भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को हुई थी। पार्टी के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी थे, जिन्होंने सन 1980 से 1986 तक पार्टी की बागडोर संभाली थी। उनके बाद लाल कृष्ण आडवाणी को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था।
''हमारा एजेंडा वाईएसआरसीपी मुक्त आंध्र प्रदेश है। बीजेपी का एजेंडा भी वही है। जेएसपी खुद को मजबूत करने की कोशिश कर रही है और बीजेपी को खुद को मजबूत करने के लिए संगठनात्मक फैसले लेने चाहिए।''
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी अहंकार में चूर हैं। वे पहले तो देश के पिछड़े समाज, अति-पिछड़े समाज का अपमान करते हैं और इसके बाद भी कहते हैं कि वे माफी नहीं मांगेंगे।
पूजन कार्यक्रम में यजमान के तौर पर जेपी नड्डा उनकी पत्नी, शिवराज सिंह चौहान उनकी पत्नी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और उनकी पत्नी मौजूद थी। बकायदा तीनों ने अपनी पत्नी के संग पूजन में भाग लिया हवन में आहुति भी दी।
बीजेपी मुख्यालय के पास एक नया रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स और ऑडिटोरियम बनाया गया है। इस कॉम्प्लेक्स में बीजेपी के संगठन महासचिव और मंत्री स्तर के नेताओं के ठहरने की सुविधा उपलब्ध होगी। ऑडिटोरियम में पार्टी की बड़ी मीटिंग्स होंगी। इसी नई बिल्डिंग का प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन किया है।
भारतीय जानता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी ने पूरे ओबीसी समाज का अपमान किया है। ओबीसी समाज राहुल गांधी से इसका बदला लेगा। राहुल का अहंकार बड़ा है और उनकी सोच छोटी है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष 28 मार्च को दिल्ली में सभी ओबीसी मोर्चा सांसदों के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे। यह सांसदों के साथ रात्रिभोज बैठक होगी। इन सांसदों को अपने क्षेत्रों में काम करने के टिप्स दिए जाएंगे।
बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि इससे पहले कांग्रेस ने मणिशंकर अय्यर से भी पाकिस्तान में जाकर भारत के खिलाफ गुहार लगवाई थी और अब राहुल खुद विदेश में जाकर भारत के खिलाफ गुहार लगा रहे हैं।
पानीपत में हुई संघ की इस बैठक को 2024 में होने वाले आगामी लोक सभा चुनाव के मद्देनजर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था। सर्वोच्च इकाई की इस अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित संघ से जुड़े 34 विभिन्न संगठनों के 1389 प्रतिनिधि शामिल हुए।
नई दिल्ली: चुनावों परिणाम आने के बाद परम्परा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी के ऑफिस आकर मतदाताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। इसी परम्परा को निभाते हुए इस बार भी पीएम मोदी केंद्रीय कार्यालय पहुंचे हैं।
पार्टी ने कर्नाटक में होने वाले विधान सभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर पूरे राज्य का दौरा कर सभी मतदाताओं से संपर्क और संवाद स्थापित करने के लिए प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से इस तरह की चार विजय संकल्प रथ यात्रा निकालने की योजना बनाई है।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का एक मेगा बाइक रैली में भी भाग लेने का कार्यक्रम है, जो सीटी रवि के घर से शुरू होगी और कुवेम्पु कलामंदिरा, चिक्कमगलुरु में समाप्त होगी।
बीजेपी अध्यक्ष ने आज पार्टी के सभी सांसदों के साथ ऑनलाइन बैठक में इस तरह की बयानबाजी पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए स्पष्ट शब्दों में पार्टी सांसदों को यह निर्देश दिया कि वे धार्मिक और विवादास्पद मुद्दों पर बयान न दें।
जेपी नड्डा ने कहा कि नगालैंड के लोग बहुत बड़े देशभक्त हैं। उनके अंदर देशभक्ति कूट-कूटकर भरी हुई है। यहां की संस्कृति बहुत और यहां की प्रकृति देश और दुनिया के लोगों को आकर्षित करती है।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि टीएमसी यानी टेरर, माफिया और करप्शन है। पश्चिम बंगाल में सर्वत्र भ्रष्टाचार है।
जेपी नड्डा आज पहले पूर्व बर्द्धमान में पूर्वस्थली में काली मंदिर जाएंगे और फिर नजदीक के एक मैदान में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांथी में एक अन्य रैली को संबोधित करेंगे।
रविवार की सुबह नड्डा सबसे पहले पूर्वा मिदनापुर जिले के कांथी जाएंगे, जहां वह अपनी पहली रैली को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह दूसरी रैली के लिए पूर्वी बर्दवान जिले के कटवा जाएंगे और रैली को संबोधित करेंगे। दो रैलियों के बाद वह वारपस दिल्ली के लिए रवाना होंगे। इससे पहले रविवार की शाम वह कोलकाता लौटेंगे।
वहीं इससे पहले चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए पिछले महीने जेपी नड्डा ने राज्य का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी विकास का पर्याय है, जबकि कांग्रेस का मतलब विनाश है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के अलावा असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और पार्टी की बंगाल इकाई के कई अन्य नेता प्रदेश में भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करेंगे ।
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रत्येक प्रदेश में चार सदस्यीय एक समिति का गठन किया गया है। सभी जिलों में सम्मेलन आयोजित कर प्रखंड स्तर तक बजट की प्रमुख बातों को जनता तक पहुंचाया जाएगा।
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