कुल गेहूं खरीद में सबसे ज्यादा खरीद पंजाब और मध्य प्रदेश में हुई
गेंहूं और कपास का उत्पादन अब तक के सबसे ऊपरी स्तर तक पहुंचने का अनुमान
पंजाब अभी तक 104.28 लाख टन की खरीद के साथ सबसे आगे
पाकिस्तान के भ्रष्टाचार रोधी निकाय राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (नैब) ने अपनी एक रिपोर्ट में यह सनसनीखेज खुलासा किया है कि सिंध प्रांत के सरकारी गोदामों से 5 अरब 35 करोड़ 50 लाख (पाकिस्तानी) रुपये कीमत का 1 लाख 64 हजार 797 मीट्रिक टन गेहूं गायब मिला।
साल के लिए गेहूं खरीद का लक्ष्य के लिए 4.07 करोड़ टन निर्धारित किया गया है
राज्य सरकारों को एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने को कहा जो राज्य पुलिस के साथ मिलकर जरूरी कदम उठाएगा
दोनों देश एक-दूसरे की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं और इस लिहाज से व्यापार को प्रोत्साहित करने की जरूरत है।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) अब खुले बाजार में 110 रुपए कुंटल कम भाव पर गेहूं बेचेगा।
कृषि वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि तमाम रबी फसलों के लिए यह पानी नहीं बल्कि सोना बरस रहा है।
केंद्रीय मंत्रीमंडल ने दालों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 325 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि करने को अपनी अनुमति दे दी है।
सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिये सस्ती दरों पर 16.3 करोड़ अतिरिक्त परिवारों को एक किलो चीनी उपलब्ध कराने पर विचार कर रही है।
पंजाब में इस साल 129.93 लाख टन गेहूं का उत्पादन हुआ है, जोकि पिछले 20 साल का रिकॉर्ड स्तर है।
आपको यह सुनकर बेहद हैरानी हो रही होगी कि फ्रिज में रखा आटा कैसे आपका दुश्मन बन सकता है क्योंकि आप तो ऐसा सालों से ऐसा करते आ रहे हैं। आइए जानते हैं फ्रिज में रखे आटे को इस्तेमाल करने से होने वाले नुकसान के बारे में।
सरकारी एजेंसियों ने चालू रबी विपणन वर्ष (2019-20) में देशभर के किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 323 लाख टन से ज्यादा गेहूं की खरीद कर ली है।
किसानों द्वारा आंदोलन खत्म करने के कुछ घंटों बाद ही मोदी सरकार ने रबि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि करने की घोषणा की है।
इस संबंध में स्वत: संज्ञान लेते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है, और जांच के आदेश भी दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी...
भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को चुनौती देते हुए कहा कि यदि वह गेहूं, धान, ज्वार, के पौधों को पहचान लें तो वह भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष होने के नाते उनके कार्यालय जाकर उनका स्वागत करेंगे...
सरकारी एजेंसियों ने चालू रबी विपणन वर्ष 2018-19 में देश के प्रमुख गेहूं उत्पादक प्रदेशों में कुल 355 लाख टन से ज्यादा गेहूं की खरीद की है, जो केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य 320 लाख टन से 35 लाख टन ज्यादा है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) की वेबसाइट पर उपलब्ध शुक्रवार को गेहूं की खरीद के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में सबसे ज्यादा 126.91 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है।
केंद्र सरकार ने इस साल गेहूं की रिकॉर्ड 3.5 करोड़ टन से अधिक की खरीद की है। अब सरकार उत्तर और मध्य भारत में मानसून आने से पहले अनाज के उचित भंडारण के लिए अतिरिक्त भंडारण सुविधा किराये पर लेने की योजना बना रही है।
देश में इस साल गेहूं की सरकारी खरीद 5 साल के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई है। भारतीय खाद्य निगम की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक सरकारी एजेंसियों ने 7 जून तक देशभर में कुल 3.508 करोड़ टन गेहूं की खरीद कर ली है जो किसी भी रबी मार्केटिंग सीजन में अबतक हुई दूसरी सबसे अधिक खरीद है, इससे पहले रबी मार्केटिंग सीजन 2012-13 के दौरान देश में 3.81 करोड़ टन गेहूं खरीदा गया था जो अबक का रिकॉर्ड है।
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