अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव से पहले इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की है। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच गाजा में युद्ध विराम सहित तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई।
इजरायल में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। राजधानी तेलअवीव की सड़कों पर सरकार विरोधी प्रदर्शन में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया।
इजरायल ने अमेरिका के अनुरोध को ठुकराते हुए गाजा के दक्षिणी रफाह शहर पर भीषण हमला कर दिया है। इसमें कम से कम 12 लोगों के मारे जाने की खबर है। मरने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। यह हमला ऐसे वक्त में हुआ है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रफाह पर हमला करने पर हथियार आपूर्ति नहीं करने की चेतावनी दी थी।
गाजा में इजरायली बंधकों की हत्या और आम नागरिकों की मौत से इजरायल में सरकार विरोधी प्रदर्शनों ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है। लंबे समय बाद इजरायल ने साउथ गाजा से अपनी सेना हटा ली है। अब वहां सिर्फ एक टुकड़ी ही रह गई है। इधर ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने मानवीयता के आधार पर युद्ध रोकने की अपील की।
इजरायल संघर्ष विराम के लिए हमास की दोनों प्रमुख मांगे मानने से इनकार कर दिया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि जब तक वे अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर लेंगे तक गाजा से सेना नहीं हटेगी।
इजरायल ने हमास के हमले में हाल में हुई अपने 21 सैनिकों की मौत के बाद युद्ध विराम और बातचीत के सारे विकल्पों को खारिज कर दिया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पहले से अधिक आक्रामक हो गए हैं। इससे संयुक्त राष्ट्र भी चिंतित हो गया है। संयुक्त राष्ट्र ने इससे दुनिया में आशांति बढ़ने का अंदेशा जताया है।
इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। इस बीच, हूती विद्रोहियों ने भारत से आ रहे एक मालवाहक जहाज को लाल सागर से हाईजैक कर लिया। इसकी इजरायल के पीएम ने कड़ी निंदा की है।
केरल के कासरगोड से कांग्रेस सांसद राजमोहन उन्नीथन ने इजरायल और हमास के बीच छिड़े युद्ध के बीच विवादित बयान दिया है। कांग्रेस नेता ने कहा है कि गाजा पट्टी में हमलों के लिए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को बिना मुकदमा चलाए गोली मार देना चाहिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल दौरे के दौरान प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ घंटों तक हुई मुलाकात के बाद हमास के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। अमेरिका ने हमास के 10 सदस्यों पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही उसके वित्तीय नेटवर्क को पूरी तरह बैन कर दिया है। अमेरिका की इस कार्रवाई से ईरान समेत अन्य देश बौखला गए।
हमास ने इजरायल पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोला है। इसके बाद इजरायल की सेना ने भी हमास के खिलाफ व्यापक सैन्य अभियान शुरू कर दिया है। इजरायल की सेना ने कहा है कि हमास के लिए यह युद्ध भारी पड़ेगा। इजरायल ने कहा कि हमास ने यह युद्ध छेड़ा है, मगर जीत हमारी होगी। इजरायल ने हमास पर भीषण पलटवार करना शुरू कर दिया है।
ईरान के गुप्त परमाणु कार्यक्रमों से इजरायल बौखला गया है। इजरायल के आर्मी चीफ हर्जी हलेवी ने ईरान पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दे डाली है। उन्होंने कहा है कि 'नकारात्मक घटनाक्रम' इजरायल को ईरान के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के एक फैसले ने फिर से फिलिस्तीनियों के साथ तनाव को बढ़ा दिया है। फिलिस्तीन ने इजराइल के उस फैसले की निंदा की है, जिसमें यहूदी लोगों को 18 साल पहले खाली कराई गई इजराइली बस्ती में वापस जाने की अनुमति दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार इजरायल के साथ अपनी दोस्ती को प्रगाढ़ कर रहे हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पीएम मोदी के सबसे करीबी दोस्तों में से एक हैं। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही भारत और इजरायल के बीच यह दोस्ती गहरी होती जा रही है।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की गठबंधन सरकार ने विधेयक को मंजूरी दी जो भ्रष्टाचार और हितों से टकराव के मामले में सुनवाई का सामना कर रहे इजराइली नेता को शासन करने से अयोग्य करार दिए जाने से बचाएगा।
People On The Road Against Israeli PM Netanyahu: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घनिष्ठ मित्र और इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनकी सरकार की नीतियों के खिलाफ इजरायल के हजारों लोग सड़क पर आ गए हैं और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
Benjamin Netanyahu Israel: इजरायल के भावी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की लिकुड पार्टी ने घोर दक्षिणपंथी नोआम पार्टी के साथ गठबंधन किया है। दोनों पार्टियों ने गठबंधन के बाद एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी किया। इससे नेतन्याहू इजरायल के इतिहास में सबसे घोर दक्षिणपंथी सरकार बनने की ओर एक कदम और आगे बढ़ गए हैं।
Israel Election: नेतन्याहू को सत्ता से हटाकर सरकार बनाते समय बेनेट और लैपिड के बीच एक समझौता हुआ था, जिसके तहत मौजूदा फॉरेन मिनिस्टर कार्यवाहक पीएम बने रहेंगे।
दो साल में चौथे संसदीय चुनाव के लिए इजराइल में मंगलवार को मतदान शुरू हो गया। इसे मौजूदा प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कथित विभाजनकारी शासन को लेकर जनमत संग्रह माना जा रहा है।
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के विरोध में देश भर में लंबे समय से प्रदर्शन चल रहे हैं और हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी शनिवार को प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास के बाहर इकट्ठा हुए और विरोध प्रदर्शन किया।
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