शशि थरूर संयुक्त राष्ट्र के पूर्व अवर महासचिव और भारत सरकार के पूर्व मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री और विदेशी मामलों के पूर्व राज्य मंत्री रहे हैं। वे तिरुवनंतपुरम से दो बार लोकसभा सदस्य रहे हैं और संसद की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में 29 वर्षों तक सेवा दी। उन्हें कॉमनवेल्थ राइटर्स प्राइज़ सहित अनेक साहित्यिक पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। उन्हें विदेशों में रहने वाले भारतीयों के लिए भारत के सर्वोच्च सम्मान प्रवासी भारतीय सम्मान से भी सम्मानित किया गया। लंदन में 1956 में एक मलयाली परिवार में जन्मे शशि थरूर की शिक्षा भारत और ब्रिटेन में हुई। उन्होंने फ्लेचर स्कूल आफ लॉ एंड डिप्लोमेसी से 1978 में पीएचडी की और उन्हें सर्वश्रेष्ठ छात्र करार देते हुए राबर्ट बी स्टरवर्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया। वह अंतरराष्ट्रीय मामलों पर फ्लेचर फोरम के पहले संपादक बने, उन्हें पुजेट साउंड यूनिवर्सिटी द्वारा मानद डी. लिट और बुखारेस्ट यूनिवर्सिटी द्वारा डाक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की गई। 1988 में दावोस में विश्व आर्थिक मंच ने उन्हें भविष्य का वैश्विक नेता करार दिया। उन्हें लेखन के लिए कामनवेल्थ राइटर्स प्राइज और प्रवासी भारतीय सम्मान प्रदान किया गया। संयुक्त राष्ट्र में थरूर का करियर 1978 में जिनीवा में संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त में एक स्टाफ सदस्य के रूप में शुरू हुआ। इसके बाद विभिन्न पदों पर अपने दायित्वों को सफलतापूर्वक अंजाम देते हुए वह 1989 में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष सहायक आयुक्त नियुक्त किए गए। 1996 में महासचिव के कार्यकारी सहायक बनाए गए और 2001 में संचार और लोक सूचना का महासचिव बनाया गया। 2003 में उन्हें संयुक्त राष्ट्र समन्वयक की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई। वर्ष 2006 में उन्हें भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव पद के लिए नामित किया लेकिन दक्षिण कोरिया के बान की मून के महासचिव बनना निश्चित होने के बाद थरूर ने अपनी उम्मीदवारी वापिस ले ली और राजनयिक के रूप में अपने करियर का अंत करने का फैसला किया। उसके बाद समय ने करवट बदली और उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया। थरूर ने एक बार कहा था कि जब उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की तो उन्हें कांग्रेस, कम्युनिस्टों और बीजेपी ने संपर्क किया। उन्होंने कांग्रेस का चयन किया क्योंकि उन्हें इसके साथ वैचारिक रूप से सहज महसूस हुआ। शशि थरूर देश में राजनीतिक संवाद के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल सबसे पहले करने वालों में शुमार थे। लंबे समय तक ट्विटर पर उनके फालोअर्स की संख्या देश में सबसे ज्यादा थी। 2013 तक वह सबसे ज्यादा फालोअर्स वाली शख्सियत थे, जिन्हें बाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पीछे छोड़ा। थरूर की पहली पत्नी कैलाशनाथ काटजू की पोती तिलोत्तम मुखर्जी थी। वह अब न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में मानविकी के प्रोफेसर हैं। उनके दो बेटे, कनिष्क और ईशान हैं। बाद में थरूर ने संयुक्त राष्ट्र में काम कर रहे एक कनाडाई राजनयिक क्रिस्टा गिल्स से विवाह किया। तलाक के बाद, थरूर ने अगस्त 2010 में केरल के पलक्कड़ जिले के इलावचेरी गांव में अपने पूर्वजों के घर में सुनन्दा पुष्कर से विवाह किया। 17 जनवरी 2014 को, सुनंदा पुष्कर दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में मृत पाई गईं। शुरू में इसे आत्महत्या का मामला माना गया, लेकिन फिर धीरे धीरे हालात में ऐसे ऐसे मोड़ आए कि संदेह की सुई शशि थरूर की तरफ घूम गई।
आप की अदालत में पहुंचे कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अपने जीवन के अलग-अलग आयामों पर पूछे गए प्रश्नों का खुलकर जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव की रोचक घटना को शेयर किया।
'आप की अदालत' में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अपने कॉलेज के दिनों के कई सारी बातें बताईं। इस दौरान उन्होंने एक ऐसा किस्सा भी सुनाया जिसपर सभी लोग ठहाके लगाने लगे। थरूर ने बताया कि कैसे छात्र संघ के अध्यक्ष रहते हुए उनके साथ मजाक हो गया था।
