लगातार गोलीबारी के बीच म्यांमार सेना के 29 और सैनिक तियाउ नदी पार कर मिजोरम की तरफ भाग निकले हैं। उन्होंने मिजोरम के चम्फाई में शरण ली। तियाउ नदी भारत और म्यांमार के बीच सीमा का कार्य करती है।
भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के बाद अब म्यामांर में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.7 मापी गई है। इस भूकंप के झटके म्यामार के पड़ोसी देश थाईलैंड और लाओस में भी महसूस किए गए।
म्यांमार में फिर हालात बिगड़ने लगे हैं। सेना और लोकतंत्र समर्थकों के बीच संघर्ष की वजह से ये हालात बिगड़ रहे हैं। वहां फिर से लोकतंत्र समर्थ फोर्स और सेना के बीच जंग छिड़ गई है। लोकतंत्र समर्थक फोर्सेस ने इसे 'ऑपरेशन 1027' नाम दिया है।
सोमवार 23 अक्टूबर को भी म्यांमार में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
रविवार 22 अक्टूबर को नेपाल में कई चंद घंटों में भूकंप के दो बार तेज झटके महसूस किए गए। वहीं अब सोमवार सुबह म्यांमार में भूकंप की वजह से धरती कांप उठी।
भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में जोरदार बमबारी से 30 लोगों की मौत की खबर है। बताया जा रहा है कि एक शिविर पर यह हमला किया गया है। इस हमले में करीब 60 लोग घायल हो गए हैं।
मिजोरम में हाल के कुछ ही हफ्तों में सैकड़ों करोड़ रुपये की ड्रग्स पकड़ी गई हैं और अक्सर इनकी तस्करी में म्यांमार के नागरिकों को लिप्त पाया गया है।
मिजोरम के चम्फाई जिले में एक बार फिर ड्रग्स की खेप पकड़ी गई है और एक विदेशी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि इस इलाके में विभिन्न विभागों की सक्रियता के चलते लगातार ड्रग्स की खेपें जब्त हो रही हैं।
मिजोरम में ड्रग तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए असम राइफल्स ने 30 करोड़ रुपये की मेथामफेटामाइन टैबलेट को जब्त किया है और एक विदेशी तस्कर को गिरफ्तार किया है।
कंगाल पाकिस्तान ने जो JF-17 फाइटर जेट म्यांमार को भेजे थे, वे कबाड़ निकले। इस वजह से म्यांमार पाकिस्तान से बुरी तरह नाराज हो गया है। इस गड़बड़ी पर पाकिस्तान से म्यांमार ने कड़ा ऐतराज जताया है। जानिए क्या है पूरा मामला?
आंतरिक कलह से जूझ रहे देश म्यांमार में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से खदान धंसने का मामला सामने आया है। खदान में भूस्खलन की वजह से कई श्रमिक दब गए। इनमें से 25 लोगों के शव बरामद हुए हैं। कई लोग अब भी लापता हैं, जिन्हें ढूंढा जा रहा है।
म्यांमार की अपदस्थ नेता आंग सान सू की की सजा को सैन्य प्रशासन ने कम कर दी है। हालांकि इसे सिर्फ 5 वर्ष घटाया गया है। सेना ने तख्तापलट करने के बाद उन्हें 19 मामलों में दोषी ठहराकर 33 वर्षों के लिए जेल भेजा है। अब सजा को 5 साल कम किए जाने के बाद उन्हें 27 वर्ष जेल में रहना होगा। अभी वह 78 वर्ष की हैं।
म्यांमार में सैन्य सरकार ने 2021 में तख्तापलट के बाद लागू किए आपातकाल की अवधि बढ़ा दी है। इसके बाद इस साल अगस्त तक होने वाले चुनाव को आधिकारिक रूप से स्थगित कर दिया है।
मिजोरम के उपमुख्यमंत्री तानलुइया ने कहा है कि भले ही जो जनजातियां भौगोलिक कारणों से अलग हो गई हैं, लेकिन वे भावनात्मक रूप से जुड़ी हुई हैं।
एनआईए ने सोमवार को मिजोरम के चार स्थानों पर छापा मारकर इन तीन लोगों को गिरफ्तार किया जिसमें दो छापे चम्फाई जिले और एक-एक छापा आइजोल तथा लांग्टलाई जिले में मारा गया।
मणिपुर हिंसा मामले में म्यांमार के एक वीडियो को यहां का बताकर वायरल किया जा रहा है। इसे वायरल करने वाले आरोपियों को पुलिस आइपी एड्रेस के आधार पर तलाश रही है। जिस वीडियो को वायरल कर नफरत फैलाई जा रही है, उसमें महिला की हत्या करते दिखाया गया है। जबकि ये वीडियो फर्जी है।
म्यांमार में सेना और नागरिक बलों के बीच लंबे समय से जारी संघर्ष के चलते 700 से ज्यादा लोगों ने सीमा पार कर मणिपुर में अवैध रूप से प्रवेश किया है।
लगातार भूकंपों की कड़ी में भारत, मैक्सिको, थाईलैंड के बाद अब कैलिफोर्निया में भी भूकंप से धरती 6.4 की तीव्रता से कांप गई है।
समुद्री चक्रवात के भीषण चक्र में फंसे म्यांमार के लिए भारत ने फिर दरियादिली दिखाई है। भारत ने चक्रवात से प्रभावित म्यांमार की सहायता के लिए नौसेना के 4 जहाजों के जरिये राहत सामग्री भेजी है। इसमें खाद्य व पेय पदार्थ से लेकर, जीवन रक्षक औषधियों समेत कई अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं।
पाकिस्तानी आतंकियों, श्रीलंका के तमिलों और बांग्लादेशी रोहिंग्यों के बाद अब म्यांमार के लोग भी भारत मेंं घुसपैठ करना चाहते हैं। ऐसे में भारत ने मिजोरम से लकर असम तक सीमा सुरक्षा को चाक-चौबंद कर दिया है। ताकि कोई घुसपैठिया भारत में कदम नहीं रख सके। शरणार्थियों को भारत सबसे मुफीद और सुरक्षित लगता है।
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