रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने वैगनर समूह के चीफ येवगिनी प्रिगोझिन की विमान हादसे में मौत के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। पुतिन ने कहा कि वह प्रतिभाशाली व्यक्ति था, मगर उसने गलतियां कीं। राष्ट्रपति ने प्रिगोझिन के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
गत 23 जून को प्रिगोझिन के लड़ाकों ने कूच करना शुरू किया था और कुछ घंटों में रूस के दक्षिणी शहर रोस्तोव-ऑन-डॉन में प्रवेश कर गए। एक सैन्य मुख्यालय पर कब्जा कर लिया। प्रिगोझिन ने इस कदम को रूसी शीर्ष सैन्य नेताओं को हटाने के लिए ‘‘न्याय का मार्च’’ कहा था।
वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवेगनी प्रिगोझिन की मौत की खबर से पूरी दुनिया सकते में है। उनकी मौत अप्रत्याशित रूप से हुई है। हालांकि विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से उनकी मौत हुई। वे पुतिन के साथ गद्दारी कर चुके थे। इससे पहले भी पुतिन के दुश्मनों की अचानक मौत की खबर आ चुकी है।
रूस की निजी सेना के चीफ येवगिनी प्रिगोझिन ने मई में पुतिन से बगावत की थी। हालांकि बाद में उन्होंने बगावत को वापस ले लिया था और रूस को छोड़कर बेलारूस चले गए थे। बाद में पुतिन के साथ उनके सुलह-समझौते की भी खबरें आई। मगर पुतिन से बगावत के बाद 4 महीने भी प्रिगोझिन जिंदा नहीं रह सके।
चांद पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग होते ही पूरी दुनिया भारत को सलाम ठोक रही है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने भारत को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बनने पर बधाई दी। वहीं अमेरिका और यूरोप ने भी शाबाश इंडिया कहकर हौसलाफजाई की। चांद की सतह पर इस उपलब्धि के साथ सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत चौथा देश बन गया।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन युद्ध को लेकर पहली बार बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि वह युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं। हालांकि पुतिन ने इसके लिए पश्चिमी देशों को जिम्मेदार ठहराया है। क्योंकि उन्होंने साफ कहा कि रूस उस युद्ध को खत्म करना चाहता है, जिसे पश्चिम द्वारा फैलाया गया है।
रूस ने कड़ा कदम उठाते हुए आईसीसी अभियोजकों और ब्रिटेन के मंत्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही ब्रिटेन के 54 नागरिकों के रूस में प्रवेश पर भी पाबंदी लगा दी है।
भारत के स्वतंत्रता दिवस पर दुनियाभर के देशों से बधाई संदेश प्राप्त हो रहे हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित कई देशों के शीर्ष नेताओं ने अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध अब और तेज हो गया है। दोनों देशों एक दूसरे पर घातक हवाई हमले कर रहे हैं। इस बीच रूसी हमले में 8 साल के एक यूक्रेनी बच्चे की भी मौत हो गई है। साथ ही कई लोगों के घायल होने की खबर है। कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जोहान्सबर्ग जाएंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इसकी पुष्टि कर दी गई है। जोहान्सबर्ग में 22 से 24 अगस्त तक ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन होना है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी इसमें हिस्सा लेंगे।
रूस ने यूक्रेन पर भीषण मिसाइल हमला किया है। इसमें कम से कम 4 व्यक्ति की मौत हो गई है। मौतों की संख्या और बढ़ सकती है। हमले के कारण कई बहुमंजिला इमारत को नुकसान पहुंचा है। मलबे में कई लोग दबे बताए जा रहे हैं। हमला जहां हुआ, वह स्थान यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का गृहनगर है।
रूस और यूक्रेन की जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने गुरुवार को कहा कि दक्षिण-पूर्वी यूक्रेन के जपोरिजिया क्षेत्र में भीषण युद्ध हो रहा है।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भौतिक रूप से न सही, लेकिन अब वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में शुरू हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। कहा जा रहा है कि पुतिन के जोहान्सबर्ग में गिरफ्तारी का खतरा था। इस लिए उन्होंने भौतिक रूस से शामिल होने से इन्कार कर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का फैसला लिया।
रूसी सेना ने यूक्रेन के ओडिसा बंदरगाह पर मायकोलैव पर बड़ा मिसाइल हमला किया है। इससे पूरा यूक्रेन थर्रा उठा है। रूस के इस भीषण हमले ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को बड़ा सदमा दिया है। जेलेंस्की ने हमले का वीडियो शेयर करते रूस को आतंकी कहा है। लिखा कि तुम्हारे पास हमारी इच्छाशक्ति से ताकतवर कोई मिसाइल नहीं है।
रूस की निजी सेना वैगनर आर्मी चीफ येवगिनी प्रिगोझिन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपनी सेना से बातचीत करते हुए भविष्य का प्लान बता रहा है। प्रिगोझिन यूक्रेन की लड़ाई की निंदा भी करता सुना जा सकता है। हालांकि वह फिर यूक्रेन लौट सकने की संभावना से भी इंकार नहीं करता। अपने अफ्रीका प्लान को भी बताता है।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने क्रीमिया के समुद्री ब्रिज पर यूक्रेन के तथाकथित ड्रोन हमले का सिर्फ 24 घंटे में बदला ले लिया है। यूक्रेन के अनुसार रूसी सेना ने उसके ओडिसा पोर्ट पर बड़ी एयर स्ट्राइक की है। इससे वहां की सभी सुविधाें रोक दी गई हैं। अभी हमले से हुए नुकसान का आकलन नहीं किया जा सका है।
क्लस्टर बमों की गिनती दुनिया के सबसे खतरनाक बमों मे है। यह जब फटते हैं तो परमाणु बमों की तर्ज पर इनमें हजारों छोटे-छोटे बम निकलते हैं, जो जहां गिरते हैं वहां तबाही का सैलाब ला देते हैं। पहले क्लस्टर बम का इस्तेमाल द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मनी और रूस ने किया था। अब रूस-यूक्रेन युद्ध में क्लस्टर के इस्तेमाल का खतरा है।
रूस और यूक्रेन में अब क्लस्टर बमों की जंग छिड़ने वाली है। अगर ऐसा हुआ तो भारी संख्या में आम नागरिकों की लाशें बिछ सकती हैं। दरअसल रूस को युद्ध में पिछड़ता देख अमेरिका ने कीव को क्लस्टर बमों की खेप भेज दी है। अब पुतिन ने चेताया है कि रूस के भंडार भी क्लस्टर बमों से भरे पड़े हैं।
'क्रेमलिन' ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द ही चीन की यात्रा पर जाएंगे। हालांकि अभी तारीख क्या होगी, यह तय करना बाकी है।
रूस और यूक्रेन के बेल्ट में पूरी दुनिया का 25 फीसदी अनाज प्रोडक्शन होता है। यदि समझौते से रूस पीछे हटा तो पूरी दुनिया और खासकर अफ्रीका और खाड़ी देशों में अनाज का बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा।
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