Rishi Sunak News: ब्रिटेन में ऋषि सुनक का प्रधानमंत्री बनना तय है, इस बीच खबर मिली है कि ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की समर्थक माने जाने वाली प्रीति पटेल ने भी सुनक का समर्थन किया है। बता दें कि प्रधानमंत्री पद की दौड़ से जॉनसन पीछे हट गए हैं।
Britain News: लिज ट्रस के ब्रिटिश पीएम पद से इस्तीफे के बाद यह लग रहा था कि बोरिस जॉनसन अगले पीएम बन सकते हैं। क्योंकि उनके पास पीएम पद का अनुभव भी था। लेकिन उनकी ही पार्टी के सांसदों का उन्हें समर्थन कम मिला। उनके मुकाबले ऋषि सुनक को सांसदों का अधिक समर्थन मिल रहा है। इस कारण उन्होंने खुद को इस रेस से हटा लिया।
Britain New PM Race: ब्रिटेन में सत्ता के खेल में शह और मात का दौर शुरू हो चुका है। पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन के खेमे में रहीं भारतीय मूल की सुएला ब्रेवरमैन ने अचानक से पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक का समर्थन कर सबको चौका दिया है।
Britain New PM Race: भारतीय मूल के पूर्व ब्रिटिश वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने रविवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में लिज ट्रस की जगह नये नेता के चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी की औपचारिक घोषणा कर दी और अर्थव्यवस्था में सुधार की प्रतिबद्धता जताई।
Britain News: ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और पूर्व वित्तमंत्री और इस समय पीएम की रेस में अग्रणी ऋषि सुनक के बीच शनिवार रात सीक्रेट मीटिंग हुई है। इस मीटिंग को ‘सीक्रेट समिट‘ कहा जा रहा है। दोनों नेताओं ने लिज ट्रस के इस्तीफा देने के बाद सीक्रेट एजेंडे पर चर्चा की, जिसकी घोषणा नहीं की।
Boris Johnson Vs Rishi Sunak: ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद की रेस में पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन और पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक के बीच कांटे की टक्कर है।
Britain New PM Race: ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद से ही भारतीय मूल के ऋषि सुनक इस दौर में सबसे आगे चल रहे हैं। पिछली बार भी ऋषि सुनक ने लिज ट्रस को कड़ी टक्कर दी थी। हालांकि लिज ट्रेस ने टैक्समाफी वाले मामले पर वादा करके सुनक से आगे निकल गईं थीं।
Rishi Sunak: ब्रिटिश राजनीति वर्तमान में एक अजीब समय से गुजर रही है। एक और प्रधानमंत्री चला गया, लेकिन वही पार्टी, विचारों से विहीन, अभी भी सत्ता में है, अपने हित के लिए सत्ता से चिपकी हुई। यह कंजर्वेटिव सांसदों के विश्वास में पतन का संकेत है।
Britain Crisis & Liz Truss: ब्रिटेन में आर्थिक मंदी की आंधी ने 45 दिनों की प्रधानमंत्री लिज ट्रस को कुर्सी से नीचे उतार फेंक दिया है। इसके बाद अब कांटों का ताज पहनने की हिम्मत ब्रिटेन के नेताओं को नहीं हो रही है। चीन, रूस, जर्मनी और जापान समेत विश्व के कई शक्तिशाली देशों की आर्थिक हालत भी खस्ता हो चली है।
Global Recession & India: ब्रिटेन से लेकर रूस और जर्मनी तक, चीन से जापान तक की खस्ताहाल होती अर्थव्यवस्था विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक मंदी का संकेत दे रही है। पश्चिमी देशों को बूस्टर डोज देते-देते अमेरिका भी अर्थव्यवस्था की रफ्तार में थकने लगा है। वैश्विक री-सेशन के इस दौर में फिर भारत अछूता कहां रह सकता था।
अटल बिहारी वाजपेयी एक मात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो 45 दिन से कम समय तक अपने पहले कार्यकाल में भारत के प्रधानमंत्री रहे। मात्र 13 दिन में ही वाजपेयी की सरकार गिर गई थी और उन्होंने उसी दिन इस्तीफा दे दिया था।
Liz Truss News: लिज ट्रस ब्रिटिश प्रधानमंत्री रहीं और हाल ही में उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। इस्तीफा देते ही उन्होंने एक अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम कर डाला। वे सबसे कम दिनों तक ब्रिटेन की प्रधानमंत्री रहीं। उनका पीएम का कार्यकाल मात्र 44 दिनों तक ही रहा। पीएम पद के लिए 55 दिनों तक मशक्कत चलीं थी।
लिज ट्रस सिर्फ एक दिन पहले बुधवार तक संसद में खुद को ‘फाइटर’ बता रही थीं, लेकिन अगले ही दिन इस्तीफा देकर उन्होंने सभी को चौंका दिया।
British PM Liz Truss: ब्रिटेन में हाल में ही प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालने वाली लिज ट्रस को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने संसद में माफी मांगते हुए इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है।
Suella Braverman: ब्रिटेन की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री लिज ट्रस पर इस्तीफा देने का दबाव बढ़ गया है। गलतियों के लिए ट्रस ने संसद में माफी भी मांगी है।
Britain News: सुएला ब्रेवरमैन की बुधवार को प्रधानमंत्री ट्रस के साथ बैठक हुई। इसके बाद उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर त्यागपत्र पोस्ट किया।
ब्रिटेन के वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने एक महीने से भी कम समय पहले बनी लिज ट्रस की सरकार के टैक्स कटौती के पैकेज के फैसलों को पलट दिया था।
खाद्य मुद्रास्फीति एक साल पहले की तुलना में 14.5 प्रतिशत तक बढ़ गई। यह 1980 के बाद की सर्वाधिक खाद्य मुद्रास्फीति है।
Chinese Embassy UK: ब्रिटेन में प्रदर्शनकारियों में से एक को चीनी वाणिज्य दूतावास में खींच लिया गया और उसके साथ मारपीट हुई। चीन ने विदेश मंत्रालय ने दूतावास का बचाव किया है।
British Pilots into Chinese Army: तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति बनने को बेताब शी जिनपिंग की चाल ने ब्रिटेन में भूचाल ला दिया है। जिनपिंग जो करने जा रहे हैं ब्रिटेन ने उसकी कल्पना सपने में भी नहीं की रही होगी। मगर जब मामला खुला तो ब्रिटिश प्रधानमंत्री लिज ट्रस भी हरकत में आ गई।
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