डोनाल्ड ट्रंप ने इस साल जुलाई के आखिर में भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। ट्रंप ने रूस से कच्चा तेल खरीदने के लिए जुर्माने के रूप में भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया था।
22 लाख टन एलपीजी भारत के सालाना एलपीजी आयात का लगभग 10 प्रतिशत है और ये भारतीय बाजार के लिए पहला ऐसा अमेरिकी एलपीजी कॉन्ट्रैक्ट है।
अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 250 से ज्यादा फूड आइटम्स पर आयात शुल्क घटाने का फैसला किया। यह एक ऐसा बड़ा कदम है, जो न सिर्फ अमेरिकी उपभोक्ताओं की महंगाई से राहत पर केंद्रित है, बल्कि भारत के किसानों और एक्सपोर्टर्स के लिए किसी बंपर गिफ्ट से कम नहीं।
दुनिया भर में विभिन्न उत्पादों पर टैरिफ लगाने के अपने फैसले से अचानक राष्ट्रपति ट्रंप पीछे हट गए हैं। उन्होंने शुक्रवार को बीफ, कॉफी, ट्रॉपिकल फलों समेत कई अन्य वस्तुओं से शुल्क हटाने की घोषणा की है।
अमेरिका फर्स्ट की तर्ज पर लागू की गई डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी अब उन्हीं की सरकार के लिए सिरदर्द बन चुकी है। जिन चीजों पर भारी-भरकम टैरिफ लगाकर ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी खजाना भरने और घरेलू उद्योगों को मजबूत करने का सपना देखा था, वही कदम अब अमेरिकी जनता की जेब पर भारी पड़ रहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर टैरिफ की तारीफों के पुल बांधे हैं। इसके अलावा उन्होंने टैरिफ की आलोचना करने वालों को मुर्ख कहा है। ट्रंप ने कहा कि हर अमेरिकी को 2000 डॉलर दिए जाएंगे।
अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट में आज बुधवार को राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा विभिन्न देशों पर लगाए गए अंधाधुंध टैरिफ के मामले पर सुनवाई शुरू हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ट्रंप द्वारा लगाए गए व्यापक वैश्विक टैरिफों की वैधता पर ऐतिहासिक सुनवाई कर रहा है।
करीब छह साल बाद दुनिया की दो आर्थिक महाशक्तियां एक साथ मिलीं, एक अमेरिका और दूसरा चीन। डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग की मुलाकात तो मात्र 100 मिनट की थी, लेकिन इस मुलाकात पर सबकी निगाहें टिकी थीं। जानें क्या क्या डील हुई?
ट्रंप की इस चेतावनी के बाद कनाडा अब राजनयिक स्तर पर जवाबी कदम सोच रहा है, लेकिन आसियान शिखर के दौरान अनौपचारिक बातचीत की संभावना बनी हुई है। वैश्विक बाजारों में इस खबर से कनाडाई डॉलर में गिरावट दर्ज की गई।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने पिछले ही महीने ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती की थी, जो पिछले साल दिसंबर के बाद पहली कटौती थी।
अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय वाइट हाउस के अधिकारियों ने कहा कि ट्रंप की प्रतिक्रिया व्यापार वार्ता में कनाडा की रणनीति को लेकर प्रशासन की लंबे समय से बरकरार हताशा का परिणाम है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले अपने ट्रुथ सोशल एकाउंट पर एक पोस्ट किया है। इसमें ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका टैरिफ की वजह से शक्तिशाली और सुरक्षित है।
डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर बड़ा टैरिफ लगा दिया, जिसे लेकर चीन ने अमेरिका को धमकी दी है, जिसके बाद ट्रंप ने कहा है कि जल्द जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। उन्होंने रूस को लेकर बड़ी बात कही है। जानें पीएम मोदी के लिए ट्रंप ने क्या कहा?
भारत और अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है। खबर है कि दोनों देशों के बीच होने वाले आगामी ट्रेड डील में भारतीय निर्यातपर लगने वाला भारी अमेरिकी टैरिफ 50% से घटाकर 15-16% तक किया जा सकता है।
अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद से ट्रंप ने चीन को लेकर सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें ही नहीं बल्कि कई बार भारी-भरकम टैरिफ लगाने की भी धमकी दी।
चीन द्वारा शेयर किए गए एक डेटा के मुताबिक, चीन ने अमेरिका से सितंबर, 2024 में 1.7 मिलियन मीट्रिक टन सोयाबीन आयात किया था।
डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर चेतावनी दी है कि अगर भारत रूसी तेल की अपनी खरीद को सीमित नहीं करता है, तो उसे "भारी" टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।
गैर-अमेरिकी बाजारों में भारत का निर्यात सितंबर में 10.9 प्रतिशत बढ़ा, जो अगस्त, 2025 में 6.6 प्रतिशत की वृद्धि से काफी बेहतर है।
अमेरिका को चीन ने करारा झटका दिया है। हाई टैरिफ लगाने पर चीन ने साफ तौर पर कहा कि अमेरिका अपने रवैये में सुधार करे। हाई टैरिफ की धमकी देना सही तरीका नहीं है।
चीन का अमेरिका को निर्यात लगातार 6 महीनों से घट रहा है। अगस्त में इसमें 33 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
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