आप की अदालत में पहुंचे शशि थरूर ने रजत शर्मा के कई सवालों का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने अपनी पहली विदेश यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उन्हें इस दौरान 60 रुपये का लोन लेना पड़ा था।
'आप की अदालत' में शशि थरूर ने कहा कि मैं इस तरह का राजनेता नहीं हूं जो अंत तक राजनीति करता रहूंगा। इस दौरान उन्होंने सुनंदा पुष्कर के साथ अपने संबंधों के बारे में बात की।
'आप की अदालत' में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अपनी पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत से जुड़ी कई ऐसी बातें साझा कीं जो अब तक किसी को नहीं पता थी। उन्होंने ये भी बताया कि इस केस के ट्रायल के दौरान उन्हें किन कानूनी समस्याओं का सामना करना पड़ा।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर लोकप्रिय शो ने ‘आप की अदालत’ में इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सवालों के जवाब दिए।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने देश के लोकप्रिय शो ‘आप की अदालत’ के कटघरे में बैठकर इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सवालों के जवाब दिए।
आप की अदालत: कांग्रेस नेता शशि थरूर भारतीय राजनीति में आने से पहले संयुक्त राष्ट्र में भी लंबा वक्त बिता चुके हैं और सोशल मीडिया पर देश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में हैं।
'The Kerala Story' में केरल से 32 हजार लड़कियों के लापता होने का दावा किया गया है, जिसको लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। फिल्म 5 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है।
पीटी उषा ने नई दिल्ली में जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे भारतीय पहलवानों को लेकर कहा था कि इनमें अनुशासन की कमी है। पीटी उषा ने कहा था कि उन्हें इस तरह से सड़क पर नहीं उतरना चाहिए।
केरल की तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से सांसद शशि थरूर ने अपने एक पुराने ट्वीट को याद करते हुए पीएम मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की तारीफ की है।
सीपीआई (एम) कुछ समय से कह रही है कि कांग्रेस भाजपा की भर्ती एजेंसी में बदल गई है। अब भाजपा के हाथ एक बेशकीमती नेता आया है तो माना जा रहा है कि आगे कांग्रेस के कुछ और लोग भाजपा में शामिल हो सकते हैं जिनमें कुछ पूर्व विधायक भी हैं।
सीडब्ल्यूसी में केरल से तीन सदस्य थे- के.सी. वेणुगोपाल, ए.के. एंटनी और ओमन चांडी। उनमें से आखिरी दो अपनी उम्र और खराब स्वास्थ्य के कारण शायद वापस न लौटें, जबकि वेणुगोपाल ने राहुल गांधी के सबसे करीबी सहयोगी बनकर पार्टी में अपना कद बढ़ाया है।
आप उनके कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं तो आपको डिक्शनरी की जरूरत पड़ सकती है। आप सोच रहे होंगे कि हम कुछ भी लिख रहे हैं। तो चलिए हम आपको बताते हैं।
शशि थरूर से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने 'काउ हग डे' की अपील वापस लिए जाने के बाद शुक्रवार को कटाक्ष करते हुए सवाल किया कि यह किसके दिमाग की उपज थी?
79 साल की उम्र में मुशर्रफ का रविवार को दुबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। थरूर द्वारा मुशर्रफ के निधन पर शोक व्यक्त करने पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी और कांग्रेस पर ‘‘पाकिस्तान परस्त’’ होने का आरोप लगाया था।
भाजपा के वार का पलटवार करते हुए थरूर ने एक ट्वीट किया और लिखा, 'अगर मुशर्रफ भारत के लिए अभिशाप थे, तो 2003 में तत्कालीन भाजपा सरकार ने उसके साथ युद्ध विराम पर बातचीत क्यों की और 2004 में संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर क्यों किए?
परवेज मुशर्रफ का रविवार को दुबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। थरूर द्वारा मुशर्रफ के निधन पर शोक व्यक्त करने पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कांग्रेस पर ‘‘पाकिस्तान परस्त’’ होने का आरोप लगाया।
विपक्षी दल कांग्रेस के नेता भी बिलावल भुट्टो के विवादित बयान को लेकर पाकिस्तान पर हमलावर हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री के बारे में टिप्पणी करने की क्या हैसियत तुम्हारी? बघेल के इस बयान को समर्थन करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
इस हादसे के बारे में शशि थरूर ने ट्वीट कर खुद जानकारी दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में बताया कि इस चोट की वजह से वो सदन और उसकी कार्यवाही को मिस कर रहे हैं।
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