केन्द्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) चीफ रामविलास पासवान शुक्रवार को राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुन लिए गए।
केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के असंतुष्ट नेताओं ने एक नई पार्टी बनाने का ऐलान करते हुए आरोप लगाया कि नेतृत्व ने पार्टी को ‘‘प्राइवेट लिमिटेड कंपनी’’ में तब्दील कर दिया है।
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में फूट पड़ गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और महासचिव सत्यानंद शर्मा ने पार्टी के कई अन्य पदाधिकारियों के साथ मिलकर इस्तीफा दे दिया है और एक नई पार्टी लोजपा (सेक्युलर) का गठन किया है।
लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने कहा कि छह महीने बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में संभावित विस्तार के समय नरेंद्र मोदी सरकार में शामिल होने के लिए वह जेडीयू को मनाने का प्रयास करेगी।
रामविलास पासवान के राजनीतिक सफर की शुरुआत 1960 के दशक में बिहार विधानसभा के सदस्य के तौर पर हुई और आपातकाल के बाद 1977 के लोकसभा चुनावों से वह तब सुर्खियों में आए, जब उन्होंने हाजीपुर सीट पर चार लाख मतों के रिकार्ड अंतर से जीत हासिल की।
लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख राम विलास पासवान 2014 की मोदी सरकार में भी केंद्रीय मंत्री रहे थे और इस बार भी उन्हें मंत्रीमंडल का हिस्सा बनाया गया है।
प्रधानमंत्री का शपथ-ग्रहण समारोह 30 मई को होने की उलटी गिनती शुरू होने के बाद प्रतिष्ठित मंत्रालयों के लिए कई नाम चर्चा में हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है कि मोदी सरकार की नई कैबिनेट में जेडीयू शिवसेना के दो मंत्री शामिल हो सकते हैं।
लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान के बेटे चिराग जमुई (अनुसूचित जाति) सीट से दूसरी बार चुने गए हैं।
Bihar Lok Sabha chunav Results 2019 : 2014 के लोकसभा चुनावों में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 31 पर भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की जीत हुई थी जिनमें 22 सीटें अकेले भाजपा ने जीती थी।
रामविलास पासवान ने कहा कि अगर मसूद अजहर अब भी बदमाशी करेगा तो जैसे ओसामा बिन लादेन के साथ हुआ था वैसी घटना अजहर के साथ घट सकती है और कोई भी देश कुछ नहीं बोलेगा क्योंकि सभी मानते हैं कि वह आतंकी है और उस पर प्रतिबंध है।
राजनीति में विरासत संभालने की प्रथा कोई नई बात नहीं है। सियासी घरानों के बेटे, बेटियां और पत्नी अपनों की विरासत को संभालते रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के लिए बिहार एनडीए के महारथिय़ो का ऐलान हो गया है। 39 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है लेकिन कुछ बड़े नामों को झटका लगा है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नवादा लोकसभा सीट से टिकट कटने के बाद सोमवार को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि इसकी उन्हें उम्मीद नहीं थी।
लोक जनशक्ति पार्टी ने अपने हिस्से की 6 सीटों में से 5 सीटों पर उम्मीदवार तय कर लिए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक समस्तीपुर, हाजीपुर, जमुई, वैशाली और नवादा के लिए प्रत्याशी तय कर लिए गए हैं
लोकसभा चुनावों के लिए बिहार में NDA ने सीट शेयरिंग का ऐलान कर दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये साफ किया गया है कि कौन सा दल किस सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगा।
बिहार की राजधानी में लोकसभा की दो सीटें पाटलीपुत्र और पटना साहिब हैं। पाटलीपुत्र सीट पर 2009 में जदयू के डा. रंजन प्रसाद यादव जीते थे जबकि पटना साहिब सीट का शत्रुघ्न सिन्हा प्रतिनिधित्व करते रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के बारे में हम पहले ही 2014 के चुनावों की जानकारी दे चुके हैं, अब चलिए जानते हैं कि बिहार में 2014 के दौरान क्या कुछ हुआ था
राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार में भाजपा के 17 सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमत होने के लिए पार्टी पर तंज कसा जबकि उसने पिछले चुनाव में 22 सीटों पर जीत हासिल की थी।
भाजपा का बिहार में अपने सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के साथ सीटों के बंटवारे पर समझौता लगभग हो गया है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इससे पहले घोषणा की थी कि उनकी पार्टी एवं जदयू राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बिहार में बराबर संख्या में सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। बिहार में भाजपा नीत राजग ने 2014 के आम चुनाव में 31 सीटें जीती थीं।
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