रिहाना के ट्वीट के बाद बॉलीवुड खेमा दो हिस्सों में बंट गया है। अब तापसी पन्नू भी इस कड़ी में जुड़ गई हैं।
मोदी सरकार के कृषि सुधार पर चल रही तकरार के बीच उत्तर प्रदेश के किसान नेता राकेश टिकैत का कद बढ़ गया है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता देश में किसानों के सबसे बड़े नेता के रूप में उभर रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में मारे गए किसान नवरीत सिंह के परिजनों से मिलने और शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए गुरुवार को उत्तर प्रदेश के रामपुर का दौरा करेंगी।
कोहली ने कहा "किसान हमारे देश का एक अभिन्न हिस्सा हैं और मुझे यकीन है कि सभी पक्षों के बीच एक सौहार्दपूर्ण समाधान मिल जाएगा ताकि शांति हो और सभी मिलकर आगे बढ़ सकें।"
किसान नेता राकेश टिकैत आज जींद में आयोजित की गई महापंचायत में पहुंचे थे। वहां जिस मंच पर वो बैठे थे, वो गिरा पड़ा।
विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि ये दुर्भाग्य पूर्ण है कि कुछ समूह इन प्रदर्शनों पर अपने एजेंडे थोप रहे हैं और बातचीत को डिरेल करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हीं में से कुछ लोगों ने भारत के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय समर्थन जुटाने की भी कोशिश की है। ऐसे मामलों पर टिप्पणी करने से पहले, हम आग्रह करेंगे कि तथ्यों का पता लगाया जाए, और मुद्दों की एक उचित समझ पैदा की जाए।
आज भाकियू मथुरा में अपने आंदोलन को और गति देने के लिए 'खाप पंचायत' का आयोजन करने जा रहा है। इस पंचायत में भाकियू के अध्यक्ष नरेश टिकैत खुद शिरकत करने वाले हैं। भारतीय किसान यूनियन से जिले के सभी किसानों से आज खाप पंचायत में पहुंचने का निवेदन किया है।
रिहाना (32) विश्व स्तर की पहली स्टार हैं जिन्होंने किसान आंदोलन को समर्थन दिया है।
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन आसपास के समय में खत्म नहीं होने वाला, यह आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। हमने सरकार को बता दिया कि ये आंदोलन अक्टूबर तक चलेगा। अक्टूबर के बाद आगे की तारीख देंगे।
दिल्ली हाईकोर्ट ने उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें 26 जनवरी वाले दिन किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के दौरान और उसके बाद हिरासत में लिए गए लोगों की रिहाई की मांग की गई थी।
सयुंक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने फैसला किया है कि जब तक पुलिस और प्रशासन द्वारा किसानों के आंदोलन के खिलाफ विभिन्न प्रकार के उत्पीड़न को तुरंत नहीं रोका जाता है, तब तक सरकार के साथ कोई औपचारिक बातचीत नहीं हो सकती है।
आंदोलनकारी किसानों ने दिल्ली को पड़ोसी राज्यों से जोड़ने वाली कई सड़कों पर कब्जा जमाया हुआ है, जिस वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली को गाजियाबाद से जोड़ने वाली गाजीपुर बॉर्डर भी आज किसान आंदोलन की वजह से बंद है।
संजय राउत आज किसान नेताओं से मिलने के लिए दोपहर 1 बजे गाजीपुर बॉर्डर पहुंच रहे हैं। संजय राउत ने ट्वीट कर बताया कि वो आज गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों से मिलने आ रहे हैं।
दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है, जिसके तहत दिल्ली पुलिस ने अपना कड़ा पहरा बिठा दिया है।
गृह मंत्रालय ने 29 जनवरी को इजरायली दूतावास पर हुए हमले और 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा के मद्देनजर इमरजेंसी कारणों से सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर व उसके आसपास के 500 मीटर के इलाके तक इंटरनेट बंद करने का आदेश जारी किया था जिसकी अवधि को बढ़ा दिया गया है।
किसान आंदोलन के चलते हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश से लगती दिल्ली की सीमाओं के अनेक स्थानों पर बंद रहने के कारण सोमवार को लोगों को भारी यातायात जाम का सामना करना पड़ा।
शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से किसानों के समर्थन में दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचने की अपील के दो दिनों बाद पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने रविवार को किसान नेता राकेश टिकैत को सम्मानित किया।
गाजियाबाद के भाजपा नेता और लोनी नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष मनोज धामा ने लोनी से पार्टी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की। विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर पिछले हफ्ते गाजीपुर प्रदर्शन स्थल पर किसानों को धमकाने का आरोप है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर किसानों को बदनाम करने और खरबपतियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न दलों से कहा कि यह अहंकार पर खड़े होने का समय नहीं है, बल्कि हमारे राज्य और हमारे लोगों को बचाने के लिए एक साथ आने का है। राज्य सरकार के बयान के मुताबिक, बैठक में दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में हाल के घटनाक्रमों से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा होगी, विशेष रूप से गणतंत्र दिवस की हिंसा के मद्देनजर, "किसानों पर सिंघु बॉर्डर पर हमला और उनके खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन अभियान"।
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