Tuesday, May 07, 2024
Advertisement

उत्तर प्रदेश: #CAA के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन, 16 की मौत, 705 गिरफ्तार, 4500 हिरासत में

पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने शनिवार को 'भाषा' को बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुई हिंसा में अब तक 16 लोग मारे जा चुके हैं। इनमें से मेरठ में चार, फिरोजाबाद में तीन, कानपुर और बिजनौर में दो-दो, वाराणसी, संभल, रामपुर और लखनऊ में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।

Bhasha Reported by: Bhasha
Updated on: December 21, 2019 23:38 IST
CAA Protest News- India TV Hindi
Image Source : PTI उत्तर प्रदेश: #CAA के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन

लखनऊ। संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ शनिवार को कानपुर और रामपुर में हिंसा की ताजा घटनाओं के बीच पिछले गुरुवार से अब तक राज्‍य के विभिन्न जिलों में प्रदर्शनकारियों-पुलिस के बीच हुए हिंसक टकराव में मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। पूरे सूबे में अब तक 705 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

263 पुलिसकर्मी घायल, 57 को गोली लगी

पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने शनिवार को 'भाषा' को बताया कि मेरठ में चार, फिरोजाबाद में तीन, कानपुर और बिजनौर में दो-दो, वाराणसी, संभल, रामपुर और लखनऊ में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। घायलों में 263 पुलिसकर्मी हैं उनमें से 57 को गोली लगी है।

अबतक 705 गिरफ्तार, 4500 हिरासत में

कुमार ने बताया कि प्रदेश में हुई हिंसक वारदात के मामले में अब तक कुल 705 लोगों को गिरफ्तार किया गया जबकि 4500 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्‍होंने दावा किया कि टकराव स्‍थलों से पुलिस को गोलियों के 405 खाली खोखे मिले हैं। उन्‍होंने बताया कि विभिन्‍न सोशल मीडिया माध्‍यमों पर आपत्तिजनक पोस्‍ट डालने के आरोप में 102 अन्‍य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। अभी तक 14101 सोशल मीडिया पोस्‍ट पर कार्रवाई हुई है। इनमें 5965 ट्वीट, 7995 फेसबुक और 141 यूट्यूब पोस्‍ट शामिल हैं।

रामपुर में एक की मौत

इस बीच, शनिवार को हिंसा की कुछ ताजा घटनाएं भी हुईं। रामपुर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव में एक व्‍यक्ति की मौत हो गयी। सीएए का विरोध करने के लिये ईदगाह के नजदीक जमा हुई करीब 500 लोगों की भीड़ और पुलिस के बीच संघर्ष हुआ। इस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसूगैस का इस्‍तेमाल किया।

हिंसक प्रदर्शन में 12 से 18 साल के लड़के शामिल

जिलाधिकारी आंजनेय सिंह ने बताया कि बलवाइयों ने एक पुलिस वाहन समेत पांच दोपहिया वाहनों तथा एक कार को आग के हवाले कर दिया। भीड़ में 12 से 18 साल तक के लड़कों ने भी पथराव किया। उन्होंने बताया कि उन्हें इस वारदात में कुछ बाहरी तत्वों के शामिल होने की आशंका है।

कानपुर में पुलिस चौकी आग के हवाले

इस बीच कानपुर में शनिवार को एक बार फिर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच फिर संघर्ष हुआ। अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने यतीमखाना पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान जबरदस्त पथराव भी हुआ जिसमें कई लोग घायल हो गए।

सपा विधायक एहतियातन गिरफ्तार

उन्होंने बताया कि बाबूपुरवा, नयी सड़क, मूलगंज, दलेलपुरवा, हलीम कालेज और अन्य मुस्लिम बहुल इलाकों में लोगों ने सड़कों और गलियों में एकत्र होकर प्रदर्शन किया। प्रकाश ने बताया कि सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी और पूर्व विधायक एवं सपा नेता कमलेश दिवाकर को एहतियातन गिरफ्तार कर लिया गया है।

AMU में फिर हुआ प्रदर्शन

उधर चार दिन तक शांतिपूर्ण माहौल के बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में शनिवार को फिर से विरोध प्रदर्शन हुआ। विश्वविद्यालय के शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने साथ मिलकर नए नागरिकता कानून का विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को शहर के शाह जमाल इलाके में प्रदर्शनकारियों की भीड़ पर पुलिस द्वारा किए गए हल्के बल प्रयोग का भी विरोध किया।

AMU ने किया आंतरिक जांच कराने का फैसला

एएमयू ने हिंसा के मामले में आंतरिक जांच कराने का फैसला किया है। एएमयू के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने शनिवार को बताया कि छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति वी.के.गुप्ता गत 15 और 16 दिसम्बर को परिसर में हुई हिंसा की जांच करेंगे।

पुलिस ने किसी पर नहीं चलाई गोली- ओपी सिंह

इस बीच, पुलिस महानिदेशक ओमप्रकाश सिंह का कहना है कि पुलिस ने किसी पर भी गोली नहीं चलाई और जो लोग गोली लगने से मरे हैं वे प्रदर्शनकारियों के बीच हुई क्रॉस फायरिंग की जद में आने के कारण मारे गए हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा अगर किसी व्यक्ति की पुलिस की गोली लगने से मौत हुई है तो हम उसकी न्यायिक जांच कराकर कार्रवाई करेंगे। मगर सच्चाई यह है कि पुलिस ने गोली नहीं चलाई।

प्रदर्शनकारियों ने महिलाओं और बच्चों को बनाया ढाल- ओपी सिंह

सिंह का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने महिलाओं और बच्चों को ढाल बनाया था। बच्चों को नहीं पता है कि नागरिकता क्या है और वे पत्थरों के साथ वहां मौजूद थे । राज्य के 75 में से एक चौथाई जिले हिंसा से प्रभावित हुए हैं। उन्‍होंने कहा कि हिंसा में बाहरी लोगों का हाथ है। हिंसा में एनजीओ और राजनीतिक लोग भी शामिल हो सकते हैं।

लखनऊ में 218 गिरफ्तार

लखनऊ में गुरुवार को हुई हिंसा के मामले में 218 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस सवाल पर कि क्या हिंसा में बांग्लादेश के लोग शामिल हो सकते हैं, सिंह ने कहा कि जांच करा रहे हैं। विवेचना में हमारी टीम सभी एंगल देख रही है। इस बीच लखनउ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने दावा किया कि अराजक तत्व शहर छोडकर भाग गये हैं। जिन लोगों ने भीड को भड़काकर एकत्र किया है, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। हम तथ्यों के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित कर रहे हैं।

सीएम योगी ने की शांति बहाली की अपील

गौरतलब है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद राज्य के मेरठ, फिरोजाबाद, गोरखपुर, गाजियाबाद समेत करीब 20 जिलों में जिलों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष हुआ था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की। सीएम योगी ने शुक्रवार देर रात जारी बयान में पूरे प्रदेश में शांति बहाली की अपील करते हुए कहा कि लोग अफवाहों में न पड़ें और उपद्रवी तत्वों के उकसावे में भी न आएं।

कई बड़े शहरों में इंटरनेट बंद

लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, आगरा, अलीगढ, वाराणसी, मथुरा, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, बरेली, फिरोजाबाद, पीलीभीत, रामपुर, सहारनपुर, शामली, संभल, अमरोहा, मउ, आजमगढ और सुल्तानपुर सहित कई बड़े शहरों में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं।

Latest Uttar Pradesh News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Uttar Pradesh News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement