गाजा पट्टी में तत्काल युद्ध विराम के प्रस्ताव पर अमेरिका एक बार फिर से इजरायल का साथ दिया है और वीटो कर प्रस्ताव को खारिज करा दिया। प्रस्वात के विरोध में इजरायल के साथ महज 13 देश ही थे।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रतिनिधि रुचिरा कांबोज ने कहा कि भारत दुनिया की सर्वाधिक युवा आबादी वाला देश है। उन्होंने कहा कि भारत अपने भविष्य को अच्छे से संवार रहा है। भारत में कुछ अलग कर गुजरने की क्षमता है और अपने युवाओं के बल पर वह नई राह पर है।
सूडान में पिछले कुछ महीनों से अर्धसैनिक बल 'रैपिड सपोर्ट फोर्सेज' सूडानी सेना के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है, जिसके चलते देश के लाखों लोग विस्थापित हुए हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘हम एक-दूसरे के साथ सहयोग करेंगे और एक-दूसरे का समर्थन करेंगे। हमें सभी विकासशील देशों को वैश्विक कार्बन बजट में अपना उचित हिस्सा देने की जरूरत है।’’ यदि भारत का सीओपी33 की मेजबानी का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया जाता है, तो यह इस साल की शुरुआत में जी20 के बाद देश में अगला बड़ा वैश्विक सम्मेलन होगा।
World AIDS Day 2023: दुनियाभर में हर साल 1 दिसंबर को 'विश्व एड्स दिवस' मनाया जाता है। इस दिन लोगों को ह्यूमन इम्यूनोडेफिशियेंसी वायरस (HIV) से होने वाली घातक बीमारी एड्स के बारे में जागरुक किया जाता है। एड्स को कब तक कंट्रोल किया जा सकता है इस बारे में यूएन की नई रिपोर्ट सामने आई है।
संयुक्त राष्ट्र ने ग्लोबल साउथ की आवाज बनने और उसकी मजबूत पैरोकारी के लिए भारत की जमकर सराहना की है। भारत ने जी-20 की अध्यक्षता के दौरान ही ग्लोबल साउथ की आवाज उठाना शुरू कर दिया था। भारत को ग्लोबल साउथ का भरोसा जीतने और उसका लीडर बनने से चीन और पाक परेशान हो गए हैं।
संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के खिलाफ पड़ोसी देश मिस्र यानी इजिप्ट एक ऐसा प्रस्ताव लेकर आया, जिसका भारत ने भी समर्थन किया है। इस प्रस्ताव पर भारत ने इजराइल के खिलाफ वोट दिया। मिस्र के इस प्रस्ताव के विरोध में अमेरिका, ब्रिटेन ने वोट किया।
पाकिस्तान, श्रीलंका, चीन, मालदीव, वर्मा, नेपाल जैसे छोटे-छोटे और निम्न आय वाले देशों को चीन ने षड्यंत्रपूर्वक अपना आर्थिक गुलाम बना लिया है। पहले उन्हें ऋण जाल के दुष्चक्र में फंसाया, फिर उनकी संपत्तियों पर अपना कब्जा जमाने लगा। इस पर संयुक्त राष्ट्र भी खामोश है, मगर भारत ने यूएन में चीन की इस मुद्दे पर हवा निकाल दी।
अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि दक्षिणी गाजा में, एक इजराइली हवाई हमले ने खान यूनिस शहर के बाहरी इलाके में एक आवासीय इमारत पर हमला किया, जिसमें कम से कम 26 फलस्तीनियों की मौत हो गई। रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि इजराइल की सेना ने पश्चिमी क्षेत्रों में अपना मिशन जारी रखते हुए पूर्वी गाजा में कार्रवाई शुरू कर दी।
इजरायल-हमास युद्ध लगातार जारी है। इजरायली सेना गाजा पर जमीनी और हवाई अभियान चला रही है। भारी संख्या में हमास आतंकियों को इजरायल ने मार गिराया है। अब शिफा हॉस्पिटल में हमास के खिलाफ ऑपरेशन चल रहा है। इस बीच गाजा में सीजफायर के मुद्दे पर इजरायल को संयुक्त राष्ट्र में हार का सामना करना पड़ा है।
भारत ने एक बार फिर "21वीं सदी की भू-राजनीतिक वास्तविकताओं के बोझ तले जिम्मेदारियों से पीछे छुड़ाने वाले संयुक्त राष्ट्र की जमकर खिंचाई की। भारत ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र अपनी मूल जिम्मेदारियों से भटक गया है। मगर अब जरूरत है उसे अपने मूल सिद्धांतों पर वापस आते हुए जिम्मेदारियों के को निर्वहन करने की।
सूडान में हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले कुछ समय से जारी हिंसा में 800 आम नागरिकों को मौत के घाट उतारा जा चुका है। इन सभी नागरिकों की मौत मिलिशियाई लड़ाकों के हमले में हुई है। संयुक्त राष्ट्र ने इस हिंसा में हो रही आम नागरिकों की मौत पर गहरी चिंता जाहिर की है।
गाजा में फिलिस्तीनियों की दुर्दशा देखकर संयुक्त राष्ट्र का दिल दुख से आहत हो गया है। संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में तत्काल युद्ध विराम की जरूरत को लाखों फिलिस्तीनियों की जिंदगी और मौत का सवाल बताया है। यूएन ने कहा है कि गाजा में पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए व्यापक पैमाने पर काम में बाधा आ रही है। इसकी वजह बमबारी है।
गाजा पट्टी में लगातार भीषण बमबारी जारी है। इससे हजारों लोग मारे जा चुके हैं। बचे हुए लोगों की जिंदगी नर्क बन चुकी है। लोगों को खाने-पीने के लाले पड़ गए हैं। भोजन, पानी और अन्य सामग्री के लिए गोदामों पर लंबी कतारें लग रही हैं। इससे फिलिस्तीनियों की दुर्दशा का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
UN में इजराइल हमास जंग के बीच संघर्ष विराम का प्रस्ताव लाया गया। इस प्रस्ताव पर मतदान किया गया। जानिए इस पर भारत का क्या रुख रहा? भारत ने किस बात पर चिंता जताई है। पढ़िए पूरी खबर।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और भारत के पीएम नरेंद्र मोदी की दोस्ती जगजाहिर है। इसीलिए इजरायल पर हमास के आतंकी हमले के तुरंत बाद ही पीएम मोदी ने इसकी कड़ी निंदा की थी। साथ ही इस संकट की घड़ी में इजरायल का साथ देने की बात कही थी। अब इजरायल ने भारत की इसी नैतिकता से प्रभावित होकर उससे बड़ी मदद मांगी है।
इजरायली सेना की बमबारी से गाजा तबाह हो चुका है। यहां बचे हुए फिलिस्तीनी शरणार्थी दवा, भोजन और पानी के लिए तड़प रहे हैं। मगर समस्या ये है कि गाजा पट्टी में ईंधन भी खत्म हो चुका है। ऐसे में वहां संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता भी नहीं पहुंच पा रही है। इसे लेकर यूएन ने गहरी चिंता जाहिर की है।
गाजा युद्ध पीड़ितों के लिए मिस्र की दरियादिली से बड़ी राहत मिलनी शुरू हो गई है। मिस्र ने गाजा में मानवीय सहायता के लिए अपने बॉर्डर को खोल दिया है। इससे विभिन्न देशों से गाजा युद्ध पीड़ितों के लिए भेजी गई राहत सामग्री से भरी ट्रकें पीड़ितों के दर तक पहुंचने लगी हैं। इससे लोगों को भोजन, दवा, कपड़ा, पानी मिलने लगा है।
इजरायल हमास युद्ध अब तीसरे विश्व युद्ध की घंटी बजाने लगा है। अमेरिका ने इजरायल हमास युद्ध को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर लाए गए संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के खिलाफ वीटो पॉवर लगा दिया है। इससे इस्लामिक राष्ट्रों में अमेरिका के खिलाफ आक्रोश फैलना तय माना जा रहा है। इजरायल के आत्मरक्षा का प्रस्ताव में जिक्र नहीं था।
संयुक्त राष्ट्र में भी इजराइल हमास जंग की गूंज सुनाई दे रही है। खासकर मंगलवार शाम गाजा के अस्पताल में हुए रॉकेट हमले में 500 लोगों की मौत यह मामला और संवेदनशील हो गया है। इस मामले में यूएन में आपात बैठक होगी। वहीं हमास द्वारा इजराइल में किए गए जघन्य आतंकी हमले पर निंदा प्रस्ताव को लेकर मतदान कराया जाएगा।
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