Friday, April 26, 2024
Advertisement

न्यूजीलैंड में नरसंहार को एक साल बीतने के बाद भी खौफ के साए में जी रहे हैं मुसलमान

न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में मस्जिदों पर हुए हमलों के एक साल बाद भी मुस्लिम समुदाय के लोग सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं।

IndiaTV Hindi Desk Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: March 14, 2020 13:03 IST
New Zealand massacre, New Zealand Muslim massacre, Muslim massacre- India TV Hindi
Muslims still feel unsafe a year after New Zealand massacre | AP

क्राइस्टचर्च: न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में मस्जिदों पर हुए हमलों के एक साल बाद भी मुस्लिम समुदाय के लोग सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रहे हैं। आलिया डेन्जीसेन हर रोज सूरज निकलने से पहले उठकर खबरें सुनती हैं ताकि वे अपनी स्कूल जाने वाली बेटियों उस उत्पीड़न के प्रति सतर्क कर सकें जिसका उन्हें मुसलमान होने के कारण सामना करना पड़ सकता है। मुस्लिम समुदाय की नेता आलिया 12 महीने पहले क्राइस्टचर्च में मस्जिदों पर हुए हमलों को याद करते हुए कहती हैं, ‘हम अब सुरक्षित महसूस नहीं करते।’

‘हमलों के पहले ही लगने लगा था डर’

गौरतलब है कि श्वेतों को सर्वश्रेष्ठ मानने वाले एक व्यक्ति ने पिछले साल 15 मार्च को जुमे की नमाज के दौरान अल नूर मस्जिद और लिनवुड इस्लामिक सेंटर में 51 मुसलमानों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। आलिया कहती हैं कि डर तो हमलों से पहले ही महसूस होने लगा था, लेकिन हमलों के बाद इसने जड़ें जमा लीं। उन्होंने कहा, ‘ऐसा लगा कि न्यूजीलैंड की पूरी आबादी हमारे पीछे पड़ी है।’ आलिया ने कहा कि मुसलमानों को अपशब्द कहे जाने और उन्हें मिल रही धमकियों के कारण अब वेसै ही हालात दोबारा पैदा होने लगे हैं।

New Zealand massacre, New Zealand Muslim massacre, Muslim massacre

पिछले साल 15 मार्च को जुमे की नमाज के दौरान अल नूर मस्जिद और लिनवुड इस्लामिक सेंटर में 51 मुसलमानों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। AP File

‘लोगों के दिल में है मुस्लिमों के प्रति नफरत’
नरसंहार के बाद हालात को संभालने के लिए प्रशंसा पाने वाली प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने शुक्रवार को स्वीकार किया कि उनके देश को श्वेत वर्चस्ववादियों से निपटने के लिये अभी काफी कुछ करना चाहिये। इस्लामिक वीमेन काउंसिल ऑफ न्यूजीलैंड की सह-संस्थापक अंजुम रहमान का कहना है कि अब भी लोगों के दिलों में नफरत छिपी हुई है। यह न सिर्फ हमारे समुदाय के लोगों के प्रति है बल्कि सोशल मीडिया पर समलैंगिक समुदाय के लोगों के प्रति भी यह नफरत देखी जा सकती है।

‘हिजाब पहनने पर भी बनाया जा रहा निशाना’
उन्होंने कहा, ‘मैं यह नहीं कहूंगी कि सिर्फ हमारे साथ ही ऐसा है, लेकिन हम इसे महसूस कर रहे हैं। हिजाब पहनने वाली मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वे सोचते हैं कि हम आसान शिकार हैं और पलट कर वार नहीं कर सकते।’

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Around the world News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement