झारखंड से हैं। बयान में बताया गया कि पांचों आरोपी अवैध हाथी दांत व्यापार में शामिल किसी अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य प्रतीत होते हैं।
रात में निर्माणस्थल की सुरक्षा के लिए तैनात गार्ड सुनील कुमार यादव एवं रामलाल लोहरा ने बताया की कि दो उग्रवादियों ने पेट्रोल छिड़कर ट्रैक्टर एवं जेसीबी में आग लगा दी।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को कहा कि वह ‘बाहरी’ लोगों को राजनीति से बाहर कर देंगे। उन्होंने कहा कि इन लोगों को पता है कि अगर मैं 5 साल सत्ता में रह गया तो आदिवासियों को मजबूत कर दूंगा।
राष्ट्रपति के झारखंड दौरे के दौरान 10 साल के एक बालक दिलीप मुंडा को भी खास मेहमान की तरह बुलाया गया था। बालक के साथ उसकी मां भी थी। राष्ट्रपति ने बालक की पीठ थपथपाई और उसकी मां से हालचाल पूछा।
एसपी ने बताया, ''नाबालिग लड़की के अपहरण की सूचना मिलने पर मामला दर्ज़ कर कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। लड़की की बरामदगी और अभियुक्त की गिरफ़्तारी के लिए हमने राज्य के बाहर एक टीम भेजी थी। हमने लड़की को बरामद कर लिया है।
झारखंड में बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या के बाद हंगामा हो गया है। यहां रविवार को 2 गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस छोड़नी पड़ी। बता दें कि इस हिंसक झड़प में 6 दुकानें और एक वाहन को नुकसान पहुंचा है।
झारखंड विधानसभा का आज विशेष सत्र बुलाया गया है। सीएम सोरेन ने कहा था कि 11 नवंबर राज्य के लिए एक ऐतिहासिक दिन होगा क्योंकि विधानसभा स्थानीय निवासियों की पहचान करने और OBC को 27 प्रतिशत आरक्षण देने करने के लिए 1932 भूमि रिकॉर्ड से संबंधित विधेयक पारित करेगी।
शख्स ने अजगर को पकड़कर अपनी गर्दन में माला की तरह लटका लिया, लेकिन थोड़ी ही देर में अजगर ने उसके गर्दन को बुरी तरह जकड़ लिया।
झारखंड के चतरा में पुलिस के ऊपर हमला हो गया है। इस हमले में कई पुलिस कर्मी घायल हो गए हैं। इसके बाद से ही पुलिस एक्शन मोड में आ गई है। पुलिस ने 49 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि, ईडी ने झारखंड में अवैध खनन, ट्रांसपोटिर्ंग और अन्य कारोबार के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बीते मई महीने से कार्रवाई शुरू की गई थी। इन मामलों में अब तक 50 से भी ज्यादा ठिकानों पर हुई छापामारी के दौरान अब तक कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
पिटीशन पर अगस्त में हुई सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस सुधांशु धुलिया की बेंच ने सोमवार को यह फैसला दिया कि शख्स की ओर से हाई कोर्ट में दायर जनहित याचिका सुनवाई योग्य नहीं है।
